चाँद सितारे करते इशारे-अदल-ए-जहाँगीर १९५५
जन्म दिन की बधाई देते हुए एक गीत सुनते हैं प्राचीन फिल्म से
जो इतनी प्राचीन भी नहीं है बस ६१ साल पुरानी है. श्वेत श्याम
युग की फिल्म और ५० के दशक के एकदम मध्य यानि १९५५
की फिल्म, वो समय, जो संगीत का सुनहरा दौर हुआ करता था.
हुस्नलाल भगतराम का जलवा ५० के दशक में धीरे धीरे कम होना
शुरू हुआ. उनके साथ ही अन्य ४० के दशक के मुख्य संगीतकार
धीरे धीरे हाशिए पर आने शुरू हो गए थे, वजह समय और बदला
हुआ ट्रेंड. प्रासंगिकता जिन्होंने बरकरार रखी वे कायम रहे जैसे
नौशाद और एस डी बर्मन. कुछ और भी नाम हैं जैसे चित्रगुप्त.
चित्रगुप्त ने ४० के दशक के उत्तरार्ध में अपना काम चालू किया
था. उसके बाद ५० के दशक में उनकी गाडी खूब दौडी.
हुस्नलाल भगतराम के इस गीत में आप महसूस करेंगे ओर्केस्ट्रा
और अरेंजमेंट में थोड़ी तब्दीली. उनके पेटेंट १९५० तक के
संगीत से ये थोडा अलग है.
सन १९५५ की फिल्म अदल-ए-जहाँगीर के निर्माता और निर्देशक
जी पी सिप्पी हैं. प्रस्तुत गीत के रचयिता कमर जलालाबादी हैं
जिन्होंने हुस्नलाल भगतराम के लिए बहुत से गीत लिखे, उसके
बाद कुछ लिखे नैयर के लिए, बाद में वे कल्याणजी आनंदजी
से जुड गए. गीत के गायक हैं तलत महमूद. गीत फिल्माया
गया है प्रदीप कुमार और मीना कुमारी पर. गीत दरअसल युगल
गीत है जिसमें लाता मंगेशकर ने केवल हमिंग की है मगर इस
बात से भी ये गीत खूबसूरत बन पड़ा है.
गीत के बोल:
चाँद सितारे करते इशारे
हम हैं तुम्हारे तुम हो हमारे
चाँद सितारे करते इशारे
हम हैं तुम्हारे तुम हो हमारे
आओ मिला लें हम तुम निगाहें
तुम हमें चाहो हम तुम्हें चाहें
आओ मिला लें हम तुम निगाहें
तुम हमें चाहो हम तुम्हें चाहें
हम तुम्हें चाहें
प्यार भरा दिल तुमको पुकारे
हम हैं तुम्हारे तुम हो हमारे
चाँद सितारे करते इशारे
हम हैं तुम्हारे तुम हो हमारे
आँखों में मस्ती ये हुस्न प्यारा
देखा है जब से जलवा तुम्हारा
आँखों में मस्ती ये हुस्न प्यारा
देखा है जब से जलवा तुम्हारा
जलवा तुम्हारा
शरमा रहें हैं रंगीं नज़ारे
हम हैं तुम्हारे तुम हो हमारे
चाँद सितारे करते इशारे
हम हैं तुम्हारे तुम हो हमारे
यूँ ही मुस्कुरायें हमारी वफ़ाएं
रह रह के आएं लब पर दुआएं
यूँ ही मुस्कुरायें हमारी वफ़ाएं
रह रह के आएं लब पर दुआएं
लब पर दुआएं
कभी न जुदा हों मुहब्बत के मारे
हम हैं तुम्हारे तुम हो हमारे
चाँद सितारे करते इशारे
हम हैं तुम्हारे तुम हो हमारे
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Chand sitare karte ishare-Adl-e-Jahangir 1955
Artists: Pradeep Kumar, Meena Kumari
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