आँख है भरी भरी-तुमसे अच्छा कौन है २००२
कई बातें यहाँ लिख पाना संभव नहीं होता फिर भी हम
आपसे संस्मरण समय समय पर साझा करते रहते हैं.
एक प्रसंग के दौरान ये बात छिड़ी कि उत्तर भारतीय
सिनेमा के नायक नायिका ज्यादा तंदुरुस्त लगते हैं या
दक्षिण भारतीय सिनेमा के. बात अगर ८० के दशक तक
की है तो दक्षिण भारतीय सिनेमा के नायक नायिका
खाते पीते घरों के नज़र आते हैं. उसके बाद तो दुनिया
गोल है चारों ओर. अब तो वहाँ की फिल्मों में भी जीरो
फिगर देखने को मिल जाते हैं.
दीपक आनंद निर्देशित फिल्म तुमसे अच्छा कौन है से
एक गीत सुनते हैं जिसे नवोदित कलाकार नकुल कपूर
और किम शर्मा पर फिल्माया गया है. संगीत है
नदीम श्रवण का. समीर के लिखे हुए सबसे बढ़िया गीतों
में से एक है ये.
गीत के बोल:
आँख है भरी भरी और तुम
मुस्कुराने की बात करते हो
आँख है भरी भरी और तुम
मुस्कुराने की बात करते हो
जिंदगी खफा खफा और तुम
दिल लगाने की बात करते हो
आँख है भरी भरी और तुम
मुस्कुराने की बात करते हो
मेरे हालत ऐसे हैं के मैं कुछ कर नहीं सकता
मेरे हालत ऐसे हैं के मैं कुछ कर नहीं सकता
तड़पता है ये दिल लेकिन ये आहें भर नहीं सकता
ज़ख्म है हरा हरा और तुम चोट खाने की बात करते हो
जिंदगी खफा खफा और तुम
दिल लगाने की बात करते हो
आँख है भरी भरी और तुम
मुस्कुराने की बात करते हो
ज़माने में भला कैसे मोहब्बत लोग करते हैं
ज़माने में भला कैसे मोहब्बत लोग करते हैं
वफ़ा के नाम की अब तो शिकायत लोग करते हैं
आग है बुझी बुझी और तुम
लौ जलाने की बात करते हो
जिंदगी खफा खफा और तुम
दिल लगाने की बात करते हो
आँख है भरी भरी और तुम
मुस्कुराने की बात करते हो
कभी जो ख्वाब देखा तो मिली परछाइयाँ मुझको
कभी जो ख्वाब देखा तो मिली परछाइयाँ मुझको
मुझे महफ़िल की ख्वाहिश थी मिली तन्हाईयां मुझको
हर तफर धुआं धुआं और तुम
आशियाने की बात करते हो
जिंदगी खफा खफा और तुम
दिल लगाने की बात करते हो
आँख है भरी भरी और तुम
मुस्कुराने की बात करते हो
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Aankh hai bhari bhari-Tumse achchha kaun hai 2002
Artists-Nakul Kapoor, Kim Sharma
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