Feb 17, 2017

मैं धूल का उड़ता बादल-अपराधी १९७४

रेयर गीतों की श्रृंखला में अगला गीत प्रस्तुत है सन १९७४
की फिल्म अपराधी से. हसरत जयपुरी के बोल हैं, उषा खन्ना
का संगीत और मुकेश की आवाज़. हसरत जयपुरी ने शायद
उषा खन्ना के लिए काफी कम गीत लिखे हैं.

हसरत जो कि अपने उम्दा रोमांटिक गीतों के लिए ज्यादा याद
किये जाते हैं, उन्होंने कई दूसरे रंग वाले बेहतरीन गीत भी दिए
हैं श्रोताओं को आनंदित करने के लिए. प्रस्तुत गीत उसका एक
अच्छा उदाहरण है.



गीत के बोल:

मैं धूल का उड़ता बादल
मैं धूल का उड़ता बादल गाता लहराता जाऊँ
मंज़िल मेरी मैं न जानूँ फिर भी चलता जाऊँ
मैं धूल का उड़ता बादल
मैं धूल का उड़ता बादल गाता लहराता जाऊँ
मंज़िल मेरी मैं न जानूँ फिर भी चलता जाऊँ
मैं धूल का उड़ता बादल
मैं धूल का उड़ता बादल

दुनिया मुझको कुछ भी समझे सबके मैं तो काम आऊँ
यार का मैं यार भी हूँ प्यार का मैं साथ निभाऊँ
ना फ़रिश्ता आदमी हूँ सबके दिल की रोशनी हूँ
रोशनी हूँ
मैं धूल का उड़ता बादल गाता लहराता जाऊँ
मंज़िल मेरी मैं न जानूँ फिर भी चलता जाऊँ
मैं धूल का उड़ता बादल
मैं धूल का उड़ता बादल

नफ़रतों से दूर हूँ मैं प्यार मेरी ज़िन्दगानी
हूँ सभी के दिल का प्यारा क्या बुढ़ापा क्या जवानी
मेरे पीछे ये ज़माना आसमां पर आशियाना
आशियाना
मैं धूल का उड़ता बादल गाता लहराता जाऊँ
मंज़िल मेरी मैं न जानूँ फिर भी चलता जाऊँ
मैं धूल का उड़ता बादल
मैं धूल का उड़ता बादल
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Main dhool ka udta-Apradhi 1974

Artists:Kiran Kumar, Yogita Bali

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