May 19, 2015

मैं तेरी मोहब्बत में पागल-त्रिदेव १९८९

हिंदी फिल्मों में सभी रफ़्तार के रोमांटिक गीत हैं
कुछ तेज हैं, कुछ धीमे और कुछ मध्यम रफ़्तार
वाले. वैसे ही कुछ खुशनुमा कुछ दुःख भरे तो
कुछ रोतले धोतले किस्म के.

अब बुखार से उठने के बाद कोई रोमांटिक गीत
गाये तो वो कैसा और किस स्वर में होगा कल्पना
कीजिये. ऐसे भी कुछ गीत हैं फिल्म संगीत के
खजाने में.

आइये सुनें फिल्म त्रिदेव से एक रोमांटिक गीत
जिसे आनंद बक्षी ने लिखा है और साधना सरगम
के साथ मोहम्मद अज़ीज़ ने गाया है.



गीत के बोल:

मैं तेरी मोहब्बत में पागल हो जाऊंगा
मुझे ऐसा लगता है तुझे कैसा लगता है
हो, मैं तेरी निगाहों से घायल हो जाऊंगी
मुझे ऐसा लगता है तुझे कैसा लगता है

कुछ दिन से मैं टूटा टूटा रहता हूँ
अपने दिल से से रूठा रूठा रहता हूँ
कुछ दिन से मैं खोई खोई रहती हूँ
कुछ दिन से मैं टूटा टूटा रहता हूँ
जागूं भी तो सोई सोई रहती हूँ
दीवानी आज नहीं तो कल हो जाऊंगी

मैं तेरी निगाहों से घायल हो जाऊंगी
मुझे ऐसा लगता है तुझे कैसा लगता है

जी चाहे तेरी आँखों में खो जाऊं
आज अभी इस वक़्त मैं तेरी हो जाऊं
कब तक आखिर हम मिलने को तरसेंगे
कब सावन आएगा कब बादल बरसेंगे
तू मस्त पवन बन जा मैं बादल बन जाऊंगा

मैं तेरी निगाहों से घायल हो जाऊंगी
मुझे ऐसा लगता है तुझे कैसा लगता है

तुझ बिन लब पर कोई नाम नहीं आता
दिल को तड़पे बिना आराम नहीं आता
दोनों तरफ़ लगी है आग बराबर ये
रख देगी बस हमको राख बनाकर ये
तू भी जल जाएगी मैं भी जल जाऊंगा
मैं तेरी मोहब्बत में पागल हो जाऊंगा
मुझे ऐसा लगता है तुझे कैसा लगता है
हो, मैं तेरी निगाहों से घायल हो जाऊंगी
मुझे ऐसा लगता है तुझे कैसा लगता है
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Main teri mohabbat mein-Tridev 1989

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