वो बीते दिन याद हैं-पुराना मंदिर १९८४
का मधुर गीत पेश है आज। गीत में भूत नहीं है मगर कैमरा ऐसे घूम रहा है
मानो उसमें भूत घुस गया हो। सन १९८४ कि फिल्म "पुराना मंदिर" काफी चली
हुई फिल्म है । आरती गुप्ता नामक अभिनेत्री पर फिल्माए गये गीत को गाया है
आशा भोंसले ने। उल्लेखनीय है कि अभिनेत्री आरती गुप्ता रामसे ब्रदर्स की कई
भूतिया फिल्मों में देखी गई हैं । ये हालाँकि बतौर नायिका उनकी पहली फिल्म है
इसके पहले तक उनको फिल्मों में सहायक भूमिकाएं मिलती रहीं।
'पसंद अपनी अपनी', जैसे आपको ध्यान हो आई. एस. जौहर की कई फिल्मों में
आपने सोनिया साहनी नाम की अभिनेत्री को देखा है। हर निर्देशक और खेमे के
अपने पसंदीदा कलाकार होते हैं।
गीत लिखा है अमित खन्ना ने और इसकी धुन बनाई है अजीत सिंह ने।
वो बीते दिन याद हैं
वो पलछिन याद हैं
गुज़ारे तेरे संग जो
लगा के तुझे अंग जो
बाहों में तेरी
सिमटना हो मेरा
जुल्फों में मेरी
लिपटना हो तेरा
समय सब ले गया
बस यादें दे गया
क्यूँ टूटे सपने ?
वो गुजरी ज़िन्दगी
तेरी मेरी ख़ुशी
मोहब्बत का जहाँ
वो चाहत का समां
तरसती चिलमनें
बहकती धडकनें
वो नगमे साथ साथ
जो हमने थे बुने
वो थक के सो गये
हवा में खो गये
क्यूँ टूटे सपने ?
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Wo beete din yaad hain-Purana Mandir 1984
Artists: Aarti Gupta, Mohnish Behl
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