Nov 13, 2017

आदमी खिलौना है-शीर्षक गीत १९९३

दर्शनवाद फिल्मों में कभी टुकड़ों टुकड़ों में आता है तो कभी
थोक भाव में. गीतों में तो अवश्य ही आता है. फिल्म का
शीर्षक गीत है ये जिसे समीर ने लिखा है और इसकी धुन
तैयार की है नदीम श्रवण ने. अलका याग्निक गायिका हैं.

मीनाक्षी शेषाद्रि और गोविंदा फिल्म के प्रमुख कलाकार हैं.
फिल्म में जीतेंद्र और रीना रॉय भी मौजूद हैं. रीना रॉय
लंबे समय के अंतराल के बाद इस फिल्म में दिखलाई दीं.
इस फिल्म के निर्देशक हैं जे ओमप्रकाश जो ‘अ’ नाम वाली
फ़िल्में बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं.




गीत के बोल:

रातें ढलती नहीं दिन भी निकलता नहीं
उसकी मर्ज़ी बिना पत्ता हिलता नहीं
रब जो चाहे वही तो होना है
आदमी खिलौना है आदि खिलौना है
रब जो चाहे वही तो होना है
रब जो चाहे वही तो होना है
आदमी खिलौना है आदि खिलौना है

छोटा सा एक घर मिला घर में मिला है प्यार
मुझको मिला सौगात में खुशियों का संसार
छोटा सा एक घर मिला घर में मिला है प्यार
मुझको मिला सौगात में खुशियों का संसार
मेरा मुन्ना बड़ा ही सलोना है
मेरा मुन्ना बड़ा ही सलोना है
आदमी खिलौना है आदि खिलौना है
रब जो चाहे वही तो होना है
आदमी खिलौना है आदि खिलौना है

जीना है हंस के हमें जीवन का हर पल
कोई ना जाने यहाँ क्या हो जाए कल
जीना है हंस के हमें जीवन का हर पल
कोई ना जाने यहाँ क्या हो जाए कल
हर ख्वाब यहाँ पे संजोना है
हर ख्वाब यहाँ पे संजोना है

आदमी खिलौना है आदि खिलौना है
रब जो चाहे वही तो होना है
आदमी खिलौना है आदि खिलौना है
आदमी खिलौना है आदि खिलौना है
.....................................................................
Aadmi khilauna hai-Titlesong 1993

Artists: Meenakshi Sheshadri, Govinda

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