Nov 5, 2009

चील चील चिल्ला के-हाफ टिकट १९६२

किशोर कुमार अभिनीत इस फ़िल्म के बहुत से दीवाने हैं, मैं भी हूँ।
किशोर कुमार की फ्री स्टाइल गायकी का शानदार नमूना है ये ।
सब लय और ताल के भीतर । बोल हैं शैलेन्द्र के और संगीत है
सलिल चौधरी का । रेल के डिब्बे में उधम मचाते किशोर कुमार,
आनंद दायक नज़ारा है। इसको देख के मन नहीं भरता कभी भी।



गाने के बोल:

या या, या बा गा, या यूँ, या बा गा उन
आ रहे थे इश्कूल से, रस्ते में,
हमने देखा एक खेल सस्ते में

क्या बेटा क्या?
आं मां

चील-चील चिल्ला के कजरी सुनाये
चील-चील चिल्ला के कजरी सुनाये
झूम-झूम कौवा भी ढोलक बजाये
अरे, वाह वाह वाह
अरे, वाह वाह वाह
अरे वाह वाह वाह
अरे वाह वाह वाह, वाह

ए, चील-चील चिल्ला के कजरी सुनाये
झूम-झूम कौवा भी ढोलक बजाये
अरे वाह वाह वाह , वाह
अरे वाह वाह वाह , वाह
अरे वाह वाह वाह , वाह
अरे वाह वाह वाह , वाह
एय लतू बाकू, आ बाकू
आ बाकू, आ बाकू, आ बाकू,आ बाकू, आ बाकू

छुक-छुक-छुक चली जाती है रेल
छुक-छुक-छुक-छुक-छुक चली जाती है रेल
छुप-छुप-छुप तोता मैना का मेल
प्यार की पकौडी मीठी बातों की भेल
प्यार की पकौडी मीठी बातों की भेल
थोडा नून, थोडी मिर्च, थोडी सोंठ, थोडा तेल
अरे वाह वाह वाह , वाह
अरे वाह वाह वाह , वाह
अरे वाह वाह वाह , वाह
अरे वाह वाह वाह , वाह

बोल..
चील-चील चिल्ला के कजरी सुनाये
अले, वाह ले बेटा
झूम-झूम कौवा भी ढोलक बजाये
अरे वाह वाह वाह ,वाह
अरे वाह वाह वाह ,वाह
अरे वाह वाह वाह ,वाह
अरे वाह वाह वाह वाह, अरे

गोल मोल ढोल मोटे लाला शौकीन
गोल मोल ढोल मोटे लाला शौकीन
तोंद में छुपाये हैं चिराग-ऐ-आलादीन
तीन को हमेशा करते आए साढे तीन
तीन को हमेशा करते आए साढे तीन
ज़रा नाप, ज़रा तोल, इसे लूट, उसे छीन

अरे,वाह वाह वाह
अरे,वाह वाह वाह
अरे वाह वाह वाह,वाह
अरे वाह वाह वाह वाह,वाह

एय, चील-चील चिल्ला के कजरी सुनाये
झूम-झूम कौवा भी ढोलक बजाये
अरे वाह वाह वाह,वाह
अरे वाह वाह वाह,वाह
अरे वाह वाह वाह,वाह
अरे वाह वाह वाह,वाह
हे लत्तू बाकू, आ बाकू
आ बाकू, आ बाकू, आ बाकू, आ बाकू, आ बाकू

कोई मुझे चोर कहे, कोई कोतवाल
कोई मुझे चोर कहे, कोई कोतवाल
किस पे यकीन करूँ, मुश्किल सवाल
दुनिया में यारो है बड़ा ही गोलमाल
दुनिया में यारो है बड़ा ही गोलमाल
कहीं ढोल, कहीं पोल, सीधी बात, टेढी चाल
अरे,वाह वाह वाह
अरे,वाह वाह वाह
अरे वाह वाह वाह ,वाह
अरे वाह वाह वाह वाह,वाह

एय, चील-चील चिल्ला के कजरी सुनाये
झूम-झूम कौवा भी ढोलक बजाये
अरे,वाह वाह वाह,वाह
अरे वाह वाह वाह,वाह
अरे वाह वाह वाह,वाह
अरे वाह वाह वाह वाह, ए

ऊं ऊं, बाबा मन की आँखें खोल
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Cheel cheel chilla ke-Half Ticket 1962

Artist: Kishore KUmar

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