Oct 30, 2009

मेरे दिल से दिल्लगी न कर-वो ७ दिन १९८३

ये भटक गया तो क्या होगा .....अरे क्या और कहाँ भटक गया भाई ?
ये दूसरी लाइन है इस गाने की-मेरे दिल से दिल्लगी न कर, फ़िल्म
"वो ७ दिन" से। किशोर कुमार का ये गाना शरारती किस्म का है।
इसको बजा बजा के मनचलों ने खूब मजे लिए हैं एक ज़माने में।
बहुत दिन बाद इस गाने की याद आई।

अनिल कपूर की बतौर हीरो पहली फ़िल्म में उनके साथ नायिका हैं
पद्मिनी कोल्हापुरे। इस फ़िल्म के तुंरत बाद अनिल कपूर की हेयर
स्टाइल और मूंछें बहुत चलन में आई। ये गाना काफ़ी लंबे समय तक
बजता रहा। इसको कई साड़ी, बर्तन की सेल इत्यादि में बजते सुना
है मैंने, इसके बोल मुझे याद हो गए हैं। सोचता हूँ, अगर कोई गाने के
बोल पर परीक्षा हो और इस गाने के बोल पूछे जाएँ तो मुझे १० में
से १० नम्बर मिल जायेंगे।



गाने के बोल

मेरे दिल से दिल्लगी न कर
मेरे दिल से दिल्लगी न कर
दिल धड़क गया तो क्या होगा
दिल धड़क गया तो क्या होगा

हल्का सा बीच में परदा है
हल्का सा बीच में परदा है

हल्का सा बीच में परदा है
ये सरक गया तो क्या होगा
ये सरक गया तो क्या होगा

मेरे दिल से दिल्लगी न कर
मेरे दिल से दिल्लगी न कर

मन पापी है तन घायल है
छम-छम के चल, पग पायल है
मन पापी है तन घायल है
छम-छम के चल, पग पायल है

तेरी पायल का कोई घुंघरू
तेरी पायल का कोई घुंघरू
जो छनक गया तो क्या होगा
जो छनक गया तो क्या होगा

मेरे दिल से दिल्लगी न कर
मेरे दिल से दिल्लगी न कर

तेरी आँखों के काजल से
तेरी आँखों के काजल से
लगता है मुझे डर बादल से
लगता है मुझे डर बादल से
बादल में बिजली का शोला
बादल में बिजली का शोला
जो चमक गया तो क्या होगा
जो चमक गया तो क्या होगा

मेरे दिल से दिल्लगी न कर
मेरे दिल से दिल्लगी न कर

मत छेडो तू हम दीवानों को,
हम छेड़ न दें अरमानों को
मत छेडो तू हम दीवानों की
हम छेड़ न दें अरमानों को

दिल शीशा है दिल गुंचा है
दिल शीशा है दिल गुंचा है
ये चटक गया तो क्या होगा
ये चटक गया तो क्या होगा

मेरे दिल से दिल्लगी न कर
मेरे दिल से दिल्लगी न कर
.............................................................
Mere dil se dillagi na kar-Wo saat din 1983

Artists: Anil Kapoor, Padmini Kolhapure

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