पी कहाँ पी कहाँ-सोलहवां सावन १९७९
के रूप में पहली हिंदी फिल्म है. इस फिल्म का जिक्र इसी रूप में
होता आया है. इसे देखने के सौभाग्य जिन जिन को मिला है वे ही
इसके कथानक के बारे में कुछ बतला सकते हैं. श्रीदेवी इसके पहले
हिंदी फिल्म जूली में बाल कलाकार के रूप में काम कर चुकी थीं.
फिल्म जूली की नायिका हैं लक्ष्मी.
फिल्म के निर्देशक हैं भारती राजा जिनकी एक फिल्म से गीत आपको
२-३ दिन पहले सुनवाया था. फिल्म सोलहवां सावन की कहानी भी
गांव की पृष्ठभूमि पर आधारित है. सुनते हैं इस फिल्म से एक गीत
वाणी जयराम का गाया हुआ जिसे नक्श लायलपुरी ने लिखा है.
फिल्म के संगीतकार हैं जयदेव.
गीत के बोल:
पी कहाँ पी कहाँ पी कहाँ
धीरे से हौले से सुन मेरिये
मेरे कानों में कह दे री पवन
पी है कहाँ मेरा पी है कहाँ
धीरे से हौले से सुन मेरिये
मेरे कानों में कह दे री पवन
पी है कहाँ मेरा पी है कहाँ
पी कहाँ पी कहाँ पी कहाँ
पी कहाँ पी कहाँ पी कहाँ
छन छन लहराए झूमे
छन छन लहराए झूमे
कोयल बावरिया झूमे
कारी बदरिया झूमे
बस्ती नगरिया झूमे
मस्ती में झूमे धरा तो क्या गगन
पूछे मेरा मन पी है कहाँ
मेरे कानों में कह दे री पवन
पी है कहाँ मेरा पी है कहाँ
पी कहाँ पी कहाँ पी कहाँ
पी कहाँ पी कहाँ पी कहाँ
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Pee kahan pee kahann-Solva sawan 1979
Artist: Sridevi
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