जोगिया से प्रीत किये दुःख होए - गरम कोट १९५५
है।
लता मंगेशकर का निस्संदेह इतिहास की उन नारियों में स्थान है जिन्होंने
जन-मानस पर सबसे ज्यादा प्रभाव डाला है जहाँ तक भारतीय इतिहास का
सवाल है । आश्चर्य नहीं है कि उन्हें भारत रत्न से भी काफी समय पहले
सम्मानित किया जा चुका है। सैंकड़ों संगीतकारों के साथ उन्होंने हजारों गीत
गाये हैं और आज भी गाने की ख्वाहिश रखती हैं।
हिंदी फिल्मों के महानायक को आप "८२" के अंक वाली तख्ती लिए टीवी
के चैनल पर लता मंगेशकर को जन्म दिवस की शुभकामनाएं देते देख ही
चुके होंगे। मेरे ख्याल से महानायक अपनी युवावस्था में उतने सक्रिय नहीं
दिखे जितना वे अपनी बुजुर्गावास्था में दिखाई दे रहे हैं। उनसे आज की पीढ़ी
को ऊर्जावान बने रहने का सबक लेना चाहिए। लिटिल "बी" सुन रहे हैं ना ?
आपको लता मंगेशकर के गाये कई मधुर गीत हम सुनवा चुके हैं इस ब्लॉग
पर। आज आपको सुनवाते हैं एक अनजान सी फिल्म गरम कोट से एक मधुर
गीत जो शायद खिचड़ी रंग के बालों वाली पीढ़ी ने अवश्य एक ना एक बार सुना
होगा। सादा और सरल सा गीत है जिसकी धुन बनाई है संगीतकार अमरनाथ ने।
'गरम कोट' राजिंदर सिंह बेदी की लिखी एक कहानी पर आधारित फिल्म है।
'गरम कोट' कहानी से साहित्य प्रेमी विशेषकर उर्दू साहित्य प्रेमी अवश्य ही वाकिफ
होंगे। बेदी ख्यातनाम साहित्यकार हैं। गौरतलब है कि इस फिल्म के सह-निर्माता
बेदी हैं और इस फिल्म के ज़रिये उन्हें स्क्रीनप्ले लिखने का पहला अवसर
मिला और स्क्रीनप्ले लिखने का ये सिलसिला समय के साथ आगे बढ़ता ही गया।
समय के साथ उन्हें कई फिल्मों के संवाद लिखने का भी मौका मिला।
भक्त-श्रेष्ठ मीरा बाई की दिव्य रचना पर बने गीत को फिल्माया गया है हिंदी फिल्मों
की सबसे चर्चित मां पर। नारी शक्ति को प्रणाम करते हुए ये गीत सभी महिला पाठकों
को समर्पित। उल्लेखनीय है अभिनेत्री निरूपा रॉय ने फिल्म दीवार में अमिताभ की
मां का किरदार निभाया था। इसी वाक्य को अगर हम ३७ साल पहले लिखते तो यूँ
होता- फिल्म दीवार में अमिताभ ने निरूपा रॉय के बेटे की भूमिका निभाई थी।
गीत मीरा बाई का पारंपरिक गीत है और इसका संगीत तैयार किया है अमरनाथ
(चावला) ने. इनके बारे में जिक्र फिर कभी.
गीत के बोल:
प्रीत किये दुःख होए, दुःख होए
प्रीत किये दुःख होए
जोगिया से प्रीत किये दुःख होए
जोगिया से प्रीत किये दुःख होए
प्रीत किये सुख, ना मोरी सजनी
प्रीत किये सुख, ना मोरी सजनी
जोगिया मीत ना कोए
जोगिया से प्रीत किये दुःख होए
जोगिया से प्रीत किये दुःख होए
रैन दिवस कल नाहीं परत है
रैन दिवस कल नाहीं परत है
रैन दिवस कल नाहीं परत है
तुम मिलिया बिन मोहे
तुम मिलिया बिन मोहे
ऐसी सूरत या जग माही
ऐसी सूरत या जग माही
फेर न देखी कोए
फेर न देखी कोए
जोगिया से प्रीत किये दुख होए
जोगिया से प्रीत किये दुख होए
मीरा के प्रभु कब रे मिलोगे
मीरा के प्रभु कब रे मिलोगे
कब रे मिलोगे
मीरा के प्रभु कब रे मिलोगे
मिलिया आनंद होए
जोगिया से प्रीत किये दुख होए
जोगिया से प्रीत किये दुख होए
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Jogiya se preet kiye dukh hoye-Garam Coat 1955
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