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Apr 21, 2018

जो तू आई हमारे घर में-अबू कालिया १९९०

सन १९९० की फिल्म अबू कालिया से दिलराज कौर का गाया
एक गीत सुनते हैं जिसे ऐश कँवल ने लिखा है और इस गीत
का संगीत तैयार किया है जतिन श्याम ने.

आपको रेयर गीत सुनवाने का हमारा वादा है इसलिए कभी कभी
आपको विशेष तौर पर ऐसे गीत सुनवाते हैं.




गीत के बोल:

जो तू आई हमारे घर में
लो फैला आज उजियारा
लो फैला आज उजियारा
जो तू आई हमारे घर में
लो फैला आज उजियारा
लो फैला आज उजियारा
जो तू आई

ले के बहारें संग तू जो चली आई रे
मैंने भी खुशियों की महफ़िल सजाई रे
बाहों में तुझे लूं या दिल में बिठाऊं मैं
कितना है प्यार तुझे कैसे बताऊं मैं
कितना है प्यार तुझे कैसे बताऊं मैं

मेरे जीवन की बगियाँ में खिला है फूल ये प्यारा
लो फैला आज उजियारा
जो तू आई
....................................................
Jo too aayi hamare ghar mein-Abu Kaliya 1990

Artist: Anuradha Sawant

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Aug 2, 2011

मैं तो तेरे हसीन ख्यालों में-संग्राम १९६५

गुमनाम फिल्मों में इतने नायब रत्न छुपे पढ़े हैं कि खोजने लग जाओ तो
थाह ही नहीं मिले। ऐसा ही एक मधुर गीत आपको सुनवाते हैं आज।

जुलाई ३१ तारीख को रफ़ी की पुण्यतिथि थी। रफ़ी ने जितनी तन्मयता से
भजन गाये उतने ही डूब के रोमांटिक गीत गाये। एक सीधे सरल स्वभाव
वाला व्यक्ति कैसे चमत्कार कर सकता है इस गीत के माध्यम से महसूस
कर लीजिए। एक कम प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी-लाला असर सत्तार ने इस
गीत की धुन बनाई है। रफ़ी के सरल व्यव्हार के चलते कई गुमनाम और
संघर्षरत संगीतकारों को भी बेहतरीन नगमे बनाने का मौका मिल गया।

दारा सिंह और रंधावा नाम के दो प्रसिद्ध पहलवान हुए हैं। दोनों इस फिल्म में
मौजूद हैं। फिल्म में दो नायिकाएं हैं-अरुणा ईरानी और गीतांजलि। अब चूंकि
इस गीत के कलाकार दारा सिंह और अरुणा ईरानी जैसे नहीं लग रहे अतः हम
मान लेते हैं दूसरे नायक और नायिका पर ये गीत फिल्माया गया है।



गीत के बोल:

मैं तो तेरे हसीन ख्यालों में खो गया
मैं तो तेरे हसीन ख्यालों में खो गया
दुनिये ये कह रही है के, दीवाना हो गया

मैं तो तेरे हसीन ख्यालों में खो गया

ये हुस्न तेरा खिलता हुआ सा गुलाब है
ये हुस्न तेरा खिलता हुआ सा गुलाब है
ऑंखें तेरी हसीन कमाल का शबाब है
तू लाजवाब है
वो खुशनसीब है तेरी महफ़िल में जो गया

मैं तो तेरे हसीन ख्यालों में खो गया

कोई न जिसको समझा तू एक ऐसा राग है
कोई न जिसको समझा तू एक ऐसा राग है
मुझको भी आज अपने मुक़द्दर पे नाज़ है
तू दिल नवाज़ है
आशिक हूँ तेरी जुल्फों के साये में खो गया

मैं तो तेरे हसीन ख्यालों में खो गया

दामन छुडा के जाओ न इतने गुरूर से
दामन छुडा के जाओ न इतने गुरूर से
क्या है कसूर पूछते हैं हम हुज़ूर से
देखो न दूर से
कर दो खता मुआफ जो होना था हो गया

मैं तो तेरे हसीन ख्यालों में खो गया
मैं तो तेरे हसीन ख्यालों में खो गया
दुनिये ये कह रही है के, दीवाना हो गया

मैं तो तेरे हसीन ख्यालों में खो गया
...................................
Main to tere haseen khayalon mein-Sangram 1965

Artist: Randhawa, Geetanjali

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