मौसम है बहारों का-मेरे हमसफ़र १९७०
गाया है महेंद्र कपूर और बलबीर ने. बलबीर ऐसे कई
गीतों में मौजूद हैं.
कई गायकों का कैरियर ऐसे ही गीत गा गा के पूर्ण हो
गया. एक नाम और ध्यान में आता है-पंकज मित्रा.
गीत पर एक बात अगर आपने गौर की हो-इस पंजाबी
स्वाद वाले छोले भटूरे. मेरा मतलब, गीत में पंजाबी
मोल के-आनंद बक्षी, महेंद्र कपूर और बलबीर हैं. सिर्फ
कल्याणजी आनंदजी भाई गुजराती मूल के हैं.
गीत के बोल:
हो ओ ओ ओ ओ ओ
मौसम है बहारों का हाय फूलों को खिलना है
ओ चल जल्दी चल गड्डीये नी गड्डीये
जल्दी चल गड्डीये मैनू यार से मिलना है
ये मस्त हवा ओ ओ ओ
ये मस्त हवा पी का संदेशा लाई है
ओये की संदेसा लाई है
इस रूत में जुदा होना
ओ जुदा होना
इस रुत में जुदा होना रुत की रुसवाई है
उड़ जा कावा केहड़ी जा के सजना नू
चढ़ के नौकरी आ जा वापस वतना नू
नि अडिया सोनिया नि अडिया
चढ़ के नौकरी आ जा वापस वतना नू
वतना नू वतना नू वतना नू
ओ ओ हाय
देखा नहीं गोरी का मुख एक महीने से
ओ देखा नहीं गोरी का मुख एक महीने से
ओ मर जाना बेहतर है परदेस में जीने से
क्यूँ दूर
हो क्यूँ दूर चले आये
क्यूँ दूर चले आये सावन के झूलों से
ओ ये फूल हैं काँटों से वो कांटे फूलों से
हुर्र होये भंगड़ा पा ले साथी
ओ जट्टा आई बैसाखी
भंगड़ा पा ले साथी ओ जट्टा आई बैसाखी
ओ नचले ओ नच ले
ओ हंस ले ओ गा ले हुर्र होये
हड़िप्पा हड़िप्पा हड़िप्पा हड़िप्पा
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ
मौसम है बहारों का हाय फूलों को खिलना है
ओ चल जल्दी चल गड्डीये नी गड्डीये
जल्दी चल गड्डीये मैनू यार से मिलना है
ओये मैनू यार से मिलना है
ओये मैनू यार से मिलना है
ओये मैनू यार से मिलना है
ओये मैनू यार से मिलना है
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Mausam hai baharon ka-Mere humsafar 1970
Artists: Jeetendra, Sharmila Tagore, Jagdeep, ????
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