Aug 21, 2016

नाम क्या है-ये दिल्लगी १९९४

अब सुनिए ‘नाम क्या है’ सीरीज़ से एक गीत . सीरीज़ क्यूँ
इसका जवाब आपको दो पोस्ट पहले दिया था. अब तरह तरह
की सिरिंज ना ना .... सीरीज़ बनायेंगे आपको भुलाने ना ना..
लुभाने के लिए

सुनिए ये दिल्लगी फिल्म से प्रश्नवाचक गीत. बच्चों को व्याकरण
सिखाने के लिए एक उदाहरण हो सकता है ये गीत. अब बच्चे
व्याकरण के साथ साथ कुछ और फ्री में सीख जाएँ तो ये आपका
रिस्क है.

लता मंगेशकर की आवाज़ तो करिश्माई है ही, जिस प्रकार से
उन्होंने अपनी पोती की उम्र की नायिकाओं के लिए गाया है वो
भी किसी करिश्मे से कम नहीं है. ऐसे करिश्मे फिल्म संसार में
अलग अलग तरह के हैं मगर गायन के क्षेत्र में दुर्लभ हैं. पिछले
एक पोस्ट में आपने देखा कमर जलालाबादी तीन पीढ़ियों के लिए
गीत लिख चुके हैं.

आइये सुनें अनजान पुत्र समीर द्वारा रचित एक लोकप्रिय गीत
जिसे लता मंगेशकर और अभिजीत ने गाया है. संगीत दिया है
दिलीप सेन-समीर सेन की जोड़ी ने.



गीत के बोल:

नाम क्या है?
प्यार का मारा
घर का पता दो
दिल है तुम्हारा
क्या करते हो?
तुमसे प्यार
इसका नतीजा?
कुछ हो यार

अरे नाम क्या है?
प्यार का मारा
घर का पता दो
दिल है तुम्हारा
क्या करते हो?
तुमसे प्यार
इसका नतीजा?
कुछ हो यार

नाम क्या है?
प्यार का मारा


मैं तेरा दीवाना तू मेरी दीवानी
ऐसे क्यों है ख़फ़ा?
कुछ न मानूँ मैं जानूँ जानूँ मैं
तेरी मर्ज़ी है क्या
कभी लैला मजनू
अरे जा रे जा रे जा
कभी शीरी फरहाद
मुझे ऐसे न सता
कभी राँझा कभी हीर
दिल रख दूँ मैं चीर
कभी रोमियो जूलियट
चल हट बाजू हट

नाम क्या है?
प्यार का मारा
घर का पता दो
दिल है तुम्हारा
क्या करते हो?
तुमसे प्यार
इसका नतीजा?
कुछ हो यार

नाम क्या है?
प्यार का मारा

सीने में दिल है दिल में धड़कन है
धड़कन में तू है बसी
तेरी बातों में मैं न आऊँगी
यूँ न कर दिल्लगी
ओ छोड़ूँ न तेरी गली
तू है भँवरा मैं कली
ओ रानी ऐसे न अकड़
मेरी बाहें न पकड़
है इरादा मेरा नेक
तू दीवाना दिल-फेंक
मुझे ख़्वाबों में बसा
ऐसे बातें न बना

नाम क्या है?
प्यार का मारा
घर का पता दो
दिल है तुम्हारा
अरे नाम क्या है?
प्यार का मारा
घर का पता दो
दिल है तुम्हारा
क्या करते हो?
तुमसे प्यार
इसका नतीजा?
कुछ हो यार
अरे नाम क्या है?
प्यार का मारा
घर का पता दो
दिल है तुम्हारा
…………………………………………………….
Naam kya hai-ye dillagi 1994

Artists: Kajol, Saif Ali Khan

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP