Mar 1, 2012

सजन ले जायेगा तुझको घर-गबन १९६६

गाना है या डराने का सामान. मुखड़े को सुन के तो
यही समझ आ रहा है. गाने के पहले लड़कियों के
ठहाकों की आवाजें हैं. एक तो बेचारी पहले ही ट्रॉमा
से गुज़र रही है उस पर उसे हॉरर सीन क्रियेट कर
के उसे भयाक्रांत किया जा रहा है. कमज़ोर दिल वाली
दुल्हनों को ऐसे गाने नहीं सुनाने चाहिए.

उच्च स्तरीय साहित्य की ये विशेषता होती है कि वो
प्रणय क्रिया को भी ऐसे बतलाता है मानो मधुमक्खी
के फूल से रस ग्रहण करने की प्रक्रिया का वर्णन हो.
दूसरा उदाहरण देते हैं-मानो कांच के गिलास को मांजने
की प्रक्रिया का वर्णन हो.

फिल्म की नायिका ये गाना गा रही है किसी शादी में.
दुल्हन से ज्यादा सजी धजी वो नज़र आ रही है. फिल्म
वालों मस्का लगाओ ठीक है, पूरी मस्के की फैक्ट्री ही
घुसा दो कहानी में ये कहाँ तक उचित है?




गीत के बोल:

सजन ले जायेगा तुझको घर
और तुझ पर क्या क्या सितम ढायेगा
सजन ले जायेगा तुझको घर
और तुझ पर क्या क्या सितम ढायेगा
तुझसे मांगे प्यार भरा दिल
और तुझको रह रह के तड़पायेगा

दिल के महल में बिठायेगा तुझको
दिल के महल में बिठायेगा तुझको
आँखों की मदिरा पिलायेगा तुझको
आँखों की मदिरा पिलायेगा तुझको
हाथों से जब तू छुपा लेगी मुखड़ा
हाथों से जब तू छुपा लेगी मुखड़ा
सौ सौ तरह से सतायेगा तुझको
सौ सौ तरह से सतायेगा तुझको
जब छेड़ेगा वो बार बार
पसीना दुल्हन को आ जायेगा
सजन ले जायेगा तुझको घर
और तुझ पर क्या क्या सितम ढायेगा

उल्फत से उल्फत की होंगी दो बातें
उल्फत से उल्फत की होंगी दो बातें
चांदी के दिन होंगे सोने की रातें
चांदी के दिन होंगे सोने की रातें
मंजिल जवानी की देगी बधाई
मंजिल जवानी की देगी बधाई
गाती चलेंगी मिलन की बारातें
गाती चलेंगी मिलन की बारातें
सुना बन्नो
तारे बरसायेगा ये गगन
सजन तो फूल को बरसायेगा

सजन ले जायेगा तुझको घर
और तुझ पर क्या क्या सितम ढायेगा
तुझसे मांगे प्यार भरा दिल
और तुझको रह रह के तड़पायेगा

इन गोरे गोरे हाथों को दिल पर रखेगा
इन गोरे गोरे हाथों को दिल पर रखेगा
तेरी सुनेगा कुछ अपनी कहेगा
तेरी सुनेगा कुछ अपनी कहेगा
जुल्फों से खेलेगा फिर वो दीवाना
जुल्फों से खेलेगा फिर वो दीवाना
घूंघट में चन्दा को देखा करेगा
घूंघट में चन्दा को देखा करेगा
हाय हाय लोग डालेंगे फूलों के हार
वो गजरे बाहों के पहनायेगा

सजन ले जायेगा तुझको घर
और तुझ पर क्या क्या सितम ढायेगा
तुझसे मांगे प्यार भरा दिल
और तुझको रह रह के तड़पायेगा
…………………………………………
Sajan le jayega tujhko-Gaban 1966

Artists: Sadhana, Various

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