लक्ष्य तो हर हाल में पाना है-लक्ष्य २००४
२००४ में. आपको आज २००४ वाली फिल्म से शीर्षक गीत
सुनवा रहे हैं. इन्सपिरेशनल सोंग है जिसे जावेद अख्तर ने
लिखा है. संगीतकार हैं शंकर-एहसान-लॉय. शंकर महादेवन
इसके गायक हैं.
फरहान अख्तर निर्देशित इस फिल्म में अमिताभ बच्चन,
प्रीती जिंटा, ऋतिक रोशन, ओम पुरी और शरद कपूर जैसे
कलाकार हैं. सेना की पृष्ठभूमि पर इस फिल्म की कहानी
आधारित है. फिल्म का नायक सेना में भारती हो जाता
है. कारगिल युद्ध के बाद कई हिंदी फ़िल्में बनी ये उनमें
से एक है. बोमन ईरानी ने ऋतिक के पिता की भूमिका
निभाई है फिल्म में. फिल्म में ऋतिक के किरदार का नाम
करण है.
गीत के बोल:
पायेगा जो लक्ष्य है तेरा लक्ष्य
हाँ यही रास्ता है तेरा, तूने अब जाना है
हाँ यही रास्ता है तेरा, तूने अब जाना है
हाँ यही सपना है तेरा, तूने पहचाना है
हाँ यही रास्ता है तेरा, तूने अब जाना है
हाँ यही सपना है तेरा, तूने पहचाना है
तुझे अब यह दिखाना है, रोके तुझको आंधियाँ
या जमीं और आसमान पायेगा जो लक्ष्य है तेरा
लक्ष्य तो हर हाल में पाना है
मुश्किल कोई आ जाये तो, परबत कोई टकराए तो
ताकत कोई दिखलाये तो, तूफान कोई मंडराए तो
मुश्किल कोई आ जाये तो, परबत कोई टकराए तो
बरसे चाहे अम्बर से आग, लिपटे चाहे पैरो से लाख
बरसे चाहे अम्बर से आग, लिपटे चाहे पैरो से लाख
पायेगा जो लक्ष्य है तेरा लक्ष्य तो हर हाल में पाना है
हिम्मत से जो कोई चले, धरती हिले कदमो तले
क्या दूरियां क्या फासले मंजिल लगे आ के गले
हिम्मत से जो कोई चले, धरती हिले कदमों तले
तू चल यूं ही अब सुबह-ओ-शाम,
रुकना झुकना नहीं तेरा काम
तू चल यूं ही अब सुबह-ओ-शाम
रुकना झुकना नहीं तेरा काम
पायेगा जो लक्ष्य है तेरा, लक्ष्य तो हर हाल में पाना है
हाँ यही रास्ता है तेरा, तूने अब जाना है
हाँ यही सपना है तेरा, तूने पहचाना है
तुझे अब यह दिखाना है
रोके तुझको आंधियाँ
या जमीं और आसमान पायेगा जो लक्ष्य है तेरा
लक्ष्य तो हर हाल में पाना है
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Lakshya to har haal mein paana-Lakshya 2004
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