कैसे मुझे तुम मिल गई-गज़नी २००८
मात्रा में हिंसा डाल दी जाए तो कहानी बन जाती है फिल्म
गज़नी की. ये तो सरसरी तौर पर आकलन हुआ मगर इसमें
रहस्य और रोमांच भी है.
मूल स्रोत सन १९५१ की अंग्रेजी फिल्म हैप्पी गो लवली है
जिसमें डेविड निवेन और वेरा एलन की प्रमुख भूमिकाएं हैं.
इस फिल्म में भी गाने हैं और फिल्म रोचक है. आपको
मौका मिले तो इसे अवश्य देखें.
फिल्म साजन और पसंद अपनी अपनी की फिल्मों की तरह
गज़नी फिल्म का अंत सुखान्त नहीं है. इसमें अंत में हालांकि
नायक को अपनी यादों के साथ चेहरे पर हलकी मुस्कराहट
लिए समय के प्रहारों से मुक्त दिखलाया गया है मगर वो एक
सांत्वना जैसा है दर्शक के लिए जिसने फिल्म के फ्लैशबैक में
दुखद घटनाएँ और क्रूरता देख ली हैं.
साजन फिल्म तो खूब चली मगर पसंद अपनी अपनी फिल्म
के बारे में ज्यादा चर्चा नहीं हुई सिवाय इस गीत के-तुम जो
मिले हो जो लंबे समय तक रेडियो की शोभा बना रहा. इसे
मिथुन के फैन्स ने ज़रूर देखा और मिथुन को हलके फुल्के
रोल में देख के उन्हें आश्चर्य भी हुआ होगा.
प्रसून जोशी का लिखा गीत सुनते हैं जिसका धुन रहमान ने
तैयार की है. इसे श्रेया घोषाल और बेनी दयाल ने गाया है.
गीत के बोल:
हो हो हो हो हो हो हो हो
कैसे मुझे तुम मिल गई
क़िस्मत पे आये ना यक़ीं
उतर आई झील में
जैसे चाँद उतरता है कभी
हौले हौले धीरे से
गुनगुनी धूप की तरह से तरन्नुम में तुम
छू के मुझे गुज़री हो यूँ
देखूँ तुम्हेँ या मैं सुनूँ
तुम हो सुकून तुम हो जुनून
क्यूँ पहले ना आईं तुम
कैसे मुझे तुम मिल गईं
हो हो हो हो हो हों
क़िस्मत पे आये न यक़ीं
हो हो हो हो हो हों
मैं तो ये सोचता था
के आजकल ऊपर वाले को फ़ुर्सत नहीं
फिर भी तुम्हेँ बना के वो
मेरी नज़र मेँ चढ़ गया
रुतबे में वो और बढ़ गया
आ आ आ आ आ आ आ आ
बदले रास्ते झरने और नदी
बदले दीप की टिम टिम
छेड़े ज़िन्दगी धुन कोई नई
बदले बरखा की रिमझिम
बदलेंगी ऋतुएं अदा
पर मैं रहूँगी सदा उसी तरह
तेरी बांहों में बांहें डाल के
हर लम्हा हर पल
आ आ आ आ आ आ आ आ
ज़िन्दगी सितार हो गई
रिमझिम मल्हार हो गई
मुझे आता नहीँ क़िस्मत पे अपनी यक़ीन
कैसे मुझको मिली तुम
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Kaise mujhe tum mil gayi-Ghajini 2008
Artists: Aamir Khan, Asin
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