पिया जी मैं तो नित नित-मिलन १९५८
से एक उत्तम श्रेणी की रचना हम आपको सुनवाते सुनवाते
रह गए. उसे फिर कभी. आज सुनिए सन १९५८ की फिल्म
से हंसराज बहल का संगीतबद्ध किया गीत –पिया जी मैं तो
नित नित. इसे परदे पर फिल्माया गया है नलिनी जयवंत
पर. पार्श्वगायन है लाता मंगेशकर का. बोल प्रेम धवन के हैं .
प्रेम धवन एक ऐसे गीतकार हैं जिन्होंने चुप-चाप बिना तारीफ़
या चर्चा की परवाह किये फिल्मों में बढ़िया गीत लिखे.
गीत के बोल:
आज आओगे ? कल आओगे ?
मैं तो नित नित आस लगाऊँ
पिया जी मैं तो नित नित आस लगाऊँ
पिया जी मैं तो नित नित आस लगाऊँ
रोज बुझाये गम की आंधी,
फिर भी दीप जलाऊँ
पिया जी मैं तो नित नित आस लगाऊँ
पिया जी मैं तो नित नित आस लगाऊँ
धूल बनी हूँ मैं राहों की
पांव में पड़ गए छाले
धूल बनी हूँ मैं राहों की
पांव में पड़ गए छाले
यूँ ही बरसों बीत गए
यूँ ही बरसों बीत गए
आये न आने वाले
पिया जी मैं तो नित नित आस लगाऊँ
पिया जी मैं तो नित नित आस लगाऊँ
.................................................................
Piya ji main to nit nit-Milan 1958
0 comments:
Post a Comment