सुन मन का मीत-मृग तृष्णा १९७८
गीत भी कह सकते हैं. सन १९७८ की फिल्म मृग तृष्णा
एक घड़े और मिटटी के बर्तन बनाने वाले कुम्हार की
कहानी है जो अशरीरी जगत की माया में उलझ जाता
है. उस मृग मरीचिका में उसे वो सब सुख और आराम
दिखलाई देता है जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की थी.
राजा की तरह जीवन व्यतीत करने लगा है वो. उत्तम
खाद्य पदार्थ और सोम रस उपलब्ध है. रानी भी है जो
अपने जीवन की अतृप्त इच्छाएं उसके ज़रिये पूरी करना
चाह रही है.
गीत समय के बधन से मुक्त रचना है और सालों में ऐसी
कोई चीज़ निर्मित होती है.
गीत मुख्यतः राकेश पांडे और योगिता बाली पर फिल्माया
गया है. योगिता बाली ने रानी की भूमिका निभाई है.
गीत के बोल:
सुन मन का मीत मोरे प्रेम गीत
तू आ जा आ जा आ जा रे
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Sun man ka meet-Mrigtrishna 1978
Artists: Yogita Bali, Rakesh Pandey
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