करते थे वो सलाम-महबूब मेरे एल्बम १९९५
आवाज़ में. ये एक गज़ल है अनवर फर्रुखाबादी की लिखी
हुई जिसका संगीत भी अनवर(गायक) ने तैयार किया है.
अनवर फर्रुखाबादी ने कुछ गीत ही लिखे हैं फिल्मों के लिए.
आपको एक उल्लेखनीय गीत सुनवाया था बैंक मैनेजर फिल्म
से मन्ना डे का गाया हुआ. सन १९८२ की एक फिल्म
दिल ही दिल में जिसका संगीत मंधीर जतिन का तैयार किया
हुआ है उसमें आप अनवर के लिखे गीत सुन सकते हैं.
गीत के बोल:
करते थे वो सलाम अभी कल की बात है
मिलते थे सुबह-ओ-शाम अभी कल की बात है
करते थे वो सलाम अभी कल की बात है
मिलते थे सुबह-ओ-शाम अभी कल की बात है
करते थे वो सलाम अभी कल की बात है
तन्हाईयों में मुझको बुलाते थे रात दिन
तन्हाईयों में मुझको बुलाते थे रात दिन
बुलाते थे रात दिन
लिखते थे वो पयाम अभी कल की बात है
लिखते थे वो पयाम अभी कल की बात है
मिलते थे सुबह-ओ-शाम अभी कल की बात है
करते थे वो सलाम अभी कल की बात है
दौलत की राह पाते ही मगरूर हो गए
दौलत की राह पाते ही मगरूर हो गए
लेते थे मेरा नाम अभी कल की बात है
लेते थे मेरा नाम अभी कल की बात है
मिलते थे सुबह-ओ-शाम अभी कल की बात है
करते थे वो सलाम अभी कल की बात है
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Karte the o salaam-Mere mehboob non film song