दीवाने का नाम तो पूछो-एन इवनिंग इन पैरिस १९६७
निर्देशन शक्ति सामंत ने किया था. शक्ति सामंत भी मधुर संगीत
वाली फ़िल्में बनाया करते थे. इस फिल्म में कई नए पुराने
कलाकारों ने साथ काम किया. शम्मी कपूर और शर्मिला टैगोर
के अलावा फिल्म में राजेन्द्रनाथ, मदन पुरी, शेट्टी, डेविड, प्राण,
के एन सिंह, सरिता और सुरेन्द्रनाथ प्रमुख हैं.
राजेंद्र नाथ और नरेन्द्र नाथ प्रेमनाथ के छोटे भाई हैं. नरेन्द्र नाथ
भी फिल्मों में आये मगर सबसे ज्यादा जो चेहरे हमने फिल्मों
में देखे वे हैं-प्रेम नाथ और राजेंद्र नाथ. राजेंद्र नाथ के हाथ हास्य
भूमिकाएं ज्यादा लगीं.
अंग्रेजी में एक शब्द है-wooing. इसका हिंदी में एक अर्थ है पटाना.
इसके लिए फ़िल्मी हीरो कैसी कैसी कसरत करता था! गीत में
मुफ्त सैर करिये पेरिस शहर की. गीत के अंत में नायक को उसकी
धृष्टता का प्रसाद मिल जाता है. गीत मोहम्मद रफ़ी ने गाया है.
गीत के बोल:
दीवाने का नाम तो पूछो
प्यार से देखो काम तो पूछो
चाहे फिर न मिलना
चाहे फिर न मिलना
दीवाने का नाम तो पूछो
प्यार से देखो काम तो पूछो
चाहे फिर न मिलना
अरे चाहे फिर न मिलना
गुस्सा छोड़ो बात तो मानो
इस बन्दे को अपना जानो
दूर से धोखा हो सकता था
दूर से धोखा हो सकता था
पास हूँ अब तो अब पहचानो
दीवाने का नाम तो पूछो
प्यार से देखो काम तो पूछो
चाहे फिर न मिलना
अरे चाहे फिर न मिलना
हट गया आखिर भरम का साया
अब समझा मैं अब याद आया
ख़्वाब में तुमको अक़्सर देखा
ख़्वाब में तुमको अक़्सर देखा
आज मुजस्सिम सामने पाया
दीवाने का नाम तो पूछो
प्यार से देखो काम तो पूछो
चाहे फिर न मिलना
अजी चाहे फिर न मिलना
ये पैरिस की शाम सुहानी
प्यार की नगरी रूप की रानी
बन के रहेगा हां कोई अफ़साना हां
बन के रहेगा कोई अफ़साना
छिड़ के रहेगी कोई कहानी
दीवाने का नाम तो पूछो
प्यार से देखो काम तो पूछो
चाहे फिर न मिलना
अजी चाहे फिर न मिलना
दीवाने का नाम तो पूछो
प्यार से देखो काम तो पूछो
चाहे फिर न मिलना
अरे चाहे फिर न मिलना
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Deewane ka naam to poochho-An evening in Paris 1967
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Artists: Shammi Kapoor, Sharmil Tagore