दिल टूट गया जी छूट गया-आग १९४८
बोलबाला रहा और कई संगीतकार बंगाली मूल के हैं
जिन्होंने हिंदी फिल्मों में संगीत दिया. इनमें से एक
हैं राम गांगुली.
फिल्म आग से एक गीत सुनते हैं बहज़ाद लखनवी का
लिखा हुआ. इसे शमशाद बेगम ने गाया है.
गीत के बोल:
दिल टूट गया जी छूट गया
क़िस्मत ने मिटा कर छोड़ दिया
दिल टूट गया जी छूट गया
क़िस्मत ने मिटा कर छोड़ दिया
आँखों में भी तो आँसू न रहे
मजबूर बना कर छोड़ दिया
आँखों में भी तो आँसू न रहे
मजबूर बना कर छोड़ दिया
दिल टूट गया जी छूट गया
ऐ मेरी उम्मीदों की दुनिया
बदनाम मोहब्बत होती है
ऐ मेरी उम्मीदों की दुनिया
बदनाम मोहब्बत होती है
बदनाम मोहब्बत होती है
क्यों मुझको बनाया था अपना
क्यों अपना बना कर छोड़ दिया
क्यों मुझको बनाया था अपना
क्यों अपना बना कर छोड़ दिया
अरमान तडपते हैं दिल में
दिल है के सुलगता रहता है
अरमान तडपते हैं दिल में
दिल है के सुलगता रहता है
जलने के लिए दुनिया में मुझे
क्यूँ आग लगा कर छोड़ दिया
जलने के लिए दुनिया में मुझे
क्यूँ आग लगा कर छोड़ दिया
तुम फूलो फलो आबाद रहो
आबाद रहो दिलशाद रहो
तुम फूलो फलो आबाद रहो
आबाद रहो दिलशाद रहो
तुमने तो मुझे दुनिया के लिए
अफसाना बना कर छोड़ दिया
तुमने तो मुझे दुनिया के लिए
अफसाना बना कर छोड़ दिया
दिल टूट गया जी छूट गया
क़िस्मत ने मिटा कर छोड़ दिया
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Dil toot gaya ji-Aag 1948
Artist: Nargis, Raj Kapoor
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