मौसम आया है रंगीन-ढोलक १९५१
आज सुनते हैं सन १९५१ की फिल्म ढोलक से एक गीत जिसे गाया
है सुलोचना कदम और सतीश बत्रा ने. अज़ीज़ कश्मीरी के लिखे बोल
हैं और श्याम सुन्दर का संगीत.
ढोलक फिल्म के इस गीत में ढोलक का सुन्दर प्रयोग है. विलायती
और पंजाबी दोनों प्रभावों के संगम वाला ये गीत अनूठा है और इसे
बार बार सुनने को मन करता है.
गीत के बोल:
मौसम आया है रंगीन
बजी है कहीं सुरीली बीन
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
मौसम आया है रंगीन
बजी है कहीं सुरीली बीन
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
मौसम आया है रंगीन
बजी है कहीं सुरीली बीन
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
फूल खिले कलियाँ शरमाईं
रुत मस्ती की आ गई
रुत आ गई
रुत आ गई
नीले-नीले अम्बर पर
बिन पूछे बदली छा गई
हो छा गई
हो छा गई
खिला है ख़ुशियों का बाज़ार
करेंगे नैनों का व्योपार
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
मौसम आया है रंगीन
बजी है कहीं सुरीली बीन
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
झूम रही है डाली-डाली
झूम रहा मन मेरा रे
मन मेरा रे
मन मेरा रे
दो नैननों से ओझल
उस का नैनों बीच बसेरा रे
बसेरा रे
बसेरा रे
करेंगे चाहत का इकरार
किसी की जीत किसी की हार
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
मौसम आया है रंगीन
बजी है कहीं सुरीली बीन
ऐसे में हौले हौले हौले हौले आ
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Mausam aaya hai rangeen-Dholak 1951
Artists:Meena Shorey, Ajit
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