May 25, 2009

प्यार मोहब्बत के सिवा-प्यार मोहब्बत १९६६

फिल्म का शीर्षक गीत एक बरसाती गीत है जिसमे हीरो हिरोइन
भीग रहे हैं। शायद ठण्ड लग रही है इसलिए इतने ऊंचे सुर में गीत
गाया जा रहा है। नायक हैं देव आनंद और नायिका हैं सायरा बानो।
गीत है हसरत जयपुरी का लिखा हुआ और संगीत है शंकर जयकिशन
का। अगर आप आंख बंद कर लें तो शायद आपको ये शम्मी कपूर पर
फिल्माया गाया गीत लगने लगेगा। गाने की उल्लखनीय बात ये है कि
नाव में कोई चप्पू नहीं है और वो नायक -नायिका कि उछल कूद के सहारे
लहरें चीरती हुई आगे बढ़ रही है। वैकल्पिक उर्जा स्रोतों पर शोध करने
वाले इस गीत को देख रहे हैं क्या ??



गीत के बोल:

हुर्रे, हुर्रे, हुर्रे
प्यार मोहब्बत

प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी

जो तुमने किया जो हमने किया वो जाने दो,जाने दो
जो तुमसे हुआ जो हमसे हुआ वो जाने दो,जाने दो
दो दिन कि जवानी है ये झगडे जाने दो,जाने दो
आ जाओ हमारे पास अब गिला जाने दो,जाने दो

प्यार मोहब्बत
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी
हुर्रे, हुर्रे
हुर्रे, हुर्रे

तूफ़ान में खिली आशा कि कलि अब गम क्या है
गम क्या है
हम एक हुए मंजिल से मिले अब गम क्या है
गम क्या है
एक दिल कि लगी एक दिल कि बुझी अब गम क्या है
गम क्या है
सावन कि घटा बरसाए ख़ुशी अब गम क्या है
गम क्या है

प्यार मोहब्बत
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी

मदहोश हूँ मैं और होश नहीं अब क्या होगा
क्या होगा
कुछ तू ही बता दे जोहरा ज़बीं अब क्या होगा
क्या होगा
पहलू में रहे तुम सा हसीं अब क्या होगा
क्या होगा
हो जाऊं ना मैं दीवाना कहीं अब क्या होगा
क्या होगा

प्यार मोहब्बत
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
प्यार मोहब्बत के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी
आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी

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