Jan 18, 2010

यारा ओ यारा -बेनाम १९७४

एक गायक आये ७० के दशक के शुरू में। उनकी आवाज़ कुछ
ज्यादा ही बुलंद है और आज हम उनको उनके गाये देवी भजन
के लिए ज्यादा जानते हैं। उनका नाम है-नरेन्द्र चंचल। उनके
गर्दन हिलाने का और हाथ चलाने का अंदाज़ आज भी वैसा ही है
जैसा आप इस गीत में देख रहे हैं। इस गीत में वे स्वयं एक स्टेज
प्रोग्राम में गाते दिखाई दे रहे हैं। गीत मजरूह का लिखा हुआ है और
धुन बनाई है राहुल देव बर्मन ने।



गीत के बोल:

यारा ओ यारा
यारा ओ यारा , इश्क ने मारा
हो गाया मैं तो तुझमे तमाम
दे रहे सब मुझे तेरा नाम
मैं बेनाम हो गया
मैं बेनाम हो गया

यारा ओ यारा , इश्क ने मारा
हो गाया मैं तो तुझमे तमाम
दे रहे सब मुझे तेरा नाम
मैं बेनाम हो गया
मैं बेनाम हो गया

तेरी अदाएं तेरा ही जलवा
कैसी ये कलियाँ कैसी बहार
अब दिल तो मेरा तेरा नगर है
ये मेरी अँखियाँ हैं तेरे द्वार
अब मैं कहाँ हूँ
सब तू ही तू है
मेरा मन मेरा तन मेरा नाम
मैं बेनाम हो गया, हो गया
मैं बेनाम हो गया

काजल धुल जाए आंसू से और
रंग धुले पानी से
रंग चढ़ाया मैंने मिलकर
उस दिलवर जानी से
सूरत मेरी रूप है उसका
बन गया, बन गया मेरा काम
मैं बेनाम हो गया, हो गया
मैं बेनाम हो गया

यारा ओ यारा , इश्क ने मारा
हो गाया मैं तो तुझमे तमाम
दे रहे सब मुझे तेरा नाम
मैं बेनाम हो गया
मैं बेनाम हो गया
..............................................................................
Yaara o yaara-Benaam 1974

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP