कौन मेरा ३-स्पेशल २६ २०१३
था नई गायिका चैत्रा की आवाज़ में. अब सुनते हैं यही गीत
सुनिधि चौहान की आवाज़ में. इस गीत को भी इरशाद कामिल
ने लिखा है और संगीत से संवारा है एम् एम् कीरवानी उर्फ
एम् एम् क्रीम ने. वाह क्या क्रीमी धुन है ये. बिलकुल वही
La crème de la crème वाली.
नए गीतों में सन २०१३ में जितने भी बने उनमें सबसे मधुर
जो भी हैं ये उनमें से एक है और लंबे समय तक सुना जा
सकता है.
गीत के बोल:
कौन मेरा, मेरा, क्या तू लागे?
क्यूँ तू बांधे, मन के मन से धागे
बस चले ना क्यूँ मेरा तेरे आगे
कौन मेरा, मेरा, क्या तू लागे?
क्यूँ तू बांधे, मन के मन से धागे
छोड़ कर ना तू कहीं भी
दूर अब जाना, तुझको कसम है
साथ रहना जो भी है तू
झूठ या सच है, या भरम है
अपना बनाने का जतन
कर ही चुके अब तो
बैय्याँ पकड़ कर आज चल
मैं दूं बता सबको
कौन मेरा, मेरा, क्या तू लागे?
क्यूँ तू बांधे, मन के मन से धागे
बस चले ना क्यूँ मेरा तेरे आगे
कौन मेरा, मेरा, क्या तू लागे?
क्यूँ तू बांधे, मन के मन से धागे
.........................................................................
Kaun mera 3- Special 26 2013
0 comments:
Post a Comment