एक तेरा सुन्दर मुखडा-भाई भाई १९७०
किया है. एक फिल्म है भाई भाई जो सन १९७० की फिल्म
है. इसमें सुनील दत्त डबल डोज़ में है मतलब डबल रोल में
हैं.
आशा पारेख की आँखें एक्स्ट्रा एक्सप्रेसिव हैं. उनका अभिनय
अच्छा है. गीत के इसाब से भाव लाने में उन्हें दिक्कत नहीं
के बराबर होती दिखाई देती है. डिग्री ऑफ एक्सप्रेशन की बात
की जाए तो दुःख वाले भावों में थोडा फर्क आता है. वो हाइयर
डिग्री पर चला जाता है. ऐसी जगह जहाँ कम दुःख प्रदर्शित
करना हो अंडरप्ले काफ़ी काम आने वाली चीज़ है.
सुनते हैं ये गीत जिसे रफ़ी ने गाया है. शंकर जयकिशन का
संगीत है और हसरत जयपुरी के बोल.
गीत के बोल:
एक तेरा सुन्दर मुखड़ा एक तेरा प्यार से भरा दिल
मिलना मुश्किल
एक तेरा सुन्दर मुखड़ा एक तेरा प्यार से भरा दिल
मिलना मुश्किल
इस ओर ढूंढूं चाहे उस ओर ढूंढूं कोई महफ़िल
मिलना मुश्किल
आ के सिरहाने तेरे तुझको जो देखा
हर सांस मेरा फिर तो खुशबू से महका
जैसी मिली है मुझको ऐसी सुहानी कोई मंजिल
मिलना मुश्किल
एक तेरा सुन्दर मुखड़ा एक तेरा प्यार से भरा दिल
मिलना मुश्किल
रेशम से गेसू तेरे रातें मिलन की
खामोश लब कहते हैं बातें मिलन की
देखे हज़ारों कातिल तुजसा हसीं कोई कातिल
मिलना मुश्किल
एक तेरा सुन्दर मुखड़ा एक तेरा प्यार से भरा दिल
मिलना मुश्किल
बीच भंवर में दिलबर छोड़ ना देना
नाज़ुक है दिल बेचारा तोड़ न देना
दुनिया के तूफानों में ऐसा नज़ारा और साहिल
मिलना मुश्किल
एक तेरा सुन्दर मुखड़ा एक तेरा प्यार से भरा दिल
मिलना मुश्किल
इस ओर ढूंढूं चाहे उस ओर ढूंढूं कोई महफ़िल
मिलना मुश्किल
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Ek tera sundar mukhda-Bhai bhai 1970
Artists: Sunil Dutt, Asha Parekh
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