यार तेरे सब नाच रहे-शाका १९८१
सर्दी का मौसम है आपके जोड़ जाम हो रहे होंगे। आइये आपको
नचाने वाला गीत सुनाएँ। इस गीत पर आप कुर्सी या सोफे पर बैठे
बैठे हिल कर भी नाच सकते हैं। फिल्म का नाम है शाका और परदे
पर इस गीत को कोरस के साथ मुख्य रूप से गाया है शत्रुघ्न सिन्हा
ने। गायक कलाकार हैं मोहम्मद रफ़ी। गीत का संगीत तैयार किया
है राजेश रोशन ने और ये गीत आपने शादी ब्याह के अवसर पर ज़रूर
एक आध बार सुना होगा, मेरा अनुमान है। गीत वर्मा मालिक साहब ने
लिखा है।
दूल्हे के भेस में हैं प्रेम चोपड़ा , इससे आप ये अंदाज़ा ना लगा लें कि ये
बदमाशों की बारात है। वैसे एक बात तो माननी पड़ेगी इस भेस में
प्रेम चोपड़ा कुछ शरीफ से नज़र आ रहे हैं।
गीत के बोल:
यार तेरे सब नाच रहे हैं
यार तेरे सब नाच रहे
तेरी सज के चली बारात
तेरे मैं सदके जावां
होए होए होए होए
यार तेरे सब नाच रहे हैं
होए होए होए होए
यार तेरे सब नाच रहे
तेरी सज के चली बारात
तेरे मैं सदके जावां
होए होए होए होए
हो ओ ओ ओ,
बरसों बाद मिल है हमको
बरसों बाद मिल है हमको
किस्मत वाली रात, होए
बरसों बाद मिल है हमको
किस्मत वाली रात
तेरे मैं सदके जावां
हो, यार तेरे सब नाच रहे
तेरी सज के चली बारात
तेरे मैं सदके जावां
साफ़े का रंग मतवाला
तेरे कुर्ते का रंग मतवाला
और सेहरा करे इशारे, हे ऐ ऐ
आज ही पूरे होंगे अब दिल के अरमान तुम्हारे
कुछ न कुछ तो हो के रहेगा
कुछ न कुछ तो हो के रहे
जब होगी दिल की बात, होय
कुछ न कुछ तो हो के रहेगा
जब होगी दिल की बात
तेरे मैं सदक़े जावाँ
यार तेरे सब नाच रहे तेरी सज के चली बारात
तेरे मैं सदक़े जावाँ
दूल्हे का मेरा रब रखवाला
दूल्हे का मेरा रब रखवाला
ये चला है दुल्हन लाने
दूल्हे के दिल में क्या-क्या ये बात न कोई जाने
जिसके लिये बेचैन है तू
जिसके लिये बेचैन है तू वो बिगड़ी बनेगी बात, होय
जिसके लिये बेचैन है तू वो बिगड़ी बनेगी बात
तेरे मैं सदक़े जावाँ
यार तेरे सब नाच रहे तेरी सज के चली बारात
तेरे मैं सदक़े जावाँ
फिर न मिले तुझे ऐसी घड़ी
फिर न मिले तुझे ऐसी घड़ी
जी भर के ख़ुशी मना ले
कोई हसरत रहे ना बाकी ऐसा रंग जमा ले, होय
अगर ये मौक़ा निकल गया तो
अगर ये मौक़ा निकल गया तो मलता रहेगा हाथ
होय
अगर ये मौक़ा निकल गया तो मलता रहेगा हाथ
तेरे मैं सदक़े जावाँ
यार तेरे सब नाच रहे हैं
होय होय होय होय
यार तेरे सब नाच रहे तेरी सज के चली बारात
तेरे मैं सदक़े जावाँ
यार तेरे सब नाच रहे तेरी सज के चली बारात
तेरे मैं सदक़े जावाँ
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Yaar tere sab nach rahe hain-Shaaka 1981
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