Oct 19, 2016

नफ़रत की लाठी तोड़ो-देश प्रेमी १९८२

आनंद बक्षी का लिखा हुआ एक देशभक्ति गीत सुनते हैं फिल्म
देशप्रेमी से. मोहम्मद रफ़ी ने इस गीत को गाया है. अमिताभ
पर फिल्माया गया गीत संगीत से संवारा है लक्ष्मी प्यारे ने.
इस फिल्म के गीत काफी लोकप्रिय थे अपने वक्त. फिल्म रिलीज़
के १० साल बाद भी इन्हें खूब सुना गया.

प्रस्तुत गीत देशभक्ति वाले त्योहारों के अवसर पर ज़रूर बजा
करता है. गीत में जिस गति से जनता का ह्रदय परिवर्तन होता
है काश वैसा ही वास्तविक जीवन में भी हो.



गीत के बोल:


नफ़रत की लाठी तोड़ो लालच का खंजर फेंको
ज़िद के पीछे मत दौड़ो तुम प्रेम के पंछी हो
देश प्रेमियों
देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों
मेरे देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों

नफ़रत की लाठी तोड़ो लालच का खंजर फेंको
ज़िद के पीछे मत दौड़ो तुम प्रेम के पंछी हो
देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों
मेरे देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों

मीठे पानी में ये ज़हर न तुम घोलो
जब भी कुछ बोलो ये सोच के तुम बोलो
भर जाता है गहरा घाव जो बनता है गोली से
पर वो घाव नहीं भरता जो बना हो कड़वी बोली से
दो मीठे बोल कहो
मेरे देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो ढेश प्रेमियों
मेरे देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों

देखो ये धरती हम सब की माता है
सोचो आपस में क्या अपना नाता है
हम आपस में लड़ बैठे
हम आपस में लड़ बैठे तो देश को कौन सम्भालेगा
कोई बाहर वाला अपने घर से हमें निकालेगा
दीवानों होश करो
मेरे देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों
मेरे देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों

तोड़ो दीवारें ये चार दिशाओं की
रोको मत राहें इन मस्त हवाओं की
पूरब पश्चिम उत्तर दक्खिन वालों मेरा मतलब है
इस माटी से पूछो क्या भाषा क्या इसका मज़हब है
फिर मुझसे बात करो

मेरे देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों
मेरे देश प्रेमियों आपस में प्रेम करो देश प्रेमियों
..................................................................
Mere desh premiyon-Desh premi 1982

Artists: Amitabh Bachchan, Uttam Kumar, Shammi Kapoor, Parikshit Sahni, Premnath

7 comments:

ढपोर शंख,  January 19, 2018 at 11:02 PM  

शानदार बात कही गयी है गीत में

चिल्मी साने,  January 19, 2018 at 11:03 PM  

हाँ

माजा,  January 20, 2018 at 11:02 PM  

हर शाख पे उल्लू बैठा है

बाजा,  January 20, 2018 at 11:03 PM  

अंजामे गुलिस्तां क्या होगा

खाजा,  January 24, 2018 at 10:00 PM  

शाख से मतलब ब्लॉग तो नहीं ?

योगेश शर्मा,  January 26, 2018 at 2:37 PM  

गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें

Geetsangeet January 30, 2018 at 10:29 PM  

आपको भी शर्मा जी.

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