कभी ना मिले -बंधन कच्चे धागों का १९८३
इस गीत के संगीतकार हैं हेमंत भोंसले। सुनने वालों के
धैर्य की परीक्षा लेता ये गीत अनजान ने लिखा है। गाने के
शुरू में मोउथ ओरगन का शानदार इस्तेमाल हुआ है।
गीत फिल्म का शीर्षक गीत है जिसे लता ने गाया है।
शुरू में लम्बे लम्बे संगीत के टुकड़े आजकल के दौर में
ज्यादा पाए जाते हैं उस लिहाज से ये गीत समय के आगे
का गीत कहलाया जाना चाहिए। गीत सुनने लायक है ।
गीत के बोल:
कभी जो मिले ना वो ऐसे मिले हैं
कि बरसों यूँ ही साथ जैसे चले हैं
ये अहसास क्या है, जो यूँ जागता है
दिलों को जो अन्जीने यूँ बंधता है
ये बंधन कच्चे धागों का
ये बंधन कच्चे धागों का
ये बंधन है कच्चे धागों का
ये बंधन है कच्चे धागों का
उभरते हैं कुछ ख्वाब तन्हाइयों में
उठे दर्द सा दिल की गहराईयों में
मिला कोई फिर भी, मिला तो नहीं
मगर दिल को कोई गिला तो नहीं
ये बंधन कच्चे धागों का
ये बंधन कच्चे धागों का
ये बंधन है कच्चे धागों का
ये बंधन है कच्चे धागों का
ये रस्मों रिवाजों की दुनिया ना जाने
कोई ऐसे रिश्तों को माने ना माने
ये कुछ तो हैं आखिर ये कैसे हुआ है
ये कुदरत ये किस्मत ये चाहत ये क्या है
ये कुदरत ये किस्मत ये चाहत ये क्या है
ये क्या है ये क्या है
ये बंधन है कच्चे धागों का
ये बंधन है कच्चे धागों का
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