ज़ोर देखो शोर देखो-ज़ोर १९९८
फिल्म ज़ोर से.
सनी देवल, मिलिंद गुणाजी और सुष्मिता सेन अभिनीत
इस फिल्म में चार गीतकारों की सेवाएं ली गयीं. संगीत
एक ही व्यक्ति का है-आगोश. प्रस्तुत गीत शालीन शर्मा
ने लिखा है और इसे गोपाल राव ने गाया है.
गीत क बोल:
ज़ोर ज़ोर
ज़ोर
ज़ोर देखो शोर देखो थोड़ा कहो थोड़ा सुनो
ज़ोर देखो शोर देखो थोडा रुको थोडा चलो
किसी ने किसी से कहा मचा है शहर में ये शोर
ये है ज़ोर
मचा है शहर में ये शोर ये है ज़ोर
ज़िंदगी खुशनुमा वक़्त खिलता हुआ
जो के सपनों में था वो भी हासिल हुआ
दिल को बांधे हुए प्यार की डोर है
ये कहानी तो है जब तलक ज़ोर है
ज़ोर
ज़ोर देखो शोर देखो थोड़ा कहो थोड़ा सुनो
ज़ोर देखो शोर देखो थोडा रुको थोडा चलो
किसी ने किसी से कहा मचा है शहर में ये शोर
ये है ज़ोर
मचा है शहर में ये शोर ये है ज़ोर
जब भी डर सा लगे चांद छुपने लगे
हो अंधेरा बड़ा तुम अगर रुक गए
ये नहीं देखना रात घनघोर है
याद रखना ज़रा तुम में भी ज़ोर है
ज़ोर
ज़ोर ज़ोर
ज़ोर
ज़ोर देखो शोर देखो थोड़ा कहो थोड़ा सुनो
ज़ोर देखो ढोर देखो थोडा रुको थोडा चलो
मैंने कहा तूने कहा सबने मचाया है ये शोर
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Zor dekho shor dekho-Zor 1998
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