चोर चोरी आग सी दिल में लगा कर -ढोलक १९५१
ढोलक फ़िल्म का ये गीत पुराने संगीत प्रेमियों की जुबां
पे चढ़ा हुआ है। सुलोचना कदम नाम की गायिका का गाया
ये गीत अपने ज़माने का हिट गीत था। आज भी इस गीत के
चाहने वाले इसको सुनकर झूम उठते हैं। अभिनेत्री मीना शोरी
पर फिल्माया गया ये गीत आज भी वैसा ही जवान सुनाई देता
है जैसा सन ५० के दशक में सुनाई देता था। अज़ीज़ कश्मीरी
ने इस गीत के बोल लिखे हैं जिनका नाम तक नहीं लेता कोई
इस गीत को इतनी प्रसिद्धि मिलने के बावजूद। इस गीत की धुन
सुनकर सयाने संगीत प्रेमी ये अंदाज़ा लगाने में समर्थ होंगे कि
श्याम सुंदर पंजाबी मूल के संगीतकार थे।
गीत के बोल:
चोर चोरी आग सी दिल में लगा कर चल दिए
हम तड़पते रह गए वो मुस्कुरा कर चल दिए
चोर चोरी
चोर चोरी आग सी दिल में लगा कर चल दिए
हम तड़पते रह गए वो मुस्कुरा कर चल दिए
चोर चोरी
दिल की हसरत आंसुओं में
दिल की हसरत आंसुओं में
टुकड़े होकर बह गई
टुकड़े होकर बह गई
मेरी उम्मीदों पर बिजली जब गिरा कर चल दिए
हम तड़पते रह गए वो मुस्कुरा कर चल दिए
चोर चोरी
चोर चोरी आग सी दिल में लगा कर चल दिए
हम तड़पते रह गए वो मुस्कुरा कर चल दिए
चोर चोरी
आंसुओं ने दास्ताँ-ऐ-गम सुनानी थी अभी
आंसुओं ने दास्ताँ-ऐ-गम सुनानी थी अभी
दास्ताँ-ऐ-गम सुनानी, हाँ सुनानी थी अभी
दिल की दिल में ही रही, अरमान मिटा कर चल दिए
हम तड़पते रह गए वो मुस्कुरा कर चल दिए
चोर चोरी
चोर चोरी आग सी दिल में लगा कर चल दिए
हम तड़पते रह गए वो मुस्कुरा कर चल दिए
चोर चोरी
क्या अनोखी चोट दी है
क्या अनोखी चोट दी है
बेवफा बेदर्द ने
बेवफा बेदर्द ने
दिल में रह कर देखिये वो दिल चुरा कर चल दिए
हम तड़पते रह गए वो मुस्कुरा कर चल दिए
चोर चोरी
चोर चोरी आग सी दिल में लगा कर चल दिए
हम तड़पते रह गए वो मुस्कुरा कर चल दिए
चोर चोरी
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