हीर हीर ना आँखों¬-जब तक है जान २०१२
गयी है कुछ सालों से. शुरूआती के दौर में रहमान
ने हिंदी गीतों के लिए महबूब और पी. के. मिश्रा
की सेवाएं ज्यादा लीं. ‘जय हो’ के हिट होने और
हिट करने(ऑस्कर) के बाद दोनों साथ में फिल्मों
में काम करते दिखाई देते हैं. गीतों के लिए गीतकार
और संगीतकार की ट्यूनिंग बहुत ज़रूरी है. आज
सुनते हैं दोनों के संयुक्त परिश्रम से तैयार एक नगमा
फिल्म जब तक है जान से. इसे गाया है नई गायिका
हर्षदीप कौर ने.
गीत के बोल:
हो हो ओ
हीर हीर ना आँखों अड़ियो
मैं ते साहेबा होई
घोड़ी ले के आवे लै जाए
घोड़ी ले के आवे लै जाए
हो मैनू लै जाए मिर्ज़ा कोई
लै जाए मिर्ज़ा कोई
लै जाए मिर्ज़ा कोई
हीर हीर ना आँखों अड़ियो
मैं ते साहेबा होई
घोड़ी ले के आवे लै जाए
घोड़ी ले के आवे लै जाए
ओहदे जे ही मैं, ते ओह मेरे वरगा
हंसदा-ए सजर-सवेरे वरगा
अन्खां बंद कर लै ते ठन्डे हनेरे वरगा
अन्खां बंद कर लै ते ठन्डे हनेरे वरगा
ओहदे जे ही मैं, ते ओह मेरे मिर्ज़ा वरगा
ओहदे जे ही मैं, ते ओह मेरे मिर्ज़ा वरगा
हो हीर हीर ना आँखों अड़ियो
मैं ते साहेबा होई
घोड़ी ले के आवे लै जाए
घोड़ी ले के आवे लै जाए
हो मैनू लै जाए मिर्ज़ा कोई
लै जाए मिर्ज़ा कोई
लै जाए मिर्ज़ा कोई
नाल नाल टुर ना ते विथ रखणा
हद रख लेणा विच दिल रखणा
छाँवे-छाँवे पावे असी तेरी पर छाँवे टुर ना
छाँवे-छाँवे पावे असी तेरी पर छाँवे टुर ना
ओहदे जे ही मैं ते ओ मिर्ज़ा मेरे वरगा
हीर हीर ना
हो हीर हीर ना आँखों अड़ियो
मैं ते साहेबा होई
घोड़ी ले के आवे लै जाए
घोड़ी ले के आवे लै जाए
लै जाए मिर्ज़ा कोई
लै जाए मिर्ज़ा कोई
लै जाए मिर्ज़ा कोई
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Heer- Jab Tak Hai Jaan 2012
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