सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया-दादागिरी १९८७
गीत लिखे. उनके दूसरे दौर वाले गीत भी पहले की
तरह असरदार रहे हैं. सिर्फ समय के साथ एक फर्क
आया कि उन्हें न पहले जैसी धुनें बनाने वाले और
न ही गाने वाले मिले होंगे.
एक थोडा अलग सा गीत है उनकी कलम से, जिसे
अनुराध पौडवाल ने गाया है फिल्म दादागिरी के लिए.
अनूठी सी स्टारकास्ट है दादागिरी की. इसमें धर्मेन्द्र,
गोविंदा, पद्मिनी कोल्हापुरे, रति अग्निहोत्री, अमरीश पुरी
और शशिकला हैं. पद्मिनी कोल्हापुरे ८० के दशक की
एक प्रमुख अभिनेत्री रही हैं. इस गीत में वे पारिवारिक
जुल्मियों को सजा देती दिखाई दे रही हैं.
गीत के बोल:
सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया बाकी खेल पुराना है
आज तुम्हारे ज़ुल्म-ओ-सितम का हमको कर्ज़ चुकाना है
आज तुम्हारे ज़ुल्म-ओ-सितम का हमको कर्ज़ चुकाना है
सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया
सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया बाकी खेल पुराना है
आज तुम्हारे ज़ुल्म-ओ-सितम का हमको कर्ज़ चुकाना है
आज तुम्हारे ज़ुल्म-ओ-सितम का हमको कर्ज़ चुकाना है
सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया बाकी खेल पुराना है
सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया बाकी खेल पुराना है
कैसी दुनिया कैसी उल्फ़त कैसी रिश्तेदारी
खाक़ में आज मिला देंगे झूठी शान तुम्हारी
इसका लगता नशा न होगा मुंह के बल गिर जाओगे
मौत की जान ले के हटेगी दुनिया जान तुम्हारी
सारी बाज़ी उलट गई है आज तुम्हें हराना है
सारी बाज़ी उलट गई है आज तुम्हें हराना है
इस कोड़े की ताल पे देखो
इस कोड़े की ताल पे देखो तुमको खूब नचाना है
आज तुम्हारे ज़ुल्म-ओ-सितम का हमको कर्ज़ चुकाना है
सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया बाकी खेल पुराना है
सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया बाकी खेल पुराना है
जो भी दिया है कर्ज़ा तुमने कर्ज़ अदा हम करते हैं
सामने तुम हो सामने हम हैं फिर न समझना डरते हैं
स्टिक से मार भगाएं ऐसा ज़माना आ ही गया
आज तुम्हारी हालत पे हम झूम झूम के हँसते हैं
कल तक तुमने हमें रुलाया आज तुम्हें रुलाना है
वह ही घर है वो ही मन्दिर देखो वही ठिकाना है
आज तुम्हारे ज़ुल्म-ओ-सितम का हमको कर्ज़ चुकाना है
सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया बाकी खेल पुराना है
सिर्फ़ खिलाड़ी बदल गया बाकी खेल पुराना है
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Sirf khiladi badal gaya hai-Dadagiri 1987
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