मुझे तुम मिल गए हमदम-लव इन टोक्यो १९६६
लता मंगेशकर का गाया ये गीत कर्णप्रिय है और इस गीत का एक
अलग प्रशंसक वर्ग है। गीत में प्यानो और लता की आवाजें ही सुनाई
देती है मानो दोनों की जुगलबंदी बनाई गयी हो। शंकर और जयकिशन
दोनों प्यानो में सिद्धहस्त थे। एक सीधे हाथ से बजता तो दूसरा उलटे
हाथ से। क्या खूब जोड़ी थी इनकी भी।
गीत के बोल:
मुझे तुम मिल गए हमदम सहारा हो तो ऐसा हो
जिधर देखूँ उधर तुम हो नज़ारा हो तो ऐसा हो
मुझे तुम मिल गए हमदम सहारा हो तो ऐसा हो
जिधर देखूँ उधर तुम हो नज़ारा हो तो ऐसा हो
मुझे तुम मिल गए हमदम
किसी का चाँद सा चेहरा नज़र से चूम लेती हूँ
किसी का चाँद सा चेहरा नज़र से चूम लेती हूँ
ख़ुशी की इन्तहाँ ये है नशे में झूम लेती हूँ
ख़ुशी की इन्तहाँ ये है नशे में झूम लेती हूँ
हुई तक़दीर भी रोशन सितारा हो तो ऐसा हो
जिधर देखूँ उधर तुम हो नज़ारा हो तो ऐसा हो
मुझे तुम मिल गए दमदम
उधर दिल है इधर जाँ है अजब मुश्किल का सामाँ है
उधर दिल है इधर जाँ है अजब मुश्किल का सामाँ है
लबों पर मुस्कराहट है मगर साँसों में तूफ़ाँ है
लबों पर मुस्कराहट है मगर साँसों में तूफ़ाँ है
ये मैं जानूँ या तुम जानो इशारा हो तो ऐसा हो
जिधर देखूँ उधर तुम हो नज़ारा हो तो ऐसा हो
मुझे तुम मिल गए हमदम
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Mujhe tum mil gaye hamdam-Love in Tokyo 1966
Artist-Asha Parekh, Joy Mukherji
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