लॉक डाउन में हम सितारों के जन्मदिन के बारे में काफी बात
कर रहे हैं. ये आजकल का ट्रेंड है. खुद को हैप्पी बर्थडे बोलो ना
बोलो, सेलिब्रिटीज़ को ज़रूर बोलना चाहिए.
आज जिन बॉलीवुड सितारों का जन्मदिन है उनमें प्रमुख नाम है
कैटरीना कैफ और टीना आहूजा.
फिल्म धूम ३ से एक गाना सुनिए.
गीत के बोल:
आसान है, सुन के लिख सकते हैं.
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Kamli-Dhoom3 2013
आज ६ जुलाई जिन लोगों का जन्मदिन है उनमें से एक हैं
फिल्म निर्देशक गौरी बापट. गौरी ने विज्ञापन जगत से अपना
कैरियर प्रारंभ कर काफ़ी सारे विज्ञापन तैयार किये और लघु
फ़िल्में बनाईं.
सन २०१२ की इंग्लिश विंग्लिश उनकी पहली फुल लेंथ फीचर
फिल्म है. इस फिल्म को दर्शकों और समीक्षकों ने समान
रूप से सराहा.
सुनते हैं फिल्म से एक मराठी बोलों वाला गीत जिसे गाया
है सुनिधि चौहान, स्वानंद किरकिरे, नीलाम्बरी किरकिरे और
नताली डी लुसियो ने. स्वानंद किरकिरे का गीत है और इसका
संगीत तैयार किया है अमित त्रिवेदी ने.
धूम फिल्म की सीक्वेल धूम २ को रिलीज़ हुए १४ साल बीत
गए हैं. फिल्म ने तो धूम मचाई ही इसके गानों से भी काफ़ी
चर्चा और प्रशंसा बटोरी. फिल्म का सबसे चर्चित गीत आपको
सुनवायेंगे आज.
गाना ऐश्वर्या राय और इसकी गायिका सुनिधि चौहान की वजह
से काफ़ी लोकप्रिय है. गाने को रिलीज़ हुए कई साल बीत चुके
हैं और ये इतनी कमाई करा चुका है सम्बंधित लोगों और उस
कंपनी की जिसने इसे रिलीज़ किया, अब तो जो भी आ रहा
होगा वो बोनस है जो कई साल और आता रहेगा.
गीत की दृश्यावली और फिल्मांकन बेहतर है. इसमें जबरन की
लपक-झपक लाइटें नहीं हैं. कई गीतों में मैंने मजेंटा कलर हावी
होते देखा है और वो गीत देखने में आँखों पर काफी जोर डलवा
देते हैं. इस गीत के फ्रेमों का ह्यू ग्रीन है और आँखों को सूदिंग
है. ब्लैक कोस्ट्यूम और बैकग्राउंड के कुछ एलेमेंट्स को भी काला
रख के इसको अनूठा बना दिया गया है.
फिल्मो में ऐसे गीत होते हैं तो अलग से आइटम सोंग की कोई
ज़रूरत नहीं होती. हाँ फर्क जो है वो ग्रेस और एक्सप्रेशन का है.
गीत के अंत की आँख मिचौली तो समय के हिसाब से सामान्य
बात है.
गीत के साथ जो कमेन्ट हैं जनता के वो रोचक हैं, जैसे कि-
एक श्रोता ने संभावना जाहिर की है-यदि इन दोनों का विवाह हो
जाता तो उनके बच्चों के चेहरे बहुत सुन्दर होते और आकर्षक
आँखों वाले होते. एक श्रोता लिखता है-यदि ऋतिक को बैटमेन
मान लें तो ऐश्वर्य कैटवूमन होंगी. एक श्रोता लिखता है सबसे
इस्टाइलिश मूवी. वो इसे धूम से बेहतर बतलाता है. इस बात
से तो मैं भी सहमत हूँ कि धूम २ पहले वाली धूम से बेहतर है.
एक श्रोता ऋतिक को ग्रीक गॉड और ऐश्वर्य को एशियन गॉडेस
बतलाता है. आगे एक कमेन्ट है जो दिल से निकला हुआ है-
ऐश इज ए रेयर क्रियेशन ऑफ गॉड, सही इज़ स्टनिंग, शी इज़
गोर्जस, शे इज़ एम्पेथिकली फेमिनाईन, शे इज़ ए ड्रीम.
फिल्म रिलीज़ के अगले वर्ष एक अंग्रेजी दैनिक में फिल्म और
उसके संगीत से सम्बंधित एक लेख छपा था. इस लेख में फिल्म
के दो गीतों का जिक्र है. इस गीत के साथ एक लेबनानी गायिका
नवल अल-ज़ोग़बी के गीत का कनेक्शन है-एल्ली त्मानेतुह. इस
शब्द का गूगल अंग्रेजी में कुछ यूँ अनुवाद बतलाता है-what you
wished for और हिंदी में-आप क्या चाहते हैं.
इसके अलावा तरकन के संगीत से समानता का भी उसमें जिक्र है.
उस लेख में वर्णित जानकारियों का स्रोत है संगीत प्रेमी कार्तिक
जिनके पास ऐसी जानकारियों का खज़ाना है. संगीतकार प्रीतम के
अनुसार वे स्वयं तरकन के संगीत के फैन हैं.
संगीत प्रेमियों की परिभाषा अनुसार ये अगले साल क्लासिक गीत
कहलायेगा. पहले संगीत प्रेमियों का कट ऑफ २० साल होता था
मगर जिस गति से समय परिवर्तन हो रहा है उस लिहाज से ५
साल बाद ही गानों को क्लासिक कहा जाने लगेगा. जल्द ही वो
समय भी आयेगा.
प्रस्तुत गीत समीर द्वारा लिखा हुआ है और संगीत तैयार किया है
प्रीतम ने.
गीत के बोल:
सेक्सी लेडी ऑन द फ्लोर
कीप्स यू कमिंग बैक फॉर मोर
चोरी चोरी किया रे
दिल ये दिल लिया रे
चोरी चोरी किया रे
दिल ये दिल लिया रे
जादू से जादू किया किया रे
जागी सोई रहूँ खोई खोई रहूँ
उसकी यादों में उसके ख़्वाबों में
झूमे जिया रे
क्रेजी किया रे क्रेजी किया रे
क्रेजी किया रे ओ क्रेजी
क्रेजी किया रे क्रेजी किया रे
क्रेजी किया रे ओ क्रेजी
क्रेजी किया रे
ना उसको पता ना उसकी ख़ता
मैं उसपे मर गई ज़रा उसको बता
ना उसको पता ना उसकी ख़ता
मैं उसपे मर गई ज़रा उसको बता
धीरे धीरे इक़रार में कभी कभी इंतज़ार में
उसके ही प्यार में झूमे जिया रे
क्रेजी किया रे क्रेजी किया रे
क्रेजी किया रे ओ क्रेजी
क्रेजी किया रे
विद द रिदम ऑफ द नाईट
बेय्बे बेय्बे
मूविंग आउट थ्रू द नाईट
क्रेजी क्रेजी
विद द रिदम ऑफ द नाईट
बेय्बे बेय्बे
मूविंग आउट थ्रू द नाईट
क्रेजी क्रेजी
मैं यहाँ भी गई मैं वहाँ भी गई
सोचा पल पल उसे मैं जहाँ भी गई
मैं यहाँ भी गई मैं वहाँ भी गई
सोचा पल पल उसे मैं जहाँ भी गई
दिन हो या रात हो वो मेरे साथ हो
जब उसकी बात हो झूमे जिया रे
क्रेजी किया रे क्रेजी किया रे
क्रेजी किया रे ओ क्रेजी
क्रेजी किया रे
सेक्सी लेडी ऑन द फ्लोर
कीप्स यू कमिंग बैक फॉर मोर
चोरी चोरी किया रे
दिल ये दिल लिया रे
चोरी चोरी किया रे
दिल ये दिल लिया रे
जादू से जादू किया किया रे
जागी सोई रहूँ खोई खोई रहूँ
उसकी यादों में उसके ख़्वाबों में
झूमे जिया रे
क्रेजी किया रे क्रेजी किया रे
क्रेजी किया रे ओ क्रेजी
क्रेजी किया रे क्रेजी किया रे
क्रेजी किया रे ओ क्रेजी
क्रेजी किया रे
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Crazy kiya re-Dhoom 2 2006
फिल्म दिल परदेसी हो गया से एक और गीत सुनते हैं.
पूरी पिक्चर में हीरोईन का स्माइल प्लीझ कार्यक्रम दिख
रहा है जिसके बारे में हम आपको बतला ही चुके हैं पहले.
टूथपेस्ट बनाने वाली कम्पनियाँ फ़िल्में शायद कम देखती
हैं, अक्सर उनके विज्ञापनों में मॉडल ज्यादा नज़र आती हैं
अभिनेत्रियों के बजाये. कुछ समय पहले जब नमक वाला
विज्ञापन आया था तब ज़रूर एक दो अभिनेत्रियां दिखीं थीं.
सुनते हैं सावन कुमार का लिखा गीत जिसे सुनिधि चौहान
ने गाया है उषा खन्ना की धुन पर.
गीत के बोल:
आज मेरे अंगना मेरा प्यार आया रे
आज मेरे अंगना मेरा प्यार आया रे
दिल ने जिसको चाहा वो दिलदार आया रे
मेरा सोणा सजन हाय सोणा सजन
ओ मेरा सोणा सजन घर आया
मेरा सोणा सजन घर आया
ईद हो गयी मेरी मुझे चाँद नज़र आ गया
मुबारकां मुबारकां मुबारकां मुबारकां
मुबारकां मुबारकां मुबारकां मुबारकां
हो मेरा सोणा सजन घर आया
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Mubarakaan mubarakaan-Dil pardesi ho gaya 2003
सन २००६ की फिल्म फ़ना एक चर्चित फिल्म है जिसके १-२ गीत काफी बजे हैं. दो गीत आप सुन चुके हैं आपको अब सुनवाते हैं तीसरा गीत जो कि एक युगल गीत है सोनू निगम और सुनिधि चौहान की आवाजों में.
गीत लिखा है प्रसून जोशी ने और इसकी धुन तैयार की हा जतिन ललित ने. सोनू निगम और सुनिधि चौहान का कोई भी युगल गीत हमने काफी दिन से नहीं सुना है.
गीत के बोल:
मेरे हाथ में तेरा हाथ हो सारी जन्नतें मेरे साथ हो मेरे हाथ में तेरा हाथ हो सारी जन्नतें मेरे साथ हो तू जो पास हो फिर क्या ये जहां तेरे प्यार में हो जाऊं फ़ना मेरे हाथ में तेरा हाथ हो सारी जन्नतें मेरे साथ हो तू जो पास हो फिर क्या ये जहां तेरे प्यार में हो जाऊं फ़ना मेरे हाथ में तेरा हाथ हो सारी जन्नतें मेरे साथ हो
तेरे दिल में मेरी साँसों को पनाह मिल जाए तेरे इश्क में मेरी जां फ़ना हो जाए जितने पास है खुशबू सांस के जितने पास होंठों के शलजम जैसे साथ है करवट याद के जैसे साथ बाहों के संगम जितने पास पास ख्वाबों के नज़र उतने पास तू रहना हमसफ़र तू जो पास हो फिर क्या ये जहां तेरे प्यार में हो जाऊं फ़ना
मेरे हाथ में तेरा हाथ हो सारी जन्नतें मेरे साथ हो
रोने दीज हमको दो आँखें सुजाने दे बाहों में ले एल और खुद को भीग जाने दे है जो सीने में कैद दरिया वो छूट जायेगा है इतना दर्द के तेरा दामन भीग जायेगा जितने पास पास धडकन के हैं राज़ जितने पास बूंदों के बादल जैसे साथ साथ चन्दा के है रात जितने पास नैनों के काजल जितने पास पास सागर के लहर उतने पास तू रहना हमसफ़र तू जो पास हो फिर क्या ये जहां तेरे प्यार में हो जाऊं फ़ना
मेरे हाथ में तेरा हाथ हो सारी जन्नतें मेरे साथ हो
अधूरी सांस थी धडकन अधूरी थी अधूरे हम मगर अब चाँद पूरा है फलक पे और अब पूरे हैं हम …………………………………………… Mere haath mein-Fanaa 2006
सन १९९९ अर्थात मिलेनियम वर्ष के पूर्व आया साल.
इस साल के सबसे चर्चित फिल्मों में से एक है मस्त
हमें कई पोस्टों में आपको पहाड़ पर चढ के ऊंचे सुर
में गाने वाली बातें बतलायीं मगर आपको कोई ऐसा
गीत नहीं बतलाया था जिसमें ये करिश्मा वाकई में
हो रहा हो. सुन्दर सुन्दर पहाड़ियां हैं और बाकी के
एलेमेंट्स भी सुन्दर हैं गीत के.
ऐसा एक गाना है फिल्म मस्त में जिसमें नायिका
पहाड़ी के ऊपर बैठ के गा रही है. सुनिधि चौहान ने
इस वास्तव में गाया है. नितिन रायकवार के बोल हैं
और संदीप चौटा का संगीत.
गीत के बोल:
तेरे सिवा कुछ याद नहीं तेरे सिवा कोई बात नहीं
आँखों में सपने तेरे होंठों पे तेरे नगमे
दिल मेरा लगे कहने
हुई हुई हुई मैं मस्त मैं मस्त हे मस्त
तेरे सिवा कुछ याद नहीं तेरे सिवा कोई बात नहीं
आँखों में सपने तेरे होंठों पे तेरे नगमे
दिल मेरा लगे कहने
हुई हुई हुई मैं मस्त मैं मस्त हे मस्त
तू है यहीं तू साथ है ये प्यार के जज़्बात हैं
तेरी कहूँ तेरी सुनूं मेरे यही हालात हैं
रग रग में जवानी है तेरी ही कहानी है
तुझको ही बतानी हैं
हुई हुई हुई मैं मस्त हे मस्त ओ मस्त हे मस्त
तेरे सिवा कुछ याद नहीं तेरे सिवा कोई बात नहीं
मस्त हे मस्त मस्त हे मस्त
तू है यहां तू है वहां मेरी नज़र जाए जहां
तुझे चाहती हूँ इस तरह मैं जानूं ना के किस तरह
साया बन के रहती हूँ हरदम मैं तेरे पीछे
कहती हूँ कोई पूछे
हुई हुई हुई मैं मस्त हे मस्त हो ओ मस्त हे मस्त
तेरे सिवा कुछ याद नहीं तेरे सिवा कोई बात नहीं
आँखों में सपने तेरे होंठों पे तेरे नगमे
दिल मेरा लगे कहने
हुई हुई हुई मैं मस्त मैं मस्त हे मस्त
तेरे सिवा कुछ याद नहीं तेरे सिवा कोई बात नहीं
तेरे सिवा कुछ याद नहीं तेरे सिवा कोई बात नहीं
तेरे सिवा कुछ याद नहीं तेरे सिवा कोई बात नहीं
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Tere siwa kuchh yaad nahin(Sunidhi)-Mast 1999
काला डोरिया-एक पंजाबी लोक गीत है जिसे समय समय पर
कलाकार गाते रहे हैं अपने अंदाज़ में. इन्हीं बोलों को ले कर
कई दूसरी रचनाएँ भी बनीं. आज आपको सुनवा रे हैं २०१३ की
फिल्म दीवाना मैं दीवाना से एक गीत.
गोविंदा और प्रियंका चोपड़ा की मुख्य भूमिकाओं वाली फिल्म
का निर्देशन किया है के सी बोकाडिया ने. माया गोविन्द के लिखे
गीत को संगीत से सजाया है बप्पी लहरी ने. इसे तीन लोगों
ने गाया है-सुनिधि चौहान, इला अरुण और सुदेश भोंसले ने.
गीत के बोल:
सुन सुन प्यारी प्यारी
मीठी मीठी बोलियां हाँ
केड़े केड़े केड़े जो बड़ा है सोणिया हो
काला डोरिया
काला डोरिया कुण्डी नाल अड़ता है
ओ काला डोरिया कुण्डी नाल अड़ता है
मुंडा कोई ना
मुंडा कोई ना मेरी नज़र में चढ़ता है
मुंडा कोई ना मेरी नज़र में चढ़ता है हां
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Kala Doriya-Deewana main deewana 2013
दिल परदेसी हो गया से एक गीत सुनिधि चौहान की
आवाज़ में.
हर मुद्दे पर गीत बनाना ज़रूरी है हिंदी फिल्म में.
यहाँ नहीं जाना, वहाँ नहीं जाना, टेम्पो में जाना, बस
में जाना, पिलेन में जाना, क्या यही बचा है गीतों के
लिए. और भी बहुत कुछ है जो हमने ढंग से एक्सप्लोर
नहीं किया है.
गीत सावन कुमार का है और संगीत उषा खन्ना का.
गीत के बोल:
पिण्डी चली जावांगी उई हुई
लाहौर चली जावांगी उई हुई
पिण्डी चली जावांगी लाहौर चली जावांगी
जित्थे वी ले जायेगा यार चली जावांगी
कराची नहीं
कराची नहीं जावांगी कराची नहीं जावांगी
ओये कराची क्यूँ नहीं जायेंगी कुड़िये
कराची मैं गई तो वहाँ फड्डा हो जायेगा
रे बलवा हो जायेगा चक्कू चल जायेंगे
छुरियां चल जाएंगी तलवारें खिंच जायेंगी
कराची नहीं
कराची नहीं जावांगी कराची नहीं जावांगी
कराची नहीं जावांगी कराची नहीं जावांगी
कराची के छोरे
छोरे छोरे छोरे छोरे
कराची के छोरे बड़े मनचले हैं
आशिक मिजाजी में सबसे पहले हैं
आप अगर नहले वो नहले पे दहले हैं
नहले पे दहले
इस्लामाबाद जावांगी मुल्तान चली जावांगी
इस्लामाबाद जावांगी मुल्तान चली जावांगी
जित्थे वी ले जायेगा यार चली जावांगी
कराची नहीं जावांगी कराची नहीं जावांगी
उई हुई
तारिक़ रोड पर कुछ मिल गए दीवाने
दीवाने दीवाने दीवाने
तारिक़ रोड पर कुछ मिल गए दीवाने
पीछे पीछे आ गए बात करने के बहाने
छेड़खानी कर के लगे मुझको सताने
सताने सताने सताने
जिसकी तरफ देखो लगे गली में बुलाने
मैंने जरा डांटा तो सबने कट्टा निकाला
इतने में देखा मैंने एक पुलिस वाला
पुलिस को बुलाया जान अपनी बचाने
वह भी लगा राग मुझे प्यार का सुनाने
ओ तुझे कार ले जावांगा अपनी बेगम बनावांगा
एक किरकेट टीम की
चौका छक्का चौका छक्का
हो एक किरकेट टीम की अम्मा बनावांगा
रे एक किरकेट टीम की अम्मा बनावांगा
मीरपुर जावांगी शिकारपुर जावांगी
मीरपुर जावांगी शिकारपुर जावांगी
जित्थे वी ले जायेगा यारा चली जावांगी
कराची नहीं जावांगी कराची नहीं जावांगी
कराची नहीं
कराची मैं गई तो वहां फड्डा हो जायेगा
रे बलवा हो जायेगा चक्कू चल जायेंगे
छुरियां चल जाएंगी तलवारे खिंच जाएगी
कराची नहीं
कराची नहीं जावांगी कराची नहीं जावांगी
कराची नहीं जावांगी कराची नहीं जावांगी
उई हुई उई हुई
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Karachi nahin jawangi-Dil pardesi ho gaya 2003
मिलेनियम वर्ष में अवतरित फिल्मों में से एक है संजय दत्त,
ऋतिक रोशन और प्रीती जिंटा अभिनीत फिल्म मिशन कश्मीर.
फिल्म के २-३ गीत अपने समय में खूब बजे थे. फिल्म में
शंकर एहसान लॉय की तिकड़ी का संगीत है. इस तिकड़ी में
एक नियमित गायक है शंकर महादेवन.
आज सुनते हैं इस फिल्म से तीन गायकों का गाया लोकप्रिय
गीत जिसमें शंकर महादेवन के संग जो बाकी के तीन ऊंचे
सुर में आवाज़ निकालने में सक्षम दो गायिकाएं भी हैं. ये हैं
जसपिंदर नरूला और सुनिधि चौहान. गीत राहत इन्दौरी का है.
गीत के बोल:
बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग बुम्बरो बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग बुम्बरो आये हो किस बगिया से ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ तुम बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग बुम्बरो बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग बुम्बरो आये हो किस बगिया से ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ तुम
भँवरे ओ श्याम भँवरे खुशियों को साथ लाये मेहँदी की रात में तुम ले के सौगात आये
हो काजल का रंग लाये नज़रें उतारने को बागों से फूल लाये रस्ते संवारने को हाँ काजल का रंग लाये नज़रें उतारने को भागों से फूल लाये रस्ते संवारने को हाँ मेहँदी की छांव में गीत सुनायें बुम्बरो झूमे नाचें साज़ गायें जश्न मनाएं बुम्बरो होए बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग भुस्भरो
बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग बुम्बरो आये हो किस बगिया से ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ तुम
खिल खिल के लाल हुआ मेहँदी का रंग ऐसे गोरी हथेलियों पे खिलते हो फूल जैसे बुम्बरो बुम्बरो बुम्बरो बुम्बरो ऐ खिल खिल के लाल हुआ मेहँदी का रंग ऐसे गोरी हथेलियों पे खिलते हो फूल जैसे ये रंग धुप का ये रंग छांव का है मेहँदी का रंग नहीं माँ की दुआओं का है इस मेहँदी का रंग है सच्चा बाकी सारे झूठे हाथों से अब मेहँदी का ये रंग कभी ना छूटे
ओ बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग बुम्बरो बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग बुम्बरो आये हो किस बगिया से ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ तुम
चंदा की पालकी में दिल की मुराद लाई जन्नत का नूर ले के मेहँदी की रात आई मेहँदी की रात आई चंदा की पालकी में दिल की मुराद लाई जन्नत का नूर ले के मेहँदी की रात आई रुख पे सहेलियों के ख्वाबों की रौशनी है सबने दुआएं मांगी रब ने कबूल की है ये हाथों में मेहँदी है या शाम की डाली बुम्बरो चाँद सितारे रहकर आये रात की डाली बुम्ब्रो ओ चंदा की पालकी में दिल की मुराद लाई जन्नत का नूर ले के मेहँदी की रात आई रुख पे सहेलियों के ख्वाबों की रौशनी है सबने दुआएं मांगी रब ने कबूल की है ये हाथों में मेहँदी है या शाम की लाली बुम्बरो चाँद सितारे ले कर आई रात की डाली बुम्बरो
हाँ बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग बुम्बरो बुम्बरो बुम्बरो श्याम रंग बुम्बरो आये हो किस बगिया से ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ तुम आये हो किस बगिया से बुम्बरो बुम्बरो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ तुम बुम्बरो बुम्बरो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ तुम आये हो किस बगिया से बुम्बरो बुम्बरो ओ पी क्यू बुम्बरो बुम्बरो ........................................................................................ Bumbro bumbro-Mission Kashmir 2000
साकी, शराब, पीना पिलाना थीम के अंतर्गत कोई गीत
आपको काफी दिन से नहीं सुनवाया है. आज सुनते हैं
मुसाफिर फिल्म से एक गीत सुखविंदर और सुनिधि
का गाया हुआ.
संजय दत्त ओर कोयना मित्रा पर फिल्माया गया गीत
सुनते हैं जिसे देव कोहली ने लिखा है और जिसकी
धुन तैयार की है विशाल शेखर ने.
गीत के बोल:
साकी से मोहब्बत होती है
हर रोज शिकायत होती है
पीने को मेरे पीना ना कहो
यूँ ही तो इबादत होती है
वो शराबी क्या शराबी जो नशे में ना रहे
वो शराबी क्या शराबी जो नशे में ना रहे
वो शराबी क्या शराबी ऐसे जो तौबा करे
वो शराबी क्या शराबी दिल में जिसके गम ना हो
लुट गया समझो शराबी पास जिसके हम ना हों
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
वो शराबी क्या शराबी जो नशे में ना रहे
वो शराबी क्या शराबी जो नशे में ना रहे
वो शराबी क्या शराबी ऐसे जो तौबा करे
वो शराबी क्या शराबी दिल में जिसके गम ना हो
लुट गया समझो शराबी पास जिसके हम ना हों
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
इश्क की गलियों में ना जाना इश्क बड़ा बदनाम है
इश्क तो मेरा खुदा है आशिक मेरा नाम है
इश्क की गलियों में ना जाना इश्क बड़ा बदनाम है
इश्क तो मेरा खुदा है आशिक मेरा नाम है
आशिकी के हर कदम पे रोज़ कत्ले आम है
हे आशिकी में जान लुटाना आशिकों का काम है
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
मैकदे में आने वाले मयकशी तो सीख ले
हमपे हँसने वाले पहले तू हंसी तो सीख ले
मैकदे में आने वाले मयकशी तो सीख ले
हमपे हँसने वाले पहले तू हंसी तो सीख ले
हर खुशी है दूर तुझसे गम तेरे नज़दीक है
हाय तेरे दीवाने की हालत बिन तेरे भी ठीक है
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
ओ साकी साकी रे साकी साकी
आ पास आ रह ना जाए कोई ख्वाहिश बाकी
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O saaki saaki re-Musafir 2004
अक्षय कुमार पर फिल्माया गया एक गीत सुनते हैं फिल्म
खट्टा मीठा से. इसे अक्षय कुमार और तृषा कृष्णन पर
फिल्माया गया है. तृषा कृष्णन दक्षिण भारत की फिल्मों में
एक जाना पहचाना नाम है.
ऊंचे सुरों पर गाने के मामले में प्रवीण दो गायकों ने इसे
गाया है-के के और सुनिधि चौहान. इरशाद कामिल के बोल
हैं और प्रीतम का संगीत. बोल अलग हट के और अच्छे हैं
इस गीत के.
गीत के बोल:
तुम ता ना ना ना दे रे ना ना दे रे ना ना
सजदे किये हैं लाखों लाखों दुवायें मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
चाहत की तेरी मैंने हक में हवाएं मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
तुझसे ही दिल ये बहला तू जैसे करमा पहला
चाहूँ ना फिर क्यूँ मैं तुझे
जिस पल ना चाहूँ तुझको उस पल सजाएँ मांगीं
पाया है मैंने फिर तुझे
हो ओ ओ सजदे किये हैं लाखों लाखों दुवायें मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
जाने तू सारा वो दिल में जो मेरे हो
पढ़ ले तू आँखें हर दफ़ा
नखरे से ना जी भी होते हैं राज़ी भी
तुझसे ही होते हैं खफ़ा
जाने तू सारा वो दिल में जो मेरे हो
पढ़ ले तू आँखें हर दफ़ा
नखरे से ना जी भी होते हैं राज़ी भी
तुझसे ही होते हैं खफ़ा
जाने तू बातें सारी कटती हैं रातें सारी
जलते दिए से अनबुझे
उठ उठ के रातों को भी तेरी वफाएं मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
सजदे किये हैं लाखों लाखों दुवायें मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
चाहत के काजल से किस्मत के कागज़ पे
अपनी वफाएं लिख ज़रा
बोले ज़माना यूँ मैं तेरे जैसा हूँ
तू भी तो मुझसा दिख ज़रा
मेरा ही साया है तू मुझमें समाया है तू
हर पल ये लगता है मुझे
खुद को मिटाया मैंने तेरी बलाएँ मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
ओ ओ ओ चाहे तू चाहे मुझको ऐसी अदाएं मांगी
पाया है मैंने फिर तुझे
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Sajde kiye hain lakhon-Khatta Meetha 2010
सुनिधि चौहान की बुलंद आवाज़ में एक गीत सुनते हैं सन २०१०
की फिल्म ट्रंप कार्ड से. इसे संगीत से संवारा है संभावनाओं वाले
एक और संगीतकार ललित सेन ने.
गीत लिखा है नवाब आरजू ने. ये नवाब आरजू वही हैं जिन्होंने
बाजीगर ओ बाजीगर जैसे हिट गीत लिखे हैं.
गीत के बोल:
इश्क मज़ा है इश्क वफ़ा है
इश्क अदा है इश्क नशा है
इश्क मज़ा है इश्क वफ़ा है
इश्क अदा है इश्क नशा है
इस इश्क के चक्कर में पड़ के
दिल हो गया हो गया हो गया हो गया
हो गया हो गया हो गया हो गया हो गया
दिल नाकाम दिल नाकाम धिल नाकाम
दिल नाकाम दिल नाकाम दिल नाकाम
हाँ प्यार के दरिया में डूब के
बेकरार दिल हो गया
दिल लगा के तन्हाई में
जीना मुश्किल हो गया
हाँ प्यार के दरिया में डूब के
बेकरार दिल हो गया
दिल लगा के तन्हाई में
जीना मुश्किल हो गया
आजकल हाल ऐसा है मेरी बेताबी का
क्या करूं मैं भला इस दिल की गूस्ताखी का
इस इश्क के चक्कर में पड़ के
दिल हो गया हो गया हो गया हो गया
हो गया हो गया हो गया हो गया हो गया
दिल नाकाम दिल नाकाम दिल नाकाम
दिल नाकाम दिल नाकाम दिल नाकाम
साँसों की सरगोशियों को चैन का अहसास दो
आँखों का समझो इशारा प्यार की एक रात दो
हाँ साँसों की सरगोशियों को चैन का अहसास दो
आँखों का समझो इशारा प्यार की एक रात दो
जिंदगी हर घडी जी रही तेरी ख्वाहिश में
बेपनाह प्यार की बेवजह फ़रमाईश में
इस इश्क के चक्कर में पड़ के
दिल हो गया हो गया हो गया हो गया
हो गया हो गया हो गया हो गया हो गया
दिल नाकाम दिल नाकाम दिल नाकाम
दिल नाकाम दिल नाकाम दिल नाकाम
इश्क मज़ा है इश्क वफ़ा है
इश्क अदा है इश्क नशा है
इश्क मज़ा है इश्क वफ़ा है
इश्क अदा है इश्क नशा है
इस इश्क के चक्कर में पड़ के
दिल हो गया हो गया हो गया हो गया
हो गया हो गया हो गया हो गया हो गया
दिल नाकाम दिल नाकाम दिल नाकाम
दिल नाकाम दिल नाकाम दिल नाकाम
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Dil nakaam-Trump Card 2010
साजिद वाजिद के संगीत निर्देशन में बना एक गीत सुनते हैं
२००० की फिल्म बागी से. फैज अनवर के बोल हैं और इसे
गाया है सोनू निगम और सुनिधि चौहान ने. दोनों ही २००० के
आस पास उभरते हुए गायक कलाकार थे और इन दोनों ने कई
युगल गीत गाये हैं.
गीत के बोल:
चाहा था तुझे पाया है तुझे
कुछ भी न चाहिए और अब मुझे
चाहा था तुझे पाया है तुझे
कुछ भी न चाहिए और अब मुझे
तू ही है तू ही है इन साँसों में
तू ही है तू ही है इन आँखों में
तू ही है तू ही है इन बाहों में
यूं तूने मुझको छुआ के जागी कोई प्यास है प्यास है
तू आ के लग जा गले दीवाना तेरे पास है हां पास है
पास है हां पास है
तू साथ हो तो मिले ज़िंदगी तेरे बिना क्या है जीना
तू साथ हो तो मिले ज़िंदगी तेरे बिना क्या है जीना
हर पल शराबी निगाहें तेरी मुझको सिखाती हैं पीना
यूं तूने मुझको छुआ के जागी कोई प्यास है प्यास है
तू आ के लग जा गले दीवाना तेरे पास है हां पास है
हां पास है पास है
शोले भड़कने लगे प्यार के आ जा ये शोले बुझा दें
शोले भड़कने लगे प्यार के आ जा ये शोले बुझा दें
बन के मैं सावन बरस जाऊंगा दिल में तू अरमां जगा दे
यूं तूने मुझको छुआ के जागी कोई प्यास है प्यास है
तू आ के लग जा गले दीवाना तेरे पास है हां पास है
हां पास है आ पास है
चाहा था तुझे पाया है तुझे
कुछ भी न चाहिए और अब मुझे
चाहा था तुझे पाया है तुझे
कुछ भी न चाहिए और अब मुझे
तू ही है तू ही है इन साँसों में
तू ही है तू ही है इन आँखों में
तू ही है तू ही है इन बाहों में
यूं तूने मुझको छुआ के जागी कोई प्यास है प्यास है
तू आ के लग जा गले दीवाना तेरे पास है हां पास है
आ पास है हां पास है
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Chaha hai tujhe-Baghi 2000
बबलू-बबली हिट्स के अंतर्गत अगला गीत सुनते हैं एक नयी
फिल्म से. इसे सुनिधि चौहान ने गाया है.
इसे लिखा है कुमार ने और धुन तैयार की है अन्नू मलिक ने.
फिल्म शान के टाइटल सोंग को इसमें याद किया गया है. वो
नहीं जो शुरू में आता है बल्कि वो वाला जो परवीन बाबी पर
फिल्माया गया है. गौरतलब है फिल्म शान के दोनों गीतों में
शान शब्द आता है.
गीत एक आइटम सोंग है जो प्रियंका चोपड़ा पर फिल्माया गया
है.
गीत के बोल:
आजमा ले आ जा तू सामने
आजमा ले आ जा तू सामने
दिल पर्दाफाश है
नीयत अय्याश है
ना बन शरीफ तू
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
ना बन शरीफ तू
बबली बदमाश है
आ जा जलवों के शामियाने में
क्या रखा है इस ज़माने में
आ जा जलवों के शामियाने में
क्या रखा है इस ज़माने में
क्यूँ बहलाता है दिल को बातों से
हुस्न को छू ले आज हाथों से
दिल लगा ले आ जा तू सामने
दिल पर्दाफाश है
नीयत अय्याश है
ना बन शरीफ तू
बबली बदमाश है
प्यास जगाई है कितनी रातों से
आ बुझा लें हम बहके जज्बातों से
प्यास जगाई है कितनी रातों से
आ बुझा लें हम बहके जज्बातों से
ना फुर्सत हो सांस लेने की
बस ख्वाहिश हो प्यार देने की
दिल जला ले आ जा तू सामने
दिल पर्दाफाश है
नीयत अय्याश है
ना बन शरीफ तू
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
बबली बदमाश है
ना बन शरीफ तू
बबली बदमाश है
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Babli badmash hai-Shootout at Wadala 2013
सन २००२ की मल्टीस्टारर फिल्म आवारा पागल दीवाना विलायत
की दृश्यों से भरपूर फिल्म है. सस्ते में विलायत की सैर करवाने
के लिए निर्देशक का तहे-दिल शुक्रिया.
सुनते हैं फिल्म से एक गीत कश्य कुमार और आरती छाबडिया पर
फिल्माया हुआ. समीर के लिखे गीत की तर्ज़ बनाई है अन्नू मलिक
ने. अभिजीत और सुनिधि चौहान ने इसे गाया है.
गीत के बोल:
एक हसीना एक दीवाना मस्त समां मौसम भी सुहाना
तन्हाई में आँख मिली तो दर्द उठा दिल में अनजाना
एक हसीना एक दीवाना मस्त समां मौसम भी सुहाना
तन्हाई में आँख मिली तो दर्द उठा दिल में अनजाना
मैने तो खाई कसम चाहूँगी तुझको सनम
चाहत पे बस ना चले आ जा लगा लूँ गले
बेचैनियाँ कह रहीं अब तो मिटा फ़ासले
जब से तेरा दीदार हुआ है तीर जिगर के पार हुआ है
जीना मेरा दुश्वार हुआ है मैं तुझपे मरने लगा
एक हसीना एक दीवाना मस्त समां मौसम भी सुहाना
तन्हाई में आँख मिली तो दर्द उठा दिल में अनजाना
क्या प्यास जानां धड़कनों में जगी
छाने लगी है इक नई बेखुदी
ओ पागल करे ये तेरी आशिक़ी
प्यार में दोनो खोने लगे हैं दीवाने से होने लगे हैं
दीवानों का हाल तो देखो जागे जागे सोने लगे हैं
मैने तो खाई कसम चाहूँगी तुझको सनम
चाहत पे बस ना चले आ जा लगा लूँ गले
बेचैनियाँ कह रहीं अब तो मिटा फ़ासले
जब से तेरा दीदार हुआ है तीर जिगर के पार हुआ है
जीना मेरा दुश्वार हुआ है मैं तुझपे मरने लगा
जाने तमन्ना तू रोकना मुझे
मैं दो घडी को आ चुरा लूं तुझे
पलकों तले आ छुपा लूं तुझे
इश्क़ ने ऐसी आग लगाई बेताबी कुछ ऐसी छाई
इक दूजे से मिल गए दोनों दुनिया उनको रोक न पाई
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Maine to khayi kasam-Awara pagal deewana 2002
फिल्म फना से एक गीत सुनते हैं सोनू निगम और सुनिधि चौहान
का गाया हुआ.
प्रसून जोशी का गीत है और जतिन ललित का संगीत. कुछ कुछ
शंकर एहसान लॉय वाला प्रभाव महसूस होता है गीत में.
गीत के बोल:
ये साजिश है बूंदों की कोई ख़्वाईश है चुप चुप सी
ये साजिश है बूंदों की कोई ख़्वाईश है चुप चुप सी
देखो ना देखो ना
देखो ना देखो ना
हवा कुछ हौले हौले जुबां से क्या कुछ बोले
क्यों दूरी है अब दरमियाँ
देखो ना देखो ना
देखो ना देखो ना
फिर न हवायें होंगी इतनी बेशरम
फिर ना डगमग डगमग होंगे ये कदम
फिर न हवायें होंगी इतनी बेशरम
फिर ना डगमग डगमग होंगे ये कदम
हो सावन ये सीधा नहीं खुफ़िया बड़ा
कुछ तो बरसते हुये कह रहा
समझो ना समझो ना
समझो ना समझो ना
हवा कुछ हौले हौले जुबां से क्या कुछ बोले
क्यों दूरी है अब दरमियाँ
देखो ना देखो ना
देखो ना देखो ना
जुगनू जैसी चाहत देखो जले मुझे
मीठी सी मुश्किल है कोई क्या करे
जुगनू जैसी चाहत देखो जले मुझे
मीठी सी मुश्किल है कोई क्या करे
होठों की अर्जी ऐसे ठुकराओं ना
साँसों की मर्ज़ी को झूठलाओं ना
छू लो ना छू लो ना
छू लो ना छू लो ना
हवा कुछ होले छोले जुबां से क्या कुछ बोले
क्यों दूरी है अब दरमियाँ
देखो ना देखो ना
देखो ना देखो ना
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Dekho na-Fanaa 2006
सम्राट अशोक के जीवन पर आधारित कुछ फ़िल्में बनीं हैं
जिनमे से एक है सन २००१ की फिल्म अशोका. फिल्म
कुछ ज्यादा कमाल तो नहीं दिखा पाई बॉक्स ऑफिस पर
मगर फिल्मे में कुछ उल्लेखनीय दृश्य और गीत हैं.
एक गीत सुनते हैं सुनिधि चौहान का गाया हुआ. इसे लिखा
है गुलज़ार ने और संगीतकार हैं अन्नू मलिक.
गीत के बोल:
आ आ आ आ आ
आ ऐ आ आ
ऐ ऐ आ
अरे अरे अरे अरे अरे
आ आ आ आ आ
अरे अरे अरे अरे अरे अरे
आ आ आ आ आ
अरे अरे अरे अरे अरे अरे
आ तैयार हो जा
आ तैयार हो जा
आ आ तैयार हो जा
शाम की कश्ती में आ के सवार हो जा चलो चलें
आ सहारा होगा
कहीं ना कहीं तो कोई किनारा होगा चलो चलें
चलो चलें चलो चलें
आ आ आ आ तैयार हो जा
आ तैयार हो जा रे आ जा
आ तैयार हो जा रे
आ जा आ जा चल चलें
तैर के या डूब के चल पार जाना है
तैर के या डूब के चल पार जाना है
पार जाना है पार जाना है
आ तैयार हो जा
आ तैयार हो जा
आ आ तैयार हो जा
शाम की कश्ती में आ के सवार हो जा चलो चलें
आ आ आ आ आ
अरे अरे अरे अरे अरे अरे
शाम कुंवारी होगी
होंठ हमारे होंगे बात तुम्हारी होगी
बात तो भोली होगी
मीठी भी होगी थोड़ी शहद भी घोली होगी
आ आ आ आ आ
शाम कुंवारी होगी
होंठ हमारे होंगे बात तुम्हारी होगी
बात तो भोली होगी
मीठी भी होगी थोड़ी शहद भी घोली होगी
आ आ आ आ तैयार हो जा
आ तैयार हो जा रे आ जा
आ तैयार हो जा रे
आ जा आ जा चल चलें
तैर के या डूब के चल पार जाना है
तैर के या डूब के चल पार जाना है
पार जाना है पार जाना है
आ तैयार हो जा
आ तैयार हो जा
आ आ तैयार हो जा
शाम की कश्ती में आ के सवार हो जा चलो चलें
आ आ आ आ आ
प्यार का गोता क्या है
डूब के देखा नहीं देखना होता क्या है
होने को होना क्या है
दिल में टीस होगी आँख में पानी होगा चलो चलें
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
प्यार का गोता क्या है
डूब के देखा नहीं देखना होता क्या है
होने को होना क्या है
दिल में टीस होगी आँख में पानी होगा चलो चलें
आ आ आ आ तैयार हो जा
आ तैयार हो जा रे आ जा
आ जा आ जा चल चलें
तैर के या डूब के चल पार जाना है
तैर के या डूब के चल पार जाना है
पार जाना है पार जाना है
आ तैयार हो जा
आ तैयार हो जा
आ आ तैयार हो जा
शाम की कश्ती में आ के सवार हो जा चलो चलें
आ सहारा होगा
कहीं ना कहीं तो कोई किनारा होगा चलो चलें
चलो चलें चलो चलें
आ आ आ आ तैयार हो जा
आ तैयार हो जा रे आ जा
रे आ जा चल चलें
तैर के या डूब के चल पार जाना है
तैर के या डूब के चल पार जाना है
पार जाना है पार जाना है
आ तैयार हो जा
आ तैयार हो जा
आ आ तैयार हो जा
शाम की कश्ती में आ के सवार हो जा चलो चलें
आ आ आ आ आ
अरे अरे अरे अरे अरे अरे
आ आ आ आ आ
अरे अरे अरे अरे अरे अरे
आ आ आ आ आ
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Aa tayyar ho ja-Asoka 2001
बहन भाई वाले गीत नई फिल्मों में कम देखने को मिलते हैं.
एक गीत है सन २००१ की फिल्म पागलपन से जिसे समीर
ने लिखा है और इसके संगीतकार हैं राजू सिंह.
गायक कलाकार हैं-उदित नारायण, सुनिधि चौहान, जावेद अली,
विक्की और हार्वर्ड. मधुर गीत है और इसे हम गुनगुना सकते
हैं आसानी से.
गीत के बोल:
ऐ डिंग डांग डो तुम्हें हम चाहें
जो तुम कह दो हँस के मर जाएं
हमारी जां है प्यारी बहना
बिना तेरे कहीं कभी हमको न रहना
खुशी और ग़म हमें मिल के है सहना
हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे
हो हो हो हो हो हो हो हो हो
ऐ डिंग डांग डो तुम्हें हम चाहें
जो तुम कह दो हँस के मर जाएं
हमारी जां है प्यारी बहना
बिना तेरे कहीं कभी हमको न रहना
खुशी और ग़म हमें मिल के है सहना
हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे
हो हो हो हो हो हो हो हो हो
अक्कड बक्कड़ बम्बे बो अस्सी नब्बे पूरे सौ
जिसको मिल गया हो भाई तेरे जैसा
उसको फिर किसी से क्या लेना
करती हूँ यही गॉड से मैं तो प्रेयर
ऐसे ही ब्रदर मुझको देना
मैने तुमको ही सब कुछ है माना
लगे बेमाना सारा जहां
ऐ डिंग डांग डो तुम्हें हम चाहें
जो तुम कह दो हँस के मर जाएं
हमारी जां है प्यारी बहना
बिना तेरे कहीं कभी हमको न रहना
खुशी और ग़म हमें मिल के है सहना
हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे
हो हो हो हो हो हो हो हो हो
हूं मिल के हम उठाएंगे डोली जो तुम्हारी
आँखों से तो आँसू बहेंगे
तू जायेगी दुल्हन बनके इक दिन यहां से
अकेले हम कैसे रहेंगे
संग हमने है बचपन गुजारा
साथ में हम हुए हैं जवां
ऐ डिंग डांग डो तुम्हें हम चाहें
जो तुम कह दो हँस के मर जाएं
हमारी जां है प्यारी बहना
बिना तेरे कहीं कभी हमको न रहना
खुशी और ग़म हमें मिल के है सहना
हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे
हो हो हो हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो हो हो हो
हो हो हो हो हो हो हो हो हो
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Ae ding dong do-Pagalpan 2001
हिंदी फिल्मों में मिथुन द्वारा खाली किये गए स्थान को किसने भरा ये
प्रश्न कभी कभी मेरे दिमाग में आता है-सुनील शेट्टी या अक्षय कुमार
ने. वैसे मिथुन की फ़िल्में २००० तक तो नियमित रूप से देखने को
मिलीं हैं. उस दौर में ये दोनों नयी पीढ़ी के नायक अपने आप को फिल्म
उद्योग में स्थापित करने में लगे थे.
सुनते हैं फिल्म आवारा पागल दीवाना से एक गीत. फिल्म का कथानक
नाम के अनुरूप ही है या यूँ कहें कहैं के हिसाब से फिल्म का नाम
रखा गया है. ऐसा कम ही होता है जब फिल्म का मसाला और नाम
एक दूसरे के पूरक हों अन्यथा किसी फिल्म का नाम दालचीनी हो और
उसमें आपको चीनी भी देखने को ना मिले.
क्रिकेटर किरण मोरे और लीला भंसाली की फिल्म सांवरिया की एक
साथ याद दिलाने वाले इस गीत के बोल समीर द्वारा लिखे गए हैं और
इसे सुनिधि चौहान, शान और अन्नू मलिक के संग कुछ और आवाजों
ने गाया है.
गीत के बोल:
मोरे सांवरिया आ आ
मोरे सांवरिया आ आ
मोरे मोरे
मोरे सांवरिया आ आ
मोरे सांवरिया आ आ आ
मोरे सांवरिया आ आ
मोरे सांवरिया मोरे सांवरिया
आ मोरे सांवरिया आ आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
मैं हूँ अकेली मुश्किल बड़ी है चारों तरफ़ खतरा
आ मोरे सांवरिया आ आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
कोई बचा ना बचेगा हम से यहाँ जान-ए-जाना
कोई बचा ना बचेगा हम से यहाँ जान-ए-जाना
कहता है हमको जमाना आवारा पागल दीवाना
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
मोरे सांवरिया आ आ
मोरे सांवरिया आ आ
रातें बदल जाएँगी बातें बदल जायेंगी
घड़ियाँ मुहब्बत भरी चाहत में ढल जायेंगी
रातें बदल जाएँगी बातें बदल जाएँगी
घड़ियाँ मुहब्बत भरी चाहत में ढल जाएँगी
छाया नशा है दिल कह रहा है मुझ से नज़र तो मिला
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
अपने ठिकाने पे है बचने बचाने पे है
खतरे में है उस की जां जो भी निशाने पे है
अपने ठिकाने पे है बचने बचाने पे है
खतरे में है उस की जां जो भी निशाने पे है
बाहों में ले लूँ ज़ुल्फ़ों से खेलूँ डर ना मेरी दिलरुबा
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
आवारा पागल दीवाना
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
आ मोरे सांवरिया आ आ आ
आ मोरे सांवरिया आ
आवारा पागल दीवाना
आवारा पागल दीवाना
आवारा पागल दीवाना
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More sanwariya-Awara pagal deewana 2002
मन चलने से ज्यादा भागता है. सयानों ने अनुभव किया है. चलायमान से केवल ये मतलब नहीं कि वो केवल चलेगा. दौड़ने के लिए कोई दौडायमान शब्द नहीं है. घिसटने के लिएभी यही शब्द इस्तेमाल होता है.
सुनते हैं फिल्म चमेली से एक गीत सुनिधि चौहान का गाया हुआ. इसे इरशाद कामिल ने लिखा है और इसकी धुन बनाई है सन्देश शांडिल्य ने.
गीत के बोल:
बहका है मन कहीं कहाँ जानती नहीं कोई रोक ले यहीं भागे रे मन कहीं आगे रे मन चला जाने किधर जानूं ना
हाँ चले ठँडी हवा हाँ संग मन भी गया ढूंढूं मैं कहाँ उसको बतलाए कोई मुझको के हाँ हाँ हाँ रे भागे रे मन
हाँ हाय ऐसा समा हूँ फिर होगा कहाँ जी लूं मैं इसे खुल के सावन में ज़रा घुल के अरे सुन सुन सुन भागे रे मन ................................................... Bhage re man-Chameli 2004