May 20, 2015

जीवन एक समुन्दर है-जीना तेरी गली में १९९१

ज़रूरत से ज्यादा सौम्य आवाज़ वाले नितिन मुकेश को
अधिक अवसर नहीं मिले फिल्मों में गीत गाने के. एकल
से ज्यादा उनके गाये युगल गीत प्रसिद्ध हुए हैं. सन १९९१
की फिल्म जीना तेरी गली में उनका गाया एक गीत है
जो आज प्रस्तुत है.

इस गीत के बोल रवीन्द्र रावल के हैं और संगीत बाबुल बोस
का. कुछ फिलोसोफिक किस्म का गीत है ये.





गीत के बोल:

जीवन एक समुन्दर है जिसका दूर किनारा है
हमसफ़र का साथ हो तो ये सफर भी प्यारा है
ये सफर भी प्यारा है

कब रोक सके बादल सूरज के उजालों को
कब बांध सके बंधन दो मिलने वालों को
कब रोक सके बादल सूरज के उजालों को
कब बांध सके बंधन दो मिलने वालों को
जो बरबत से टकराए प्रेम वो पागल धारा है
हमसफ़र का साथ हो तो ये सफर भी प्यारा है

साहिल की हसरत में कब कश्ती बहती है
कश्ती के मुसाफिर को ये ख्वाहिश रहती है
साहिल की हसरत में कब कश्ती बहती है
कश्ती के मुसाफिर को ये ख्वाहिश रहती है
हमने इसी तमन्ना में हर एक जनम गुज़ारा है

हमसफ़र का साथ हो तो ये सफर भी प्यारा है
जीवन एक समुन्दर है जिसका दूर किनारा है
हमसफ़र का साथ हो तो ये सफर भी प्यारा है
हमसफ़र का साथ हो तो ये सफर भी प्यारा है
...................................................................
Jivan Ek Samundar Hai-Jeena Teri Gali Mein 1991

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP