दामन में आग लगा बैठे-धूल का फूल १९५९
"धूल का फूल " का अर्थ हिन्दी भाषी अवश्य जानते हैं। ये
फ़िल्म राजेंद्र कुमार और माला सिन्हा को लेकर बनाई थी
सन १९५९ में बलदेव राज चोपड़ा ने। सामाजिक समस्याओं पर
उन्होंने काफ़ी सार्थक काम किया। ये एक अनब्याही माँ
मीना(माला सिन्हा) की कहानी है जिसे महेश (राजेंद्र कुमार)
धोखा देकर अपने माँ बाप की पसंद की हुई लड़की से शादी कर
लेता है। मीना को उसके रिश्तेदार घर से बहार निकल देते हैं।
मीना एक बच्चे जो जम देकर उसे जंगल में छोड़ देती है । उसके
बाद शुरू होता है उस बच्चे का किस्सा। समय के थपेड़ों से गुज़र
कर गुनाह के रास्ते से होते हुए एक दिन वो अपने बाप ,जो कि
अब तक न्यायाधीश बन चुका है, के सामने पेशी के लिए हाज़िर
किया जाता है। इस फ़िल्म का निर्देशन यश चोपड़ा ने किया है।
त्रिकोण और प्रेम त्रिकोण से उनका संयोग शायद शुरू से ही रहा
है। उनके विषयों में शायद लाल त्रिकोण-परिवार नियोजन ही बचा है।
ये गीत हीरो कि बारात के अवसर पर फिल्माया गया है। कातर और
बेबस हिरोइन बाजू से गुज़र रही है, लुटी हुयी असहाय सी। स्तिथि आज
भी वही है जो उस समय काल में थी उसमे ज्यादा परिवर्तन नहीं हुआ है
सिवाय इसके कि आज गर्भपात का विकल्प मौजूद है। समाज का
नजरिया वैसा ही है लगभग ।
गीत के बोल:
खता के नाम पे, कितने गुनाह होते हैं
ये उनसे पूछे कोई, जो तबाह होते हैं
हाय हो, ओ,ओ, ओ, ओ, ओ, ओ, ओ
दामन में दाग लगा बैठे
दामन में दाग लगा बैठे
हम प्यार में धोखा खा बैठे
हम प्यार में धोखा खा बैठे
दामन में दाग लगा बैठे
हाय , हाय
छोटी सी भूल जवानी की
छोटी सी भूल जवानी की
जो तुमको याद न आयेगी
इक भूल के ताने दे दे कर
दुनिया हमको तडपाएगी
उठते ही नज़र झुक जायेगी, ई ई ई
उठते ही नज़र झुक जायेगी
हो, हो, हो हो हो हो
उठते ही नज़र झुक जायेगी
आज ऐसी ठोकर खा बैठे
हम प्यार में धोखा खा बैठे
दामन में दाग लगा बैठे
हाय, हो, हाय
चाहत के लिए जो रस्मों को
चाहत के लिए जो रस्मों को
ठुकरा के गुजरने वाले थे
जो साथ ही जीने वाले थे
और साथ ही मरने वाले थे
तूफ़ान के हवाले करके हमें
तूफ़ान के हवाले करके हमें
हो, हो, हो हो हो हो, ओ, ओ
तूफ़ान के हवाले करके हमें
ख़ुद दूर किनारे जा बैठे
हम प्यार में धोखा खा बैठे
दामन में दाग लगा बैठे
हाय, ओ हाय
लो आज मेरी मजबूर वफ़ा
लो आज मेरी मजबूर वफ़ा
बदनाम कहानी बनने लगी
जो प्रेम निशानी पायी थी
वो पाप निशानी बनने लगी
दुःख दे के हमें जीवन भर का, आ आ आ
दुःख दे के हमें जीवन भर का
हो, हो, हो हो हो हो, ओ, ओ
दुःख दे के हमें जीवन भर का
वो सुख की सेज सजा बैठे
हम प्यार में धोखा खा बैठे
दामन में दाग लगा बैठे
हाय ओ हाय
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