Oct 17, 2009

धीमे धीमे गाऊँ-जुबैदा २०००

कर्णप्रिय गीत २००० के आसपास बहुतेरे आए जिनसे ये
उम्मीद बंधी कि भारतीय सिने संगीत का भविष्य उज्जवल
है। इसी कड़ी में अगला गीत है फ़िल्म जुबैदा का जो सन २०००
में आई। थोडी लीक से हटकर बनी फ़िल्म बॉक्स ऑफिस
की पटरी से थोडी जल्दी उतर गई। इसमे समानांतर सिनेमा
के कलाकार जो मुख्य धारा के सिनेमा में अपनी पैठ बनाने
की कोशिश में थे -मनोज वाजपेयी और उस समय की चोटी
की अभिनेत्री करिश्मा कपूर मुख्य भूमिकाओं में हैं।

इस फ़िल्म का संगीत बिना ध्यानाकर्षण के गुल नहीं हुआ।
शौकीनों ने इसके ऑडियो केसेट और सी. डी. बहुत ख़रीदे।
इस फ़िल्म में संगीत ऐ. आर. रहमान का है ।

ये जो गीत है -'धीमे धीमे गाऊँ' ये कविता कृष्णामूर्ति ने गाया
है । इस गाने की क्लेरिटी गज़ब की है। ए आर रहमान का वाद्य
संयोजन बेहतरीन है और वही उनको उनके समकालीनों से
अलग करता है।




गाने के बोल
:

धीमे धीमे गाऊँ
धीरे धीरे गाऊँ
हौले हौले गाऊँ
तेरे लिए पिया
गुन गुन मैं गाती जाऊं
छुन छुन पायल छनकाऊँ
सुन सुन कब से दोहराऊँ
पिया पिया ….

गुलशन महके महके
ये मन बहके बहके
और तन दहके दहके
क्यों है बता पिया
मन की जो हालत है
तन की जो रंगत है ये
तेरी मोहब्बत है ये
पिया पिया पिया

गुन गुन मैं गाती जाऊं ….

पिया पिया, हो .....
जिंदगी में तू आया तो
धूप में मिला साया तो
जागे नसीब मेरे, हो .....
अनहोनी को था होना
धूल बन गई है सोना
आके करीब तेरे, हो .......
प्यार से मुझको तूने छुआ है
रूप सुनहरा तब से हुआ है
कहूं और क्या तुझे मैं पिया,हो ….

तेरी निगाहों में हूँ
तेरी ही बाँहों में हूँ
ख्वाबों की राहों में हूँ
पिया पिया पिया ….

गुन गुन मैं गाती जाऊं ….

मैंने जो खुशी पायी है
झूम के जो रुत आई है
बदले न रुत वो कभी हो .....
दिल को देवता जो लागे
सर झुका है जिसके आगे
टूटे न बुत वो कभी हो......
कितनी है मीठी कितनी सुहानी
तूने सुनाई है जो कहानी
मैं जो खो गई, नई हो गई, हो हो ......

आंखों में तारे चमके
रातों में जुगनू दमकें
मिट गए निशान गम के
पिया पिया पिया …

गुन गुन मैं गाती जाऊं
छुन छुन पायल छनकाऊँ
सुन सुन कब से दोहराऊँ
पिया पिया ….
.................................
Dheeme dheeme gaoon-Zubeida 2000

Artists: Manoj Bajpai, Karishma Kapoor

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