मेरे देख के लंबे बाल-सलाखें १९७६
जीवन में इनका होना बहुत ज़रूरी है. बिना इनके जीवन
नीरस और करेले का रस हो जायेगा. आज सुनते हैं एक
रोचक गीत नायिका के लंबे बालों को समर्पित. ये किसी
केश तेल का विज्ञापन नहीं बल्कि हिंदी फिल्म का गीत
है.
सुनते हैं सन १९७६ की फिल्म सलाखें से यह गीत जिसे
लिखा है हसरत जयपुरी ने और इसकी धुन तैयार की है
रवींद्र जैन ने. गायिका हैं आशा भोंसले. स्टेज के कार्यक्रम
में ये गीत गाया जा रहा है. शशि कपूर दर्शक दीर्घा में बैठे
आनंद ले रहे हैं और नायिका स्टेज पर नाच रही है.
गीत के बोल:
मेरे देख के लंबे बाल मुझपे मरता है बंगाल
मेरे देख के लंबे बाल मुझपे मरता है बंगाल
ओ तेरे दिल में भी कुछ होता है तो जवाब दे
मेरे देख के लंबे बाल
फूल जैसी है मेरी जवानी लोग कहें कश्मीर की रानी
चेहरा मेरा सुबह बनारस जुल्फें अवध की शाम सुहानी
रे शाम सुहानी
मेरा देख के मस्त शबाब हुआ दीवाना पंजाब
मेरा देख के मस्त शबाब हुआ रे हुआ हुआ दीवाना पंजाब
ओ तेरे दिल में भी कुछ होता है तो जवाब दे
मेरे देख के लंबे बाल
जब मैं ओढूं धानी चुनरिया लागूं जैसे बिजली गुजरिया
पनिया भरने पनघट पे जाऊं के रास्ता रोके बांका संवरिया
ओ बांका संवरिया
नहीं झूठी मेरी शान मेरा प्यासा राजस्थान
नहीं झूठी मेरी शान हाय रे मेरा प्यासा राजस्थान
ओ तेरे दिल में भी कुछ होता है तो जवाब दे
मेरे देख के लंबे बाल
सारी देश की शोभा लायी तेरे लिए मैं तो सज के आई
रूप ने मेरे धूम मचाई दिल में सबके मैं ही समायी
अरे मैं ही समायी
अरे देख के मेरी चाल सारी दुनिया है बेहाल
अजी देख के मेरी चाल सारी की सारी दुनिया है बेहाल
ओ तेरे दिल में भी कुछ होता है होता है तो जवाब दे
मेरे देख के लंबे बाल
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Mere dekh le lambe baal-Salaakhen 1976
Artists: Sulakshana Pandit, Shashi Kapoor
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