मैं बोतल नहीं शराब की-साहिबान १९९३
मैं बोतल नहीं शराब की-ये गीत है साहिबान फिल्म से।
इस गीत में आप फिल्म के खलनायक संजय दत्त और
नायिका माधुरी दीक्षित को देखेंगे। हिंदी फिल्मों में ये
किस्सा बहुत पुराना हो चला है। खलनायक मदिरा सेवन
करता मिलेगा और नायिका उसके सामने कोई गीत गा
रही होती है। गीत में नायिका खलनायक को ललकारती
सी प्रतीत होती है। वो जो कुछ भी कह रही है उसका मतलब
यही है कि -तू मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता ।
आइये सुनें आनंद बक्षी का लिखा और अनुराधा पौडवाल का
गाया ये गीत। संगीत शिव-हरी का है। गीत में संजय दत्त की
जो हेयर स्टाइल है उसकी नक़ल एक ज़माने में रिक्शा,बस
और टेम्पो चलाने वालों ने बहुत की थी।
गीत के बोल:
मैं बोतल नहीं शराब की जिसे खोल के तू पी जायेगा
मैं बोतल नहीं शराब की जिसे खोल के तू पी जायेगा
मैं पंखुड़ी नहीं गुलाब की जिसे तोड़ के तू ले जायेगा
मैं बोतल नहीं शराब की जिसे खोल के तू पी जायेगा
मैं बोतल नहीं शराब की जिसे खोल के तू पी जायेगा
ना खेल ना कोई खिलौना हूँ
ना सेज ना कोई बिछौना हूँ
ना खेल ना कोई खिलौना हूँ
ना सेज ना कोई बिछौना हूँ
मैं मिटटी नहीं हूँ सोना हूँ
बाज़ार में जो बिक जायेगा पर मुझे खरीद ना पायेगा
मैं बोतल नहीं शराब की जिसे खोल के तू पी जायेगा
मैं पंखुड़ी नहीं गुलाब की जिसे तोड़ के तू ले जायेगा
मैं बोतल नहीं शराब की जिसे खोल के तू पी जायेगा
मैं दौलत नहीं मोहब्बत हूँ
मैं सारे गाँव की इज्ज़त हूँ
अपने साजन की अमानत हूँ
मैं दौलत नहीं मोहब्बत हूँ
मैं सारे गाँव की इज्ज़त हूँ
अपने साजन की अमानत हूँ
तू मुझको हाथ लगाएगा तो पत्थर का बन जायेगा
मैं बोतल नहीं शराब की जिसे खोल के तू पी जायेगा
मैं पंखुड़ी नहीं गुलाब की जिसे तोड़ के तू ले जायेगा
मैं बोतल नहीं शराब की जिसे खोल के तू पी जायेगा
मैं बोतल नहीं शराब की जिसे खोल के तू पी जायेगा
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Main botal nahin sharab ki-Sahibaan 1993
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