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Apr 7, 2020

जाने कैसे कब कहाँ-शक्ति १९८२

हिंदी फिल्म के निर्देशक को आप ऐसा वैसा ना समझें.
वो अपने कलाकरों का बहुत ख्याल रखता है. अब आप
सोच रहे होंगे-लेटलतीफी का ख्याल, फीस का ख्याल या
उनके नखरों का ख्याल.

अब चूंकि गाना महा-नायक वाला है अतः लेट होने वाला
तो सवाल ही नहीं है, और एक अनुशासित अभिनेत्री हैं
स्मिता पाटिल इस गीत में तो फिर ऐसा क्या है जो
हमने सवाल उठाया है?

वो बात है कलाकारों की सेहत का ख्याल. इस गीत में
निर्देशक ने जॉगिंग करवा दी है दोनों से. अब ये पुराना
शगल था जब कलाकारों से एक्टिंग ना बन रही तो उन्हें
दौडाते भगाते रहो. चेहरे के भावों की जगह फूल पत्ती
घास-फूस दिखाते रहो. एक्टिंग वाला मुद्दा यहाँ नहीं है.
निर्देशक केवल ये बतलाना चाहता है कि कहानी के पात्र
हेल्थ कांशस हैं.

सुनते हैं फिल्म शक्ति का गीत जिसे आनंद बक्षी ने लिखा
है. आर डी बर्मन इसके संगीतकार हैं. किशोर और लता
का गाया ये युगल गीत हमने काफी बार सुन लिया है, है
ना जी. अब इस गीत से १९९७ की एक फिल्म का टाइटल
भी निकल के आया जिसमें महानायक की बहू ने काम
किया है. है ना संयोग.



गीत के बोल:

जाने कैसे कब कहाँ इक़रार हो गया
हम सोचते ही रह गये और प्यार हो गया
जाने कैसे कब कहाँ इक़रार हो गया
हम सोचते ही रह गये और प्यार हो गया

गुलशन बनीं गलियां सभी
फूल बन गये कलियाँ सभी
गुलशन बनीं गलियां सभी
फूल बन गईं कलियाँ सभी
लगता है मेरा सेहरा तैयार हो गया
हम सोचते ही रह गये और प्यार हो गया

तुमने हमें बेबस किया
दिल ने हमें धोखा दिया
तुमने हमें बेबस किया
दिल ने हमें धोखा दिया
उफ तौबा जीना कितना दुश्वार हो गया
हम सोचते ही रह गये और प्यार हो गया

हम चुप रहे कुछ न कहा
कहने को क्या बाक़ी रहा
हम चुप रहे कुछ न कहा
कहने को क्या बाक़ी रहा
बस आँखों ही आँखों में इज़हार हो गया
हम सोचते ही रह गये और प्यार हो गया

जाने कैसे कब कहाँ इक़रार हो गया
हम सोचते ही रह गये और प्यार हो गया
…………………………………………
Jaane kaise kab kahan-Shakti 1982

Artists: Amitabh Bachchan, Smita Patil

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Apr 3, 2020

दिल आखिर दिल है(लता)-शीर्षक गीत १९८२

८० के दशक में मुख्य धारा के सिनेमा के कलाकारों को
ले कर बनी ऑफबीट फ़िल्में बहुत आईं . इनमें से एक
उल्लेखनीय फिल्म है-दिल आखिर दिल है. परवीन बाबी,
राखी और नसीरुद्दीन शाह फिल्म के प्रमुख कलाकार हैं.
फिल्म १९८२ में रिलीज़ हुई थी.

फिल्म दिल आखिर दिल है से आपने शीर्षक गीत सुना. वो
भूपेंद्र की आवाज़ में है. उसी का दूसरा संस्करण आज सुनेंगे
जो लता मंगेशकर ने गाया है.

ऐसे गीत जो दो संकरण में उपलब्ध हैं उनमें अक्सर
मेल वर्ज़न ज्यादा पॉपुलर हो जाता है, ऐसा क्यूँ इसका
स्पष्ट जवाब हमें नहीं मिल पाया अभी तक. ये फेनोमेना
नए गानों(२००० के बाद वाले) में कंट्रोल में है. कई बार
हमने फीमेल गाने ज्यादा सुने हैं.

यह गीत भी नक्श लायलपुरी का लिखा हुआ है और संगीत
एक बार फिर खय्याम का. दोनों वर्ज़न के बोल अलग अलग
हैं. इसमें भावनाओं क गुबार ज्यादा है. बोलों के लिहाज से ये
वर्ज़न मुझे ज्यादा पसंद है.


गीत के बोल:

दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है

शिकवा तो है हालात का
उनसे कोई शिकवा नहीं
टूटा है दिल उम्मीद का
रिश्ता अभी टूटा नहीं
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है

माना के है हंसता हुआ
चेहरा ज़माने के लिये
कैसे कहें है ज़ख़्म-ए-दिल
किसको दिखाने के लिए
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है

कश्ती अगर जज़्बात की
तूफ़ान से टकरायेगी
कोई लहर अहसास की
दिल को बहा ले जायेगी
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
…………………………………
Dil aakhir dil hai(lata)-Titlesong 1982

Artist: Rakhi, Dina Pathak

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Mar 25, 2020

मांगी थी एक दुआ-शक्ति १९८२

हिंदी सिनेमा वो सब दिखता है जिसकी हम कल्पना
भी नहीं कर सकते. असंभव को संभव कर दिखाना
इसके लिए बाएं हाथ का खेल है. दक्षिण भारत का
सिनेमा तो आज कल हैरत अंगेज स्टंट दिखाता है
जो भौतिकी की किताब को ठेंगा दिखाते नज़र आते
हैं. सुपरमैन के ये दोयम संस्करण २-३ कथानकों
के बीच कूद-फांद करते रहते हैं. बा हीरोईन बदलती
रहती है, कम कोल्ड क्रीम वाली या ज्यादा कोल्ड क्रीम
वाली.

खैर हम ऑफ टॉपिक हो गये थोड़े से. सन १९८२ में
अमिताभ की एक फिल्म आई थी बेमिसाल जिसमें
राखी ने नायिका का रोल किया था. उसी वर्ष शक्ति
फिल्म में उन्हें अमिताभ की माँ का रोल करने का
मौका मिल गया. भेड़ चाल वाली इंडस्ट्री में किसी को
नहीं सूझा कि उनको किसी फिल्म में दादी या नानी
का रोल भी ऑफर कर दे.

सुनते हैं फिल्म शक्ति का गीत महेंद्र कपूर की आवाज़
में जिसे दिलीप कुमार और राखी पर फिल्माया गया है.



गीत के बोल:

मांगी थी एक दुआ जो कबूल हो गई
मांगी थी एक दुआ जो कबूल हो गई
उम्मीद की कली खिल के फूल हो गई
मांगी थी एक दुआ जो कबूल हो गई

हम सोचते थे ये दिल मुफ्त में दिया
हम सोचते थे ये दिल मुफ्त में दिया

कितना हसीन मगर तोहफ़ा हमें मिला
कीमत हमारे प्यार की वसूल हो गई
मांगी थी एक दुआ जो कबूल हो गई
मांगी थी एक दुआ जो कबूल हो गई

अब के बहार में दिल मेरा खिल गया
ओ ओ ओ ओ अब के बहार में दिल मेरा खिल गया
जिसकी थी आरज़ू वो मुझको मिल गया
जन्नत मेरे लिए अब फ़ज़ूल हो गई
मांगी थी एक दुआ जो कबूल हो गई
उम्मीद की कली खिल के फूल हो गई
मांगी थी एक दुआ जो कबूल हो गई

धीमा संस्करण:

ए आसमान बता क्या तुझको है खबर
ए आसमान बता क्या तुझको है खबर
ये मेरे चाँद को किसकी लगी नज़र
मुझसे कहाँ न जाने कोई भूल हो गई
……………………………………………
Mangi thi ek dua-Shakti 1982

Artists: Dilip Kumar, Rakhi

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Mar 11, 2020

तुम मेरे स्वामी-कामचोर १९८२

कामचोर फिल्म एक ऐसे युवक की कहानी है जो सपनों
की दुनिया में खोया रहता है, खयाली पुलाव पकाता रहता
है.

कामचोर फिल्म एक सन्देश देती है. वैसे तो हर फिल्म
एक ना एक सन्देश ज़रूर देती है. सार्थक फिल्म सन्देश
देती है-फिल्म पूरी देखो. कूड़ा फिल्म भी सन्देश देती है
-जल्दी उठ के भाग जाओ.

इन्दीवर का गीत है और राजेश रोशन का संगीत. गीत का
फिल्मांकन बढ़िया है और सेल्फ एक्स्प्लेनेट्री है. इसके लिए
किसी निबंध की ज़रूरत नहीं है.



गीत के बोल:

तुम मेरे स्वामी मैं तुमरी दासी
तुम बिन न रह सकूंगी पिया
घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया
तुम मेरे स्वामी मैं तुमरी दासी
तुम बिन न रह सकूंगी पिया
घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया

आ आ आ आ आ आ आ आ आ
दुनिया का दस्तूर पुराना
मौसम संग बदले ज़माना
दुनिया का दस्तूर पुराना
मौसम संग बदले ज़माना
हम तुम न बदलेंगे बदले जग सारा
वादा रहा ये हमारा तुम्हारा

तुम मेरे स्वामी मैं तुमरी दासी
तुम बिन न रह सकूंगी पिया
घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया

हैरान हूँ मैं और परेशां
इतनी हो सुन्दर मेरी जां
हैरान हूँ मैं और परेशां
इतनी हो सुन्दर मेरी जां
यही प्यार की तुझपे छाया करूँगा
सूरज किरण को भी छूने न दूंगा
तू प्रीत मेरी मैं मीत तेरा
संग संग रहेंगे हम यूं ही सदा

घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया

आ आ आ आ आ आ आ आ आ
मेरे सजन का ये आँगन
तुलसी के जितना है पवन
मेरे साजन का ये आँगन
तुलसी के जितना है पावन
जलती रहे यह ज्योत आरती की
बरसात होती रहे यूँ ख़ुशी की

तुम मेरे स्वामी मैं तुमरी दासी
तुम बिन न रह सकूंगी पिया
घर की पूजा करुँगी पिया
घर को मंदिर कहूँगी पिया
………………………………………….
Tum mere swami-Kaamchor 1982

Artists: Jaya Prada, Rakesh Roshan

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Mar 9, 2020

मल दे गुलाल मोहे-कामचोर १९८२

होली के अवसर पर एक गीत सुनते हैं फिल्म कामचोर
से. अपने समय का और चूंकि ये होली गीत है अतः होली
के अवसर पर जगह जगह बजता मिल जाता है.

फिल्म के कथानक पर हम पिछले पोस्टों में टोर्च हैलोजन
की रौशनी डाल चुके हैं अतः इस गीत को बिना किसी लंबे
निबंध के सुन लेते हैं.

किशोर कुमार और लता मंगेशकर की आवाजें प्रमुख हैं इस
गीत में जिसे इन्दीवर ने लिखा है. इसकी धुन राजेश रोशन
ने बनाई है. वीडियो गीत में पहला अन्तरा गायब है.



गीत के बोल:

मल दे गुलाल मोहे
मल दे गुलाल मोहे
आई होली आई रे
मल दे गुलाल मोहे
मल दे गुलाल मोहे
आई होली आई रे
आई होली आई रे

चुनरी पे रंग सोहे
चुनरी पे रंग सोहे
आई होली आई रे

सात रंग सात फूल आज मिले साथ रे
बजने लगी बांसुरी जमने लगी बात रे
हो ओ ओ ओ
भीगी भीगी पवन सारी
भीगी भीगी पवन सारी

के आई होली आई रे

मल दे गुलाल मोहे
मल दे गुलाल मोहे
आई होली आई रे

आज कोई उनको भी भेज दे संदेस रे
राह तके दुल्हनिया जाने को परदेस रे
ओ ओ ओ ओ
आई आई रे याद आई
आई आई रे याद आई
ऐ आई होली आई रे

चुनरी पे रंग सोहे
चुनरी पे रंग सोहे
आई होली आई रे

प्यार से गले मिलो भेदभाव छोड़ दो
लोक लाज की दीवार आज सनम तोड़ दो
रहे दामन न कोई खाली
रहे दामन न कोई खाली
के आई होली आई रे

मल दे गुलाल मोहे
मल दे गुलाल मोहे
आई होली आई रे
हो ओ ओ ओ ओ ओ
चुनरी पे रंग सोहे
चुनरी पे रंग सोहे
आई होली आई रे
……………………………………..
Mal de gulaal mohe-Kaamchor 1982

Artists: Rakesh Roshan, Jaya Prada, Nita Mehta, Suresh Oberoi

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Mar 1, 2020

निगाहें यार ने कुछ ऐसा-दिल आखिर दिल है १९८२

फिल्म इंडस्ट्री के कुछ टेस्टिंग एन्विल हैं जिनके साथ
काम कर के कलाकार और गायक अपने आप को
सौभाग्यशाली समझते हैं. खय्याम और जयदेव ऐसे
दो नाम हैं जिन्होंने थोडा लीक से अलग हट के काम
भी किया है. इनमें से जयदेव के पास तो लीक से
हटी हुई और पटरी से उतरी ही कहानियां ही ज्यादा
आयीं.

सुरेश वाडकर से जयदेव ने एक गाना गवाया था फिल्म
गमन में. खय्याम के खेमे में नंबर लगा वाडकर का
१९८२ की फिल्म दिल आखिर दिल है में. इसमें उन्हें
एक गाना गाने का मौका मिला. सुरेश वाडकर एक
ट्रेंड सिंगर हैं जिन्हें रागदारी की जानकारी भी है.
इस समय तक चल चमेली बाग में मेवा खिलाऊँगा
गीत भी आ चुका था जिससे सुरेश वाडकर को काफी
लोकप्रियता हासिल हुई.

नक्श लायलपुरी की रचना है और मेरा ख्याल गलत
नहीं है तो इसे परदे पर नसीरूदीन शाह पर फिल्माया
गया है.



गीत के बोल:

निगाहे यार ने
निगाहे यार ने कुछ ऐसा जादू कर दिया
निगाहे यार ने कुछ ऐसा जादू कर दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
निगाहे यार ने
निगाहे यार ने कुछ ऐसा जादू कर दिया

हसीं रात है तू मेरे साथ है
मैं क्यूँ न चूम लूं घटायें ज़ुल्फ़ की
मैं तुझमें खो गया दीवाना हो गया
के मुझको ले उड़ी हवाएं ज़ुल्फ़ की
महकते गेसुओं
महकते गेसुओं ने सैन किस कदर दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
निगाहे यार ने
निगाहे यार ने कुछ ऐसा जादू कर दिया

मिली जो उसना की ज़रा सी रौशनी
बुझे बुझे से ख्वाब जगमगा उठे
जो प्यार मिल गया ये दिल संभल गया
उदास होंठ फिर से गुनगुना उठे
लबों ने प्यार से
लबों ने प्यार से ये नगमा-ए-सहर दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
निगाहे यार ने
निगाहे यार ने कुछ ऐसा जादू कर दिया

ये मेरा दिल कहे तू हमकदम रहे
जहाँ भी ले चले वफ़ा के रास्ते
किसी भी मोड़ पर अकेला छोड़ कर
चले ना जाना तू खुदा के वास्ते
मुझे नसीब ने
मुझे नसीब ने इक प्यारा हमसफ़र दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
निगाहे यार ने
निगाहे यार ने कुछ ऐसा जादू कर दिया

निगाहे यार ने कुछ ऐसा जादू कर दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
गुलों का रंग मेरी जिंदगी में भर दिया
निगाहे यार ने
निगाहे यार ने कुछ ऐसा जादू कर दिया
……………………………………………….
Nigaahe yaar ne kuchh aisa-Dil aakhir dil hai 1982

Artists: Naseeruddin Shaf, Parveen Babi

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Feb 18, 2020

चन्दन को चूम चूम-दिल आखिर दिल है १९८२

फिल्मकारों और संगीतकारों को हमेश तो नहीं मगर
किसी किसी फिल्म के गानों के लिए २-३ गीतकारों
की ज़रूरत पड़ती रही. फिल्म बाजार के गानों के लिए
तो हर गाने के लिए अलग गीतकार है.

फिल्म दिल आखिर दिल है के लिए नक्श लायलपुरी,
निदा फाज़ली और इन्दीवर की सेवाएं ली गईं. आपने
दो गीतकारों के गीत तो सुन लिए अब सुनते हैं तीसरे
गीतकार इन्दीवर का लिखा गीत.

राखी और नसीरूदीन शाह पर फिल्माए गए इस गीत
को गाया है आशा भोंसले ने. नायिका का गोरा गोरा और
गुलाबी स्पॉट वाला चेहरा भी नायक को नहीं लुभा पा
रहा है. उसे अपनी फैंटेसी ही नज़र आ रही है. गीत
शायद एलिफेंटा की गुफाओं में फिल्माया गया है.

राखी सन १९४७ की पैदाइश हैं और नसीर १९५० की.
परवीन बाबी सन १९४९ में पैदा हुई थीं. फिल्म करते
समय दोनों की उम्र नसीर से ज्यादा थी. ये रेयर फिल्म
है अन्यथा हमने सुपर डुपर स्टारकास्ट देखी है जिसमें
६५ साल का नायक २३ साल की लड़की के साथ नज़र
आता है. नसीर इस गाने में क्या करना चाह रहे हैं
समझ नहीं आया.

बरसों पहले किसी बंदे ने एक फोरम में चर्चा के दौरान
चेहरे के भावों पर कुछ ये कहा था-कांसटिपेटेड लुक्स.
जब किसी के चेहरे पर ज़रूरत के मुताबिक़ भाव ना
आ पा रहे हों और कहीं कुछ अटका सा लगे तब ये
शब्द याद आते हैं. अब वो शख्स चाहे एन एस डी
का छात्र रहा हो या हिंद महासागर में डुबकी मार के
आया हो, जो दिख रहा है वो तो दिखेगा और जनता
समझेगी भी.





गीत के बोल:

चन्दन को चूम चूम मस्त है पवन
साहिल को चूम चूम मौज है मगन
समझो सजन प्यार की लगन
चन्दन को चूम चूम मस्त है पवन
साहिल को चूम चूम मौज है मगन
समझो सजन प्यार की लगन

चन्दन को चूम चूम मस्त है पवन

पत्थर की मूरत में प्यार पला है
रंगों में छंदों में प्यार ढला है
पत्थर की मूरत में प्यार पला है
रंगों में छंदों में प्यार ढला है
सिमटी है होंठों में मन की अगन
सिमटी है होंठों में मन की अगन
समझो सजन प्यार की लगन

चन्दन को चूम चूम मस्त है पवन

सर से पाँव तक प्यार हो पिया
रोशन कर देगा मन देह का दिया
सर से पाँव तक प्यार हो पिया
रोशन कर देगा मन देह का दिया
देखो तो छू के कोरा बदन
देखो तो छू के कोरा बदन
समझो सजन प्यार की लगन

चन्दन को चूम चूम मस्त है पवन

बांधे थे अग्नि के आगे बंधन
स्वीकार था मुझको अपनी दुल्हन
बांधे थे अग्नि के आगे बंधन
स्वीकार था मुझको अपनी दुल्हन
कर दो तो पूरे वो प्यार के वचन
कर दो तो पूरे वो बुखार के वचन
समझो सजन प्यार की लगन

चन्दन को चूम चूम मस्त है पवन
साहिल को चूम चूम मौज है मगन
समझो सजन प्यार की लगन
चन्दन को चूम चूम मस्त है पवन
……………………………………………..
Chandan ko choom choom-Dil aakhir dil hai 1982

Artists: Rakhi, Parveen babi, Naseeruddin Shah

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Nov 16, 2019

कभी तुम आग हो-हथकड़ी १९८२

फिल्म हथकड़ी के जो गाने ज्यादा बजे उनमें से एक आप
सुन चुके हैं इधर. अब आपको वो सुनवाते हैं जिसके लिए
हमने थोडा सा दिमाग खपाया था किसी समय. कभी तुम
आग हो के आगे क्या क्या हो सकता है-कभी तुम बाग हो
कभी तुम झाग हो वगैरह. कोमल कवि ह्रदय कभी कभी
हिलोरे मार लिया करता था मगर जो सामान बनता था वो
अल्प मात्रा में होता था-ना तो उससे पूरी कविता और ना
ही पूरा गीत बन पाता था. प्रेरणा का होना बहुत ज़रूरी है
किसी भी काम के लिए. हमारे मोहल्ले में प्रेरणा नाम का
कोई भी व्यक्ति नहीं था इसलिए कोई भी कार्य पूरा नहीं हो
पाता था.

सुनते हैं मजरूह सुल्तानपुरी का लिखा गीत जिसे गाया है
किशोर कुमार और आशा भोंसले ने. बप्पी लहरी इस उम्दा
धुनें के लिए जिम्मेदार संगीतकार हैं. शत्रुघ्न सिन्हा और
रंजीता पर इसे फिल्माया गया है. छेड़ छाड वाला बढ़िया
गीत है ये जिसे आप बड़े आराम से कभी कभार सुन सकते
हैं. गीत में एक कुत्ते की आवाज़ भी है अतः ये सिनेमा के
उन दुर्लभ गीतों में शामिल है जिसे जीव प्रेमी गीत भी कह
सकते हैं. अब ये कुत्ता किसका था ये तो आपको महंगे
वाले ब्लॉग या रेडियो अदरक-लहसुन पर आने वाले एक
विशेष कार्यक्रम के सफर में ही पता चल पायेगा.



गीत के बोल:

कभी तुम आग हो कभी तुम पानी
हाय क्या चीज़ हो दिलवर जानी
इसी पे तो दिल विल सब मेरा ले लिया
हट दीवाने मैंने बुरा क्या किया
हट दीवाने मैंने बुरा क्या किया

कभी कभी आग हूँ कभी कभी पानी
मैं भी क्या चीज़ हूँ दिलवर जानी
इसी पे तो सब दिल विल तेरा ले लिया
हाँ दिलरुबा तूने बुरा क्या किया
हाँ दिलरुबा तूने बुरा क्या किया

भों भो भो
चोरी छुपे किया करें तेरे नज़ारे
तरस तरस कहाँ तलक हम बेचारे
ओ हा हा ला हा ला हा ला हा
चोरी छुपे किया करें तेरे नज़ारे
तरस तरस कहाँ तलक हम बेचारे
फिर कब जाना आना होगा
कुछ तो ले कर जाना होगा
हो हो हो हो हो हो
आगे बढ़ो मिया मुझे समझा है क्या


कभी तुम आग हो कभी तुम पानी
हाय क्या चीज़ हो दिलवर जानी
इसी पे तो दिल विल सब मेरा ले लिया
हट दीवाने मैंने बुरा क्या किया
हट दीवाने मैंने बुरा क्या किया

ओ हो हो हो हो आ हा हा हा ला ला ला
खोलो दिल का पन्ना पता चले तो एक बार
नाम तेरा मेरा कहाँ लिखा है यार
हो ला हा ला हा ला हा ला हा
खोलो दिल का पन्ना पता चले तो एक बार
नाम तेरा मेरा कहाँ लिखा है यार
मै तो जानूं जब तू आया
तुझको देखा तुझको पाया
हो हो हो हो हो हो
जिसे चाहो मिले नहीं ऐसा भी क्या
कभी कभी आग हूँ कभी कभी पानी
मैं भी क्या चीज़ हूँ दिलवर जानी
इसी पे तो सब दिल विल मेरा ले लिया
हट दीवाने मैंने बुरा क्या किया
हाँ दिलरुबा तूने बुरा क्या किया
हट दीवाने मैंने बुरा क्या किया
हाँ दिलरुबा तूने बुरा क्या किया
……………………………………………..
Kabhi tum aag ho-Hathkadi 1982

Artists: Shatrughan Sinha, Ranjeeta

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Oct 24, 2019

ऐसा लगा कोई सुरमा नजर मा-नमकीन १९८२

हिंदी फिल्मों के कई गीत भाई-बहन सरीखे लगते हैं.
कुछ सगे से लगते हैं तो कुछ कज़िन से. अब निकले
तो सभी सात सुरों के महासागर से हैं. भाईचारा तो
होगा ही. हम खामखां इंस्पिरेशन और कॉपी वगैरह
की बातें किया करते हैं. दृष्टिकोण व्यापक होना चाहिए.

सुनते हैं एक गीत जो महाराज फिल्म के आशा वाले
गीत की वजह से याद आया है.

ये गीत है अलका याग्निक का गाया हुआ १९८२ की
फिल्म नमकीन से. बोल गुलज़ार के हैं और संगीत
आर डी बर्मन का. परदे पर इसे किरण वैराले गा रही
हैं. गीत के शुरू के संगीत से आपको सारे जहाँ से
अच्छा...... भी याद आ सकता है.


   

गीत के बोल:

ऐसा लगा कोई सुरमा नज़र मां
आये नज़र तू ही तू हो सैयां
तू ही नज़र आये आये रे आये
ऐसा लगा कोई सुरमा नज़र मां
आये नज़र तू ही तू हो सैयां
तू ही नज़र आये आये रे आये
ऐसा लगा

हो जल जल के मैं कोयला हो गई
कोयला आँख लगाया
हो जल जल के मैं कोयला हो गई
कोयला आँख लगाया
हो जल जल के मैं कोयला हो गई
कोयला आँख लगाया
अरे आँख लगा जो कोयला मुआ फिर शोला भड़काया
हो सीने में जल गई
हो सीने में जल गई इस्क की ज्योति
ज्योति में तेरी खुसबू हो सैयां तेरी खुसबू आये
आये रे आये

ऐसा लगा कोई सुरमा नज़र मां
आये नज़र तू ही तू हो सैयां
तू ही नज़र आये आये रे आये
ऐसा लगा

हो तेरी खोज में दुनिया भटकी
भटकी द्वारे द्वारे
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
हो तेरी खोज में दुनिया भटकी भटकी
हो तेरी खोज में दुनिया भटकी
भटकी द्वारे द्वारे
अरे गांव शहर सब खोजे सैयां खोजे तीरथ सारे
तीरथ नज़र आये
हो तीरथ नज़र आये पग पग पे सैयां
आये नज़र नाही तू हो बलमा
कहाँ तू नज़र आये आये रे आये

ऐसा लगा कोई सुरमा नज़र मां
आये नज़र तू ही तू हो सैयां
तू ही नज़र आये आये रे आये
ऐसा लगा
…………………………………………………
Aisa laga koi surma nazar maan-Namkeen 1982

Artist: Kiran Vairale, Sanjeev Kumar

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Oct 13, 2019

दिल आखिर दिल है(भूपेंद्र)-शीर्षक गीत १९८२

सन १९८२ की ऑफबीट फिल्म दिल आखिर दिल है से
शीर्षक गीत सुनते हैं भूपेंद्र की आवाज़ में. ये गीत दो
संस्कारों में उपलब्ध है. लता मंगेशकर की आवाज़ वाला
गीत आपको बाद में सुनवायेंगे.

गीत नक्श लायलपुरी का है और संगीत खय्याम का. इस
फिल्म में दो अन्य गीतकारों ने भी अपनी सेवाएं दी हैं-
इन्दीवर और निदा फाजली.





गीत के बोल:

दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
किसको सुनाएं हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
किसको सुनाएं हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है

नाज़ुक तो था ये आइना
सोचा ना था लेकिन कभी
कुछ इस तरह तोड़ेगी दिल
बस एक नज़र की बेरुखी
किसको सुनाएं हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है

पत्थर कहो शीशा कहो
चआहे कोई भी नाम दो
ये प्यार के काबिल नहीं
दिल को ना ये इलज़ाम दो
किसको सुनाएं हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है

गुल भी खिले गुलशन खिला
हरसूं हुई रंगीन फिजा
ऐ काश ये पूछे कोई
वीरान क्यूँ है दिल मेरा
किसको सुनाएं हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
किसको सुनाएं हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
………………………………………………….
Dil aakhir dil hai(Male)-Titlesong 1982

Artist: Naseerudiin Shah

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Oct 11, 2019

अंग्रेज़ी में कहते हैं-खुद्दार १९८२

अमिताभ बच्चन एक फेनोमेना हैं जो सदियों में कभी कभार
होता है. ऐसे फेनोमिने अलग अलग क्षेत्रों में आपको देखने को
मिलेंगे.

८० के दशक के पूर्वार्ध में अमिताभ की कई फ़िल्में आयीं और
सफल भी रहीं. इनमें से एक है खुद्दार. फिल्म में अमिताभ के
साथ परवीन बाबी नायिका हैं. फिल्म में भाषा की टांग खिंचाई
वाला एक गीत है जिसे आप भाषाई भेलपुरी भी कह सकते हैं.

मजरूह सुल्तानपुरी के लिखे गीत की तर्ज़ बनाई है संगीतकार
राजेश रोशन ने. इसे किशोर और लता ने गाया है. अपने ज़माने
का एक काफी लोकप्रिय गीत है ये इसलिए हम इसकी शान में
कसीदे नहीं काढ़ रहे.



गीत के बोल:

अंग्रेज़ी में कहते हैं के आई लव यू
गुजराती मा बोले तने प्रेम करूं छूँ छूँ छूँ
बंगाली में कहते हैं के आमी तुमारो भालो बाशी
और पंजाबी में कहते हैं
तेरी तो हाँ
के तेरे बिन मर जावां मैं तैनू प्यार करणा
के तेरे बिन नैयो लबड़ी ओ साथी हो हो हो
नी बलिये
अंग्रेज़ी में कहते हैं के आई लव यू
गुजराती मा बोले तने प्रेम करूं छूँ
बंगाली में कहते हैं के आमी तुमारो भालो बाशी
और पंजाबी में कहते हैं
तेरी तो हाँ
के तेरे बिन मर जावां मैं तैनू प्यार करणा
के तेरे बिन नैयो लबड़ी ओ साथी हो हो हो
       
हम तुमपे इतना डाइंग
जितना सी में पानी लाइंग
आकाश में पंछी फ़्लाइंग
भंवरा बगियन में गाइंग
हम तुमपे इतना डाइंग
जितना सी में पानी लाइंग
आकाश में पंछी फ़्लाइंग
भंवरा बगियन में गाइंग

अंग्रेज़ी में कहते हैं के आई लव यू
गुजराती मा बोले तने प्रेम करूं छूँ
बंगाली में कहते हैं के आमी तुमारो भालो बाशी
और पंजाबी में कहते हैं
तेरी तो हाँ
के तेरे बिन मर जावां मैं तैनू प्यार करणा
के तेरे बिन नैयो लबड़ी ओ साथी हो हो हो

इतना करे क्यूँ धाँधल
दुनिया क्या कहेगी हमको
हम समझा अक्कल वाला
बिलकुल ईडियट है तुम तो
इतना करे क्यूँ धाँधल
दुनिया क्या कहेगी हमको
हम समझा अक्कल वाला
बिलकुल ईडियट है तुम तो

अंग्रेज़ी में ना बोलूं रे आई लव यू
गुजराती मा छूं का बोलूं प्रेम करूं छूँ
बंगाली में ना बोलूं रे आमी तुमारो भालो बाशी
और पंजाबी में ना बोलूं
तेरी तो हाँ
के तेरे बिन मर जाना मैं तैनू प्यार करनिया
जे तेरे जइयों नइयों निभना ओ साथी हो
       
तू जल्दी से हाँ कर दे
वरना तेरी क़सम कहता हूँ
सारी दुनिया के आगे जानी
अभी पॉयज़न खाता हूँ
तू जल्दी से हाँ कर दे
वरना तेरी क़सम कहता हूँ
सारी दुनिया के आगे जानी
अभी पॉयज़न खाता हूँ


अंग्रेज़ी में कहती हूँ के आई लव यू
गुजराती मा बोले तने प्रेम करूं छूँ छूँ छूँ
बंगाली में कहती हूँ आमी तुमारो भालो बाशी
और पंजाबी में केंदी हूँ
तेरी तो हाँ
तेरे बिन मर जावां मैं तैनू प्यार करणा
तेरे जियों नैयो लबड़ी ओ साथी हो हो हो

अंग्रेज़ी में कहते हैं के आई लव यू
गुजराती मा बोले तने प्रेम करूं छूँ
बंगाली में कहते हैं के आमी तुमारो भालो बाशी
और पंजाबी में कहते हैं
तेरी तो
…………………………………………………………..
Angrezi mein kehte hain-Khuddar 1982

Artists: Amitabh Bachchan, Parveen Babi

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Sep 3, 2019

जबसे देखा है तुम्हें-दिल आखिर दिल है १९८२

१९८२ की थोड़ी ऑफबीट फिल्म दिल आखिर दिल है से
एक युगल गीत सुनते हैं लता मंगेशकर और सुरेश वाडकर
की आवाजों में.

इस गीत को नक्श लायलपुरी ने लिखा है. फिल्म में तीन
गीतकारों की सेवाएं ली गयी हैं-इन्दीवर, नक्श लायलपुरी
और निदा फाज़ली. गीत का संगीत तैयार किया है खय्याम
ने.

गीत नसीरूदीन शाह और परवीन बाबी पर फिल्माया गया
है. नसीरूदीन शाह को अपने कैरियर में मिले कुछ गिने चुने
युगल गीतों में से एक.





गीत के बोल:

जबसे देखा है तुम्हें
ऐसा लगता है मेरे ख्वाब की ताबीर हो तुम
मेरे दिल में जो छुपी थी वही तस्वीर हो तुम
जबसे देखा है तुम्हें
ऐसा लगता है मेरे हाथ की तहरीर हो तुम
मेरे दिल में जो छुपी थी वही तस्वीर हो तुम

हर उजाले में महकती थी तुम्हारी खुशबू
तुम वही हो चमकती थी सितारों की तरह
मैं तो जिस राह से गुजरी हूँ तुम्हें पाया है
तुम मुझे देखते रहते हो नजारों की तरह

जबसे देखा है तुम्हें
ऐसा लगता है मेरे ख्वाब की ताबीर हो तुम
मेरे दिल में जो छुपी थी वही तस्वीर हो तुम

प्यार कोशिश से नहीं मिलता ज़माने में कभी
आप ही आप कोई दिल में उतर जाता है
जब भी दो ख्वाब किसी मोड पे मिल जाते हैं
हर अँधेरे में उजाला सा भर जाता है

जबसे देखा है तुम्हें
ऐसा लगता है मेरे ख्वाब की ताबीर हो तुम
मेरे दिल में जो छुपी थी वही तस्वीर हो तुम
जबसे देखा है तुम्हें
ऐसा लगता है मेरे ख्वाब की ताबीर हो तुम
मेरे दिल में जो छुपी थी वही तस्वीर हो तुम
………………………………………………………..
Jabse dekha hai tumhen-Dil aakhir dil hai 1982

Artists: Naseruddin Shah, Parveen Babi, Rakhi

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Jul 28, 2019

कोई यहाँ आ हा नाचे नाचे-डिस्को डांसर १९८२

इंस्पिरेशन की कलई हिंदी सिने और संगीत जगत में थोडा
देर से खुलना शुरू हुई. ये जानकारी उस समय तक केवल
संगीत प्रेमियों को ही हुआ करती थी. कुछ पत्रकारों को भी
मालूम होता था मगर फीलगुड और अपनी सुविधा और
सहूलियत की पत्रकारिता के चलते ये सब उजागर नहीं
हो पाता था.

आज आपको सुनवाते हैं एक गीत फिल्म डिस्को डांसर से
जो ‘वीडियो किल्ड द रेडियो स्टार’ नामक गीत से प्रेरित
है. इसको देसी बनाने में काफी मेहनत की गयी है और ये
शायद अपने समय के सबसे ज्यादा बजने वाले गीतों में से
एक है.


फिल्म में आठ गाने हैं जिनमें से सात अनजान ने लिखे हैं
और जो एक गीत फारूख कैसर ने लिखा है वो आज आप
इधर सुनेंगे. गीत बप्पी लहरी और उषा उथुप ने गाया है.
गीत के शुरू में जो आवाज़ है उसका खुलासा अभी तक नहीं
हुआ है कि आवाज़ किसकी है-विजय बेनेडिक्ट की या स्वयं
बप्पी की.

गीत में आपको करण राजदान और कल्पना अय्यर नाचते
दिखाई देंगे अन्य सहायक कलाकारों के साथ.





कोई यहाँ आ हा नाचे नाचे
कोई वहाँ आ हा नाचे नाचे
सारे हंसी आ हा नाचे नाचे
सारे जवां आ हा नाचे नाचे
अउवा अउवा अउवा अउवा

कोई यहाँ आ हा नाचे नाचे
कोई वहाँ आ हा नाचे नाचे
सारे हंसी आ हा नाचे नाचे
सारे जवां आ हा नाचे नाचे
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार
अउवा अउवा मानो ना मेरे यार
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार

प्यारा है गाना यही गाना बजाना यही
तुर तुर तराना बैंग बैंग
माने ना माने कोई हमने तो माना यही
सुनना सुनाना बैंग बैंग
किसी का दिल आ हा नाचे नाचे
किसी की जान आ हा नाचे नाचे
सारे हंसी आ हा नाचे नाचे
सारे जवां आ हा नाचे नाचे
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार
अउवा अउवा मानो ना मेरे यार
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार

दिल को जलाना नहीं कुछ भी छुपाना नहीं
झूठा बहाना बैंग बैंग
इतनी खुशु है यहाँ जिसका ठिकाना नहीं
लूटो खज़ाना बैंग बैंग
कहीं शमा आ हा नाचे नाचे
कहीं धुंआ आ हा नाचे नाचे
सारे हंसी आ हा नाचे नाचे
सारे जवां आ हा नाचे नाचे
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार
अउवा अउवा मानो ना मेरे यार
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार

दुनिया दीवानी लगे कितनी सुहानी लगे
कर दे जवानी बैंग बैंग
गाऊँ मैं गीत कोई सबकी कहानी लगे
यादें पुरानी बैंग बैंग
सारी फिज़ा आ हा नाचे नाचे
सारा जहाँ आ हा नाचे नाचे
सारे हंसी आ हा नाचे नाचे
सारे जवां आ हा नाचे नाचे
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार
अउवा अउवा मानो ना मेरे यार
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार

कोई यहाँ आ हा नाचे नाचे
कोई वहाँ आ हा नाचे नाचे
सारे हंसी आ हा नाचे नाचे
सारे जवां आ हा नाचे नाचे
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार
अउवा अउवा मानो ना मेरे यार
अउवा अउवा तुमसे है तुमसे प्यार
............................................................................
Koi yahan aa ha nache nache-Disco dancer 1982

Artists: Karan Razdan,  Kalpana Iyer

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Jul 4, 2019

आवारगी हमारी-ये नजदीकियां १९८२

कला फिल्मों के अलावा भी बॉलीवुड में अलग-हट-के फ़िल्में
बनती रही हैं. आजकल तो ऐसी फिल्मों को जोर ज्यादा है.
एक समय था जब ऐसी रिस्क लेने वाले कम हुआ करते थे.

सन १९८२ में रिलीज़ फिल्म ये नजदीकियां आर्ट फिल्मों और
कमर्शियल सिनेमा के ब्लेंड जैसा कुछ है. अब चाहे कथानक
से इसे समझा जाए या फिल्म के गीत-संगीत से. इसमें कुछ
तो हैं मुख्यधारा के सिनेमा वाले कलाकार. परवीन बाबी,
मार्क जुबेर, शबाना आज़मी इन तीनों में से कला फिल्मों का
अनुभव शबाना आज़मी को सबसे ज्यादा है. उसके बाद नंबर
आता है मार्क ज़ुबेर का. फिल्म में सुधीर पांडे, विनोद पांडे
भी मौजूद हैं. विनोद पांडे फिल्म के निर्देशक हैं.

आर्ट सिनेमा और कमर्शियल सिनेमा के इस ब्लेंड को सिंपल
भाषा में ऑफबीट कहा जाता है. इन्हें हम सामान्य भाषा में
अलग-हट-के कहते हैं. ऑफबीट टर्म की ईज़ाद भी फिल्म
समीक्षकों द्वारा ही हुई है. वैसे अलग-हट-के का दुरूपयोग
फिल्म कलाकार और निर्माता-निर्देशक अक्सर किया करते हैं.

सुनते हैं तलत अज़ीज़ का गाया एक गीत जो विनोद पांडे का
लिखा हुआ है. संगीतकार हैं रघुनाथ सेठ जो ऑफबीट फिल्मों
के विशेषज्ञ संगीतकार रह चुके हैं. 



गीत के बोल:
आवारगी आवारगी आवारगी आवारगी
आवारगी हमारी प्यारी सी थी कभी जो
वही आज हमको रुलाने लगी है
जो भरती थी दिल में तरंगे हमेशा
वही आज दिल को जलाने लगी है
आवारगी हमारी

न कोई ग़म न गिला, न कोई शुबः का निशान
न कोई ग़म न गिला, न कोई शुबः का निशान
पाई थी हर खुशी, हर सुक़ूँ हमको था
नग़मे थे बहारों के, तरन्नुम हर कहीं
फिर भी क्यों, हम भटका कियें, ये तू ही बता
आवारगी आवारगी

आवारगी हमारी प्यारी सी थी कभी जो
वही आज हमको रुलाने लगी है
आवारगी हमारी

खामोशियाँ हैं हर तरफ़, तन्हाईयाँ हैं हर तरफ़
खामोशियाँ हैं हर तरफ़, तन्हाईयाँ हैं हर तरफ़
यादों के भँवर से, अब कैसे निकलें
साथी न रहा कोई, न कोई हमसफ़र
ज़िंदगी के सफ़ें पर, लिखने को है, अब तो बस
आवारगी आवारगी

आवारगी हमारी प्यारी सी थी कभी जो
वही आज हमको रुलाने लगी है
जो भरती थी दिल में तरंगे हमेशा
वही आज दिल को जलाने लगी है
आवारगी हमारी
.........................................................................
Awargi hamari-Ye nazdeekiyan 1982

Artists:

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Apr 15, 2019

जोगी हो जोगी-कामचोर १९८२

कामचोर फिल्म से एक गीत सुनते हैं जिसमें भाग्य
के बारे में नायक कुछ कह रहा है. भाग्य बांचने का
काम सदियों से चला आ रहा है. कोई तोते के ज़रिये
तो कोई टैरट कार्ड के ज़रिये बतलाता है. कोई कुंडली
बांचता है तो कोई रमल विद्या का सहारा लेता है.
अधिकाँश के मन में जिज्ञासा होती है अपने भविष्य
के बारे में जानने की.

फिल्म में भविष्यवक्ता के रूप में असरानी हैं जो
नायक के हवा में उड़ने से चकित हो जाते हैं. ऐसा
होता है जब कोई भाग्य बतलाने वाला सब अच्छा
और सब बढ़िया बोल बोल के आपके खीसे से नोट
निकालता है और आपके अंदर हीलियम गैस भर
जाती है थोड़ी देर के ही लिए ही सही. इसी बात को
दृश्य माध्यम के ज़रिये बतलाया जा रहा है. 

फिल्म का कथानक है अतः उसे जहाँ चाहे मोड दो.
असल जीवन में कौन बदल पाया अपने क़िस्मत के
लेखे को. थाली सामने पड़ी रहती है और कौर मुंह
तक नहीं जा पाता. फिल्म के नायक राकेश रोशन
की भी सफल हीरो बनने की इच्छा अधूरी ही रह
गई. इसमें भगवान नाम के कलाकार अकोरडियन
बजाते नज़र आयेंगे. भगवान ने भी अपने जीवन
में शान-ओ-शौकत से गरीबी तक सब मुछ देखा.

कामचोर फिल्म की कहानी से हमें एक शिक्षा मिलती
है और वो ये कि फ्री के ब्लॉग पर लेखन नहीं करना
चाहिए. उस पर आपके पास जबरिया वाह वाह वाले
जंतु ना हों तो बिलकुल भी नहीं. इससे बेहतर है कि
आप फेसबुक पर अपनी पाद और छींक छोड़ दें. उसे
हजारों लाइक्स मिल जाएँगी, व्हाट्सएप पर खांस दें
आपको मैसेज के ज़रिये ही खांसी की ढेर सारी दवा
आ जायेगी.




गीत के बोल:

जोगी ओ जोगी भाग में मेरे लिखा है
एक दिन मैं राजा बनूँगा तेरा ही तोता कहता है
एक दिन मैं राजा बनूँगा तेरा ही तोता कहता है
जोगी ओ जोगी भाग में मेरे लिखा है
एक दिन मैं राजा बनूँगा तेरा ही तोता कहता है
ला ला ला ला ला ला

सूरज हो बलवान तेज कंदर
यारों बनता है वो सिंकंदर
सूरज हो बलवान तेज कंदर
यारो बनता है वो सिंकंदर
पॉवरफुल हो ग्रह तभी तो
माल कर लेंगे अंदर

जोगी
जोगी ओ जोगी भाग में मेरे लिखा है
एक दिन मैं राजा बनूँगा तेरा ही तोता कहता है
एक दिन मैं राजा बनूँगा तेरा ही तोता कहता है

मिटने को हर चीज़ मिट जाये
हाथों से रेखा न जाये
मिटने को हर चीज़ मिट जाये
हाथों से रेखा न जाये

अजी मुट्ठी में है किस्मत अपनी
फिर तू क्यूँ घबराये

जोगी
जोगी ओ जोगी भाग में मेरे लिखा है
एक दिन तू राजा बनेगा
तेरा ही तोता कहता है
एक दिन मैं राजा बनूँगा तेरा ही तोता कहता है
ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला
………………………………………….
Jogi o jogi-Kaamchor 1982

Artists: Rakesh Roshan

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Dec 6, 2018

जीने को तो जीते हैं सभी-ये वादा रहा १९८२

आर डी बर्मन के संगीत में हर गीत में आपको कुछ ना कुछ
नया ज़रूर मिलेगा. आईडिया और एक्जीक्यूशन में कई बार कुछ
कमी सी महसूस होती है. कुछ गीत ऐसे हैं जिनमें जोर शोर से
शुरुआत होती है और दूसरी लाइन में जैसे गरम प्रेस को ठन्डे
पानी में डाल दें तो छौं जैसी आवाज़ आती है-ऐसा कुछ हो जाता
है.

गीत की शुरुआत और मुखडा कर्णप्रिय हैं मगर एक पंक्ति जो
है वो किसी ग़ज़ल के हिस्से जैसी है. तारीफ़ के लिए कहें तो
ये तो हो गया २-इन १ सोंग. मगर वो कानों को खटकने वाली
बात, जिस पर कभी ये इच्छा हुई थी कि संगीतकार से खुद ही
पूछ लूं ऐसा क्यूँ है.

पंचम ने एक बार कहीं संगीतकार जोड़ियों की बात पर अपने
विचार व्यक्त किये थे तब उन्हें भी एक जोडीदार की कमी खली
इस बात का जिक्र मिलता है. खैर एक अकेले ने ही इतना काम
कर लिया वही आगे आने वाले संगीतकारों की कई पीढ़ियों
का प्रेरणास्रोत बना रहेगा.

गीत गुलशन बावरा का है और इसे किशोर कुमार संग गाया है
आशा भोंसले ने. प्रेरणादायी गीत है जिसकी पञ्च लाइन है-
रहेंगे दिलों में जो बांटे सबकी हंसी.



गीत के बोल:

हे हे हे हे हे
जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी जिंदगी
जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी जिंदगी
आओ मिल जुल के दुःख सुख बांटें

क्यों हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी
जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी जिंदगी
आओ मिल जुल के दुःख सुख बांटें
क्यों हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी

सुर में हमारे आ के सुर तो मिला
प्यार भरे नगमे ज़माने को सुना
सुर में हमारे आ के सुर तो मिला
प्यार भरे नगमे ज़माने को सुना
लुटा दे किसी के लिए तू अपनी खुशी

जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी जिंदगी
आओ मिल जुल के दुःख सुख बांटें
क्यों हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी

ला ला ला ला हे हे हे
ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला ला

अपने लिये जो भी जीते हैं यहाँ
उनको भुला दे एक पल में जहां
अपने लिये जो भी जीते हैं यहाँ
उनको भुला दे एक पल में जहां
रहेंगे दिलों में जो बांटे सबको हंसी

जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी जिंदगी
आओ मिल जुल के दुःख सुख बांटें
क्यों हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी
जीने को तो जीते हैं सभी

शिकवे गिले भी हैं प्यार की अदा
क्यों ना भुला दें जो भी हुआ
शिकवे गिले भी हैं प्यार की अदा
क्यों ना भुला दें जो भी हुआ
मिलेंगे दिलों में जला के लौ प्यार की

जीने को तो जीते हैं सभी
प्यार बिना कैसी जिंदगी
आओ मिल जुल के दुःख सुख बांटें
क्यों हम रहें अजनबी
हमसफ़र हैं सभी
………………………………………………
Jeene ko to jeete hain sabhi-Ye vada raha 1982

Artists: Rishi Kapoor, Tina Munim

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Nov 28, 2018

इश्क मेरा बंदगी है-ये वादा रहा १९८२

इश्क हुआ और बंदगी हुई/की. आम तौर पर इन शब्दों को
ऐसे ही समझा जाता है.

फिल्म ये वादा रहा के गानों को शुरू शुरू में हम संगीत की
वजह से ज़्यादा सुनते थे इसलिए बोलों पर गौर कम किया
करते थे. उस सरसरी सुनने में हमें मुखडा थोडा अटपटा सा
लगा करता था. पहली पंक्ति में पुर्लिंग दूसरे में स्त्रीलिंग ये
है क्या?

पंक्ति के संधि विच्छेद से समझें माजरा क्या है-

इश्क, मेरा बंदगी है-जैसा हम समझते थे
इश्क मेरा, बंदगी है- जैसा के गीतकार बतलाना चाहता है.

ये कन्फ्यूज़न काफ़ी समय बाद किलियर हुआ जब हमें एक
चच्चा ने फ़र्क समझाया. उसके अलावा भी इस गीत में
कुछ और है जो लिखने वाले ने लपेट के घुमाया है-
आशिक़ों का अर्श डेरा या अर्ज़ डेरा. ६/६ कान वाले बतलायें
ज़रा ये क्या है और इस प्रयोफ़ का क्या अर्थ है.



गीत के बोल:

इश्क़ मेरा बन्दगी है इश्क़ मेरी ज़िन्दगी है
आशिक़ों का अर्ज डेरा आशिक़ों का फ़र्ज़ डेरा
आशिक़ों के सातों जहां

इश्क़ मेरा बन्दगी है इश्क़ मेरी ज़िन्दगी है
आशिक़ों का अर्श डेरा आशिक़ों का फ़र्श डेरा
आशिक़ों के सातों जहां

यूं तो जहां में सभी नाम के हैं ये रिश्ते
जो इश्क में डूब जायें वहीं हैं फ़रिश्ते
यूं तो जहां में सभी नाम के हैं ये रिश्ते
जो इश्क में डूब जायें वहीं हैं फ़रिश्ते
इश्क़ में है वो खुमारी जो न उतरे उम्र सारी
दिन-ब-दिन ये होगी जवान

इश्क़ मेरा बन्दगी है इश्क़ मेरी ज़िन्दगी है

दिल जिसमें शमा जले इश्क़ की दिल वही है
मैंने तो अपने ही दिल की कहानी कही है
दिल जिसमें शमा जले इश्क़ की दिल वही है
मैंने तो अपने ही दिल की कहानी कही है

धर्म अपना आशिक़ी है कर्म अपना आशिक़ी है
इश्क़ ही है मेरा ईमान


इश्क़ मेरा बन्दगी है इश्क़ मेरी ज़िन्दगी है

ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला
आशिक़ वही है जो दूजे का गम जाने सहना
तू इस जहां में कभी न किसी से ये कहना
हो ओ ओ ओ ओ
आशिक़ वही है जो दूजे का गम जाने सहना
तू इस जहां में कभी न किसी से ये कहना
इश्क़ है क्या तू न जाने ना सुना तू ये फ़साने
क्यूँ करे ये झूठा गुमां

इश्क़ मेरा बन्दगी है इश्क़ मेरी ज़िन्दगी है
आशिक़ों का अर्ज डेरा आशिक़ों का फ़र्ज़ डेरा
आशिक़ों के सातों जहां
इश्क़ मेरा बन्दगी है इश्क़ मेरी ज़िन्दगी है
…………………………………………………
Ishq mera bandage hai-Ye vada raha 1982

Artists: Rishi Kapoor, Tina Munim

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Jun 12, 2018

छोडो छोडो....डिस्को स्टेशन-हथकड़ी १९८२

मजरूह सुल्तानपुरी का लिखा कोई डिस्को गीत याद आता है आपको?
फिल्म हथकड़ी में एक गाना है जिसे रीना रॉय परदे पर गा रही है.

हथकड़ी  एक बहुसितारा फिल्म है जिसमें संजीव कुमार, राकेश रोशन,
रंजीता, सिमी ग्रेवाल, प्रेम चोपड़ा और अन्य १०-१२ जाने पहचाने और
१०० के करीब अनजान कलाकार हैं.

गीत आशा भोंसले ने गाया है और इसका संगीत बप्पी लहरी ने
तैयार किया है




गीत के बोल:

छोडो छोड़ मेरी बाहें
.
बोलों के चक्कर में यहाँ वहाँ मुंह मारने वाले थोड़ी मेहनत
खुद भी करें.
.
..
..........................................................
Chhodo chhodo meri bahein-Hathkadi 1982

Artist: Reena Roy

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Feb 23, 2018

दिल दिया है मैंने दिल दिया है-अशांति १९८२

अभिनेता कंवलजीत कुछ गिनती की ही फिल्मों में नायक बने हैं.
इनमें से एक हम अशांति फिल्म को मान सकते हैं. ये शब्द मैंने
इसलिए इस्तेमाल किये क्यूंकि फिल्म में राजेश खन्ना की मुख्य
भूमिका है मगर उस दौर में कई ऐसी फ़िल्में बनीं जिनमें अधेढ़
नायक के साथ साथ एक युवा नायक भी मौजूद होता था. ऐसे में
रोल की लम्बाई से ही अनुमान लगाया जाता था कि हीरो कौन है
फिल्म का या फिर निर्माता और निर्देशक को ही पता होता था.

ऐसा धारणाएं क्यूँ बनती हैं-इसकी वजह है. इस फिल्म के बारे में
अंग्रेजी लेख में मैंने पढ़ा-कंवलजीत और जीनत अमान मेन लीड
पेयर हैं फिल्म के. और भी काफी ज्ञानवर्धक लीद थी उस लेख में
जिसे मैंने सरसरी निगाह डालने के बाद भूलना ही उचित समझा.
अंग्रेजी  आलेख वाले को मिथुन का नाम तो याद ही नहीं आया.

गीत आशा भोंसले और अमित कुमार ने गाया है. इसे लिखा है
आनंद बक्षी ने और धुन तैयार की आर डी बर्मन ने.आज एक
हमारे एन आर आई मित्र मिल गए थे जिहें बात बात में या या
करने की आदत है. उनकी या या से यह गीत याद हो आया.




गीत के बोल:

हाँ दिल दिया है मैंने दिल लिया है
या या याद रखना
अरे हाँ किसी से मैंने प्यार किया है
या या याद रखना
मेरे दिलवर का जाने जिगर का
मेरे दिल पे नाम लिखा है हू हू
दिल दिया है मैंने दिल लिया है
या या याद रखना
अरे हाँ किसी से मैंने प्यार किया है
या या याद रखना

मेरी मोहब्बत के लिए प्यार भरा दिल लाये हो
मुझको मगर अफ़सोस है तुम ज़रा देर से आये हो
हाथ किसी ने मेरा थाम लिया है
या या याद रखना
मेरे दिलवर का जाने जिगर का
मेरे दिल पे नाम लिखा है हू हू
दिल दिया है मैंने दिल लिया है
या या याद रखना
हाँ किसी से मैंने प्यार किया है
या या याद रखना

मेरी निगाहों पे तेरी जुल्फों का बादल छा गया
झूम के बादल की तरह तेरा दीवाना आ गया
दिल ने तुझे फिर याद किया है
या या याद रखना
मेरे दिलवर का जाने जिगर का
मेरे दिल पे नाम लिखा है हू हू
दिल दिया है मैंने दिल लिया है
या या याद रखना
हाँ किसी से मैंने प्यार किया है
या या याद रखना

सब की नज़र के सामने दुनिया से ये कहना है
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा 
तुमसे जुदा हो कर हमें दुनिया में नहीं रहना है
जान से बिछड के कौन जिया है
या या याद रखना
हो मेरे दिलवर का जाने जिगर का
मेरे दिल पे नाम लिखा है कू कू
दिल दिया है मैंने दिल लिया है
या या याद रखना
हाँ किसी से मैंने प्यार किया है
या या याद रखना
……………………………………………………
Dil diya hai maine dil-Ashanti 1982

Artists:Zeenat Aman, Kanwaljeet

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Jan 25, 2018

गुँजा रे-नदिया के पार १९८२

छोटे मुखड़े वाले गीतों की बात ही कुछ और है. इन्हें गुनगुनाना
आसान काम नहीं है विशेषकर जब ये युगल गीत हो. एकल
गीत में तो आप संगीत की जगह मुंह से टूं टां निकाल कर काम
चला लेते हैं मगर युगल गीत में क्या करेंगे? प्रेमी प्रेमिका या
मियां-बीबी को साथ गाना पड़ेगा.

सुनते हैं सन १९८२ की फिल्म नदिया के पार से लोकप्रिय गीत.
गीत संगीत रवींद्र जैन का है और इसे सुरेश वाडकर और हेमलता
ने गाया है.



गीत के बोल:

गुँजा रे
गुँजा रे
चन्दन चन्दन चन्दन
हम दोनो में दोनों खो गये
देखो एक दूसरे के हो गये
राम जाने वो घड़ी कब आयेगी
जब होगा हमारा गठबँधन

गुँजा रे
ऐ हे चन्दन चन्दन चन्दन

हो ओ ओ ओ ओ हो हो हो हो हो
सोना नदी के पानी हिलोर मारे हो
प्रीत मनवा मा हमरे जोर मारे हो
सोना नदी के पानी हिलोर मारे
प्रीत मनवा मा हमरे जोर मारे
हे ऐसन कईसन होई गवा रे
राम जाने
हे राम जाने वो घड़ी कब आयेगी
जब होगा हमारा गठबँधन

गुँजा रे
ऐ ऐ ऐ चन्दन चन्दन चन्दन

तेरे सपनों मैं डूबी रहे आँखें
तेरे खुशबू से महक रहे साँसें
तेरे सपनों मैं डूबी रहे आँखें
तेरे खुशबू से महक रहे साँसें

रंग तेरे पाँव का लग के मेरे पाँव में
कहे दिन काटेंगे रँगों की छाँव में
हो बूढ़े बरगद की माटी को सीस धर ले
हो ओ ओ
दीपा सत्ती को सौ सौ प्रणाम कर ले
बूढ़े बरगद की माटी को सीस धर ले
दीपा सत्ती को सौ सौ प्रणाम कर ले
ओ देगी आसीस तो जल्दी बियाहेगी
राम जाने
राम जाने वो घड़ी कब आयेगी
जब होगा हमारा गठबँधन

गुँजा रे
चन्दन रे
गुँजा चन्दन
हम दोनो में दोनों खो गये
देखो एक दूसरे के हो गये
राम जाने वो घड़ी कब आयेगी
जब होगा हमारा गठबँधन
गुँजा रे
चन्दन रे
गुँजा चन्दन
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Gunja re-Nadiya ke paar 1982

Artists: Sachin, Sadhana Singh

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