शर्म आती है मगर आज ये कहना होगा-पड़ोसन १९६८
लता मंगेशकर का गाया गीत सुनिए और देखिये फिल्म पड़ोसन
से। इसे परदे पर गा रही हैं सायरा बानो। सन १९६८ की फिल्म
पड़ोसन के गीत लिखे हैं राजेंद्र कृष्ण ने और इस फिल्म में संगीत
दिया है राहुल देव बर्मन ने। सुनील दत्त और किशोर कुमार इस
फिल्म के प्रमुख नायक हैं।
कोयल की बोली, संतूर की आवाज़ और प्रणय गीतों की सी बजने
वाली शहनाई ये सब लता की आवाज़ के साथ क़यामत सी ढा रही
हैं।
गीत के बोल:
शर्म आती है मगर आज ये कहना होगा
अब हमें आप के क़दमों ही में रहना होगा
शर्म आती है मगर आज ये कहना होगा
अब हमें आप के क़दमों ही में रहना होगा
शर्म आती है मगर
आप से रूठ के हम जितना जिये ख़ाक जिये
आप से रूठ के हम जितना जिये ख़ाक जिये
कई इल्ज़ाम लिये और कई इल्ज़ाम दिये
आज के बाद मगर कुछ भी न कहना होगा
अब हमें आप के क़दमों ही में रहना होगा
देर के बाद समझे हैं मोहब्बत क्या है
अब हमें चाँद के झूमर की ज़रुरत क्या है
प्यार से बढ़ के भला कौन सा गहना होगा
अब हमें आप के क़दमों ही में रहना होगा
शर्म आती है मगर आज ये कहना होगा
आप के प्यार का बीमार हमारा दिल है
आप के प्यार का बीमार हमारा दिल है
आप के ग़म का खरीदार हमारा दिल है
आप को अपना कोई दर्द न सहना होगा
अब हमें आप के क़दमों ही में रहना होगा
शर्म आती है मगर आज ये कहना होगा
शर्म आती है
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Sharm aati hai magar-Padosan 1968
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