Sep 13, 2019

सुनो सुनो कन्याओं के वर्णन-हसीना मान जायेगी १९६८

गीत अपने आप में काफी है अतः इसमें लंबी निबंध वाली
पोस्ट की ज़रूरत मुझे महसूस नहीं होती.

बाकी का विवरण आपको टैग में मिल जायेगा. ये हेरिटेज
गीत प्रकाश मेहरा ने लिखा है.





गीत के बोल:

हे सुनो सुनो
सुनो सुनो सुनो सुनो
सुनो सुनो कन्याओं का वर्णन करता है ये ज्ञानी
होती हैं ये चार किस्म की सुन लो मेरी ज़ुबानी
ज़ुबानी
सुनो सुनो
एक आग एक पानी एक प्रेम दीवानी
सबसे उत्तम वो जो अपनी ना बेगानी बेगानी
एक आग एक पानी एक प्रेम दीवानी
सबसे उत्तम वो जो अपनी ना बेगानी बेगानी

सुनो सुनो सुनो सुनो
मेरे देश की लड़की ई ई ई ई ई ई ई ई
मेरे देश की लड़की सोना निगले निगले हीरे मोती
मेरे देश की लड़की होये होये मेरे देश की लड़की
अरे जिसने मुझसे प्यार किया बस उसका बेड़ा गर्क हुआ
बस उसका बेड़ा गर्क हुआ
मेरा नर्क सा जीवन स्वर्ग हुआ तेरा स्वर्ग सा जीवन नर्क हुआ
तेरा स्वर्ग सा जीवन नर्क हुआ
यहाँ अपना पराया कोई नहीं
यहाँ अपना पराया कोई नहीं जो हाथ लगा वह साफ़ हुआ
जो हाथ लगा वह साफ़ हुआ

ओ ओ सुनो सुनो सुनो

कल आने का वादा कर के आज तलाक नहीं आये
ओ झूठे ओ पापी तेरा सत्यानाश हो जाये

टटपूंजियों से ना अँखियाँ मिलाना
टटपूंजियों से ना अँखियाँ मिलाना
टटपूंजियों का क्या है ठिकाना
टटपूंजियों से ना अँखियाँ मिलाना
टटपूंजियों से ना अँखियाँ मिलाना

ओ ओ ओ ओ ओ ओ
सच ही कहा है खटमल इनको
सच ही कहा है खटमल इनको
रात को काटे तो छुप जाये दिन को
रात को काटे तो छुप जाये दिन को
चुल्लू भर पानी में डूब के मर जाना
टटपूंजियों से ना अँखियाँ मिलाना
टटपूंजियों से ना अँखियाँ मिलाना

जोगन बन जाऊंगी नत्थू तोरे कारण
जोगन बन जाऊंगी नत्थू तोरे कारण
नत्थू तोरे कारण ओ फट्टू तोरे कारण
जोगन बन जाऊंगी नत्थू तोरे कारण

तू खोटा तेरा प्यार भी खोटा
बे पेंदे का तू है लोटा तू है लोटा

ओ थाली के बैंगन काले
ओ थाली के बैंगन काले
मार के अपने दिल पर ताले
मैं झुमरी तलैया
झुमरी तलैया जाऊंगी नत्थू तोरे कारण
ओ नत्थू तोरे कारण ओ फट्टू तोरे कारण
जोगन बन जाऊंगी नत्थू तोरे कारण

उनकी हूँ कभी इनकी तेरी हूँ कभी इसकी
पीने में मैं ठर्रा हूँ और दिखने में मैं विस्की
चल झूठी

अब आगे तेरी मर्ज़ी अब आगे तेरी मर्ज़ी
हो मोरे सइयां ओ मोरे बलमा बलमा बेदर्दी
आगे तेरी मर्ज़ी
आगे तेरी मर्जी फलनवा आगे तेरी मर्जी किसनवा
आगे तेरी मर्ज़ी

ये मेरे प्यार के उम्मीदवार बैठे हैं
कहीं शिकार कहीं पर शिकार बैठे हैं
शकल पे बारह बजा के बीमार बैठे है
शकल पे बारह बजा के बीमार बैठे हैं
वो मालदार हैं तो ये उधार बैठे हैं

अब आगे तेरी मर्ज़ी अब आगे तेरी मर्ज़ी
हो मोरे सइयां ओ मोरे बलमा बेदर्दी
आगे तेरी मर्ज़ी
…………………………………………………..
Suno suno kanyaon ke varnan-Haseena maan jayegi 1968

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