तेरे लिए लाया हूँ मैं -हम तो प्यार करेंगे १९९१
ब्लॉग का मकसद है आपका कर्णप्रिय गीतों से परिचय
करवाना। इस कड़ी में एक गीत है जो एक एल्बम में
मैंने सुना था। इसको गाया है मोहम्मद अज़ीज़ और
अनुराधा पौडवाल ने। गीत लिखा है रवीन्द्र रावल ने।
ये गीत ९० के दशक में १९९१ में आया था। बाबुल बोस
जिनका जिक्र 10-20 पोस्ट पहले हमने किया था उनकी प्रतिभा
को टटोलने के लिए ये एक गाना काफ़ी है। गीत अगर
अच्छा है तो आवाजें किसी भी गायक की हों, हम कम
से कम एक बार सुन तो सकते हैं। जो निरंतर अच्छे
गीतों की तलाश में रहते हैं उनका यहाँ हार्दिक स्वागत है ।
किसी ख़ास युग की लकीर पीटने वालों और जो ८० के बाद के
संगीत को सिरे से खारिज करते हों, उनके लिए एक -Eye Opener
का काम करेगा ये ब्लॉग। 'लकीर पीटना' एक मुहावरा है और यहाँ
इससे सटीक शब्द मुझे कुछ और सूझता नहीं है।
गाने के बोल:
तेरे लिए लाया हूँ मैं लाल लाल चूडियाँ
तेरे लिए लाया हूँ मैं लाल लाल चूडियाँ
सजेंगी कलियों में प्यार की ये चूडियाँ
सजेंगी कलियों में प्यार की ये चूडियाँ
मुझको पसदं हैं ये लाल लाल चूडियाँ
मुझको पसदं हैं ये लाल लाल चूडियाँ
पहनूंगी प्यार से ये यार की मैं चूडियाँ
पहनूंगी प्यार से ये यार की मैं चूडियाँ
तेरे लिए लाया हूँ मैं लाल लाल चूडियाँ
घर तू जायेगी मुझसे मिलने के बाद रे
ये जब छनकेगी आएगी मेरी याद रे
घर तू जायेगी मुझसे मिलने के बाद रे
ये जब छनकेगी आएगी मेरी याद रे
अपने प्यार के इकरार की ये चूडियाँ
अपने प्यार के इकरार की ये चूडियाँ
मुझको पसदं हैं ये लाल लाल चूडियाँ
तेरे लिए लाया हूँ मैं लाल लाल चूडियाँ
लाया तू जैसे ये तोहफा अपने साथ रे
मेरे घर यूँ ही एक दिन लाना तू बारात रे
मेरे लिए तो है एतबार की ये चूडियाँ
मेरे लिए तो है एतबार की ये चूडियाँ
तेरे लिए लाया हूँ मैं लाल लाल चूडियाँ
तेरे लिए लाया हूँ मैं लाल लाल चूडियाँ
सजेंगी कलियों में प्यार की ये चूडियाँ
सजेंगी कलियों में प्यार की ये चूडियाँ
मुझको पसदं हैं ये लाल लाल चूडियाँ
पहनूंगी प्यार से ये यार की मैं चूडियाँ
पहनूंगी प्यार से ये यार की मैं चूडियाँ
तेरे लिए लाया हूँ मैं लाल लाल चूडियाँ
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Tere liye laaya hoon main-Hum to pyar karenge 1991
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