Jul 25, 2015

मेरा तोहफा तू कर ले कबूल-धरती पुत्र १९९३

एक बुलबुल वाला गीत फिल्म धरती पुत्र से सुन चुके हैं हम
पहले. अब इस फिल्म से दूसरा गीत सुना जाए. इसे ९० के
दशक की युगल गीत गाने वाली सबसे प्रसिद्ध जोड़ी ने गाया
है-कुमार सानू और अलका याग्निक. इकबाल दुर्रानी निर्देशित
इस फिल्म में ममूटी, ऋषि कपूर, फरहा और जया प्रदा हैं.
ममूटी दक्षिण भारत के नामचीन कलाकार हैं.

फिल्म के गीत समीर ने लिखे हैं और फिल्म के संगीतकार हैं
नदीम सैफी और श्रवण राठौड की जोड़ी. गौरतलब है इस जोड़ी
ने लगातार ३ साल तक फिल्मफेयर का पुरस्कार जीता था सन
९१ से सन ९३ तक. सन ९२ में तो उनके दो एल्बम के बीच
ही मुकाबला था-१ साजन एवं २ फूल और कांटे.

गाने कभी मौसम का हाल बताते हैं तो कभी महंगाई का. ये गीत
शायद उन दिनों की रचना है जब सोने के भावों को छू लगी थी
और भाव चढ़ना शुरू हुए थे. गाने में हास्य ज़रूर है. सोने की
जगह चांदी की बात तो समझ आई मगर लहंगे की जगह चुनरी
वाली बात कुछ ऐसी है जैसे कोई चड्डी की जगह बनियान ले
आया हो.





गीत के बोल:


मेरा तोहफा तू कर ले कबूल माफ करना हुई मुझसे भूल
क्यूंकि सोने पे छाई महंगाई मैं चांदी ले आई
क्यूंकि सोने पे छाई महंगाई मैं चांदी ले आई
मेरा तोहफा तू कर ले कबूल माफ करना हुई मुझसे भूल
क्यूंकि लहंगा हुआ बड़ा महंगा मैं चुनरी ले आया
क्यूंकि लहंगा हुआ बड़ा महंगा मैं चुनरी ले आया
मेरा तोहफा तू कर ले कबूल माफ करना हुई मुझसे भूल
क्यूंकि सोने पे छाई महंगाई मैं चांदी ले आई
क्यूंकि सोने पे छाई महंगाई मैं चांदी ले आई

चैन दिल को मेरे यार दे दे ओ मुझको तोहफा नहीं प्यार दे दे
दिलो के बदले तुझे दिल दिया है प्यार मैंने तो तुझसे किया है
छोड़ दे इन बातों को भूल जा सौगातों को
भूल न पायेगा दिल इन हसीन मुलाकातों को
मेरा तोहफा तू कर ले कबूल माफ करना हुई मुझसे भूल
क्यूंकि लहंगा हुआ बड़ा महंगा मैं चुनरी ले आया
क्यूंकि सोने पे छाई महंगाई मैं चांदी ले आई

यहाँ जिसको मिली है मोहब्बत मिल गयी उसको दुनिया की दौलत
रे प्यार किसको है दौलत से मिलता ना साथी है किस्मत से मिलता
छोड़ दूंगा ये जहाँ साथ ना तेरा छोडूंगा
है किया वादा मैंने ये कसम ना तोडूंगा

मेरा तोहफा तू कर ले कबूल माफ करना हुई मुझसे भूल
क्यूंकि सोने पे छाई महंगाई मैं चांदी ले आई
क्यूंकि सोने पे छाई महंगाई मैं चांदी ले आई
मेरा तोहफा तू कर ले कबूल माफ करना हुई मुझसे भूल
क्यूंकि लहंगा हुआ बड़ा महंगा मैं चुनरी ले आया
क्यूंकि लहंगा हुआ बड़ा महंगा मैं चुनरी ले आया
क्यूंकि सोने पे छाई महंगाई मैं चांदी ले आई
क्यूंकि लहंगा हुआ बड़ा महंगा मैं चुनरी ले आया
............................................................................................
Mera Tohfa Tu Karle Kabul-Dharti Putra 1993

Artists: Raj Kapoor Putra, Jaya Prada

2 comments:

समझावे,  January 23, 2018 at 9:41 PM  

हा हा

Geetsangeet January 30, 2018 at 10:34 PM  

थोडा सा मैं भी हंस लिया पुराणी पोस्ट पढ़ के.

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