Jul 8, 2009

हमको तो जान से प्यारी-नैना १९७३

संगीतकार शंकर जयकिशन और रफी के जोड़ ने
हिन्दी फिल्मों को कई रोमांटिक गीत दिए।
मेरे पसंदीदा रोमांटिक गीतों में से एक
आपके लिए पेश है फ़िल्म नैना से । इस गीत को
लिखा है हसरत जयपुरी ने। शशि कपूर के साथ
राजश्री की जोड़ी शायद केवल इसी फ़िल्म में है।
इस फ़िल्म की दूसरी अभिनेत्री हैं मौसमी चटर्जी ।




गाने के बोल:

हमको तो जान से प्यारी हैं तुम्हारी ऑंखें
हाय काजल भरी ये मदहोश ये प्यारी ऑंखें

हमको तो जान से

मस्त ऑंखें हैं के गाते हुए मैखाने हैं
मस्त ऑंखें हैं के छलके हुए पैमाने हैं

मस्त ऑंखें हैं के गाते हुए मैखाने हैं
मस्त ऑंखें हैं के छलके हुए पैमाने हैं

हमने देखी नहीं ऐसी तो कंवारी ऑंखें
हाय काजल भरी ये मदहोश ये प्यारी ऑंखें

हमको तो जान से

नरगिसी फूल हो, हंस हंस के खुली खुली जाती है
नींद के बोझ से शरमा के झुकी जाती है

नरगिसी फूल हो, हंस हंस के खुली खुली जाती है
नींद के बोझ से शरमा के झुकी जाती है

और कातिल हैं सनम नींद से भरी ऑंखें
हाय काजल भरी ये मदहोश ये प्यारी ऑंखें

हमको तो जान से

रौशनी चाँद में सूरज में है जब तक कायम
ज्योत रोशन रहे आँखों में तुम्हारी हरदम

ये दुआ है सलामत रहें तुम्हारी ऑंखें
हाय काजल भरी ये मदहोश ये प्यारी ऑंखें

हमको तो जान से प्यारी हैं तुम्हारी ऑंखें
हाय काजल भरी ये मदहोश ये प्यारी ऑंखें

हमको तो जान से

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