मैं सदके जाऊं -वासना १९६८
लता मंगेशकर और कुछ संगीतकारों के ऊपर आपने
पत्रिकाओं और ब्लोग्स पर सामग्री देखी होगी। एक
संगीतकार हैं चित्रगुप्त हिन्दी फ़िल्म जगत के जिनके बारे में
फिल्मी ग्यानी और संगीत प्रेमी लिखना और जिक्र करना भूल
जाते हैं । चित्रगुप्त एक प्रतिभाशाली संगीतकार थे, जिनके बारे में
हम आगे चर्चा करते रहेंगे। फिलहाल उनका संगीतबद्ध किया एक
गीत सुनिए और देखिये । ये फ़िल्म वासना से लिया गया है जो
साहिर लुधियानवी का लिखा हुआ है। इसको स्वर साम्राज्ञी लता
मंगेशकर ने गाया है। इस फ़िल्म में विश्वजीत, पद्मिनी, राज कुमार और
सईदा खान की मुख्य भूमिकाएं हैं । गाना सुनके आपका दिल
बाग़ बाग़ हो जाएगा इतनी बढ़िया धुन है इसकी।
गाने के बोल:
मैं सदके जाऊं , मेरे सैयां
तुम आए तो हो
जिद टूट गई इनकार की
रुत जाग उठी दीदार की
तुम आज मेरे नज़दीक हो
येही जीत है मेरे प्यार की
दिल लेके ग़म देके शरमाये तो हो
मैं सदके जाऊं , मेरे सैयां
तुम आए तो हो
मैं सदके जाऊं
तू मेरा हसीं अरमान हो,
एक खोयी हुई पहचान हो
कल गैरों के मेहमान थे
आज इस घर के मेहमान हो
दुनिया के दुःख पाकर घबराए तो हो
मैं सदके जाऊं , मेरे सैयां
तुम आए तो हो
मैं सदके जाऊं
मेरे दिल पे तुम्हारा हाथ है
कैसी पिघली हुई ये रात है
कल तक जो नज़र मगरूर थी
वही शौक भरी सौगात है
तरसा के, तड़पा के पछताए तो हो
मैं सदके जाऊं , मेरे सैयां
तुम आए तो हो
मैं सदके जाऊं
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