मैंने पी शराब- नया रास्ता १९७०
बहुत प्रसिद्ध हुआ था -जान गई मैं तो जान गई जो आशा भोंसले
ने गाया है। मैं बार बार जिक्र करता हूँ गाने का। ये वे गाने हैं जिनको
रेडियो चैनल वाले बहुत बजाया करते थे। रेडियो ही आम आदमी का
गाने सुनने का साधन हुआ करता था उन दिनों में।
हम गीत पर लौट के आते हैं। रफ़ी ने कई शराबी गीत भी गाये हैं।
ये भी उनमे से एक है जो बहुत ही कम सुना गया। बोल साहिर
लुधियानवी के हैं। गाना बलराज साहनी पर फिल्माया गया है।
साहिर के दर्शन से एक कहावत याद आती है हिन्दी की -
"समरथ को नहीं दोष गुसाईं " गाने में तबियत से लानत मनालत
घुसाई गयी है. गीत में एक सन्देश स्पष्ट है-समर्थवान कितना भी
अनीति और अन्याय कर ले, सौ सुनार की एक लुहार की वाला
वक्त आता है और वो समय दिखलाता है उसको. हिसाब सबका
होता है किस समय होगा ये कोई नहीं जानता.
गाने के बोल:
मैंने पी शराब तुमने क्या पिया
अरे तुमने क्या पिया
आदमी का खून ?
मैं ज़लील हूँ, तुमको क्या कहूं
अरे तुमको क्या कहूं
तुमको क्या कहूं
मैंने पी शराब...
तुम पियो तो ठीक हम पियें तो पाप
तुम जियो तो पुण्य हम जियें तो पाप
तुम पियो तो ठीक हम पियें तो पाप
तुम जियो तो पुण्य हम जियें तो पाप
तुम शरीफ लोग तुम अमीर लोग
हम तबाह हाल हम फ़कीर लोग
ज़िन्दगी भी रोग मौत भी अज़ाब
मैंने पी शराब...
तुम कहो तो सच, हम कहें तो झूठ
तुमको सब मुआफ , ज़ुल्म हो के लूट
तुमने कितने दिल चाक कर दिए
कितने बसते घर ख़ाक कर दिए
मैंने तो किया ख़ुद को ही ख़राब
मैंने पी शराब...
रीत और रिवाज़ सब तुम्हारे साथ
धर्म और समाज सब तुम्हारे साथ
अपने साथ क्या धूल और धुंआ
आज चाहे तुम नोच लो जुबान
आनेवाला दौर लेगा सब हिसाब
मैंने पी शराब तुमने क्या पिया
अरे तुमने क्या पिया
आदमी का खून ?
मैं ज़लील हूँ, तुमको क्या कहूं
अरे तुमको क्या कहूं
तुमको क्या कहूं
मैंने पी शराब...
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Maine pee sharab-Naya Rasta 1970
Artist: Balraj Sahni
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