Mar 11, 2017

क्यूँ शरमाये क्यूँ घबराए...चू चू चू-चीता १९९४

पिछले फ़िल्मी गीत से मिथुन की क्लासिक फिल्म चीता का एक
क्लासिक गीत याद आ गया. फ़िल्मी गीतों ने सरसों के खेत
में लोरियाँ गाने से लेकर गन्ने के खेत में कबड्डी और अरहर
के खेत में योग तक सब कुछ कर डाला है.

क्यूँ शरमाये इस अंदाज़ नें गाया जा रहा है मानो नसीहत दी
जा रही हो. जब गाने वाली नहीं शरमा रही तो सुनने वाली
क्यूँ शरमाये. जयश्री टी और अश्विनी भावे पर इसे फिल्माया
गया है और इला अरुण के साथ अलका याग्निक ने इसे गाया
है.
 इस खूबसूरत गीत को लिखा है किसी मनोज साहब ने और
इसकी ब्यूटिफुलेस्ट धुन बनाई है जतिन ललित ने. मनोज का
पर्यायवाची है मदन उर्फ कामदेव.




गीत के बोल:

चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं

क्यूँ शरमाये क्यूँ घबराए हाय
क्यूँ शरमाये क्यूँ घबराए
क्यूँ तू तड़पे सारी रात
क्यूँ तू तड़पे सारी रात
अपनी सखियों को बतला दे
क्या होता है तेरे साथ हा

मैं शरमा के रह जाती हूँ जब कोई मुर्गा बोले
कुक्कड कूँ कुक्कड कूँ कुक्कड कूँ

मैं घबरा के रह जाती हूँ जब कोई कबूतर बोले
गुटर गूं गुटर गूं गुटर गूं
लेकिन ये मनवा डोले जब मन की चिड़िया बोले
लेकिन ये मनवा डोले जब मन की चिड़िया बोले
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं

मैं कहती हूँ जाने दे जब कोई मुर्गा बोले
कुक्कड कूँ कुक्कड कूँ कुक्कड कूँ
मैं कहती हूँ रे जाने दे जब कोई कबूतर बोले
गुटर गूं गुटर गूं गुटर गूं
डोले तो मनवा डोले जब मन की चिड़िया बोले
डोले तो मनवा डोले जब मन की चिड़िया बोले
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं

चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
कब तक डाल के ऊँगली सोऊँ मैं अपने कानों में
उसकी चूं चूं आग लगाये मेरे अरमानों में
किस किस को समझाऊँगी सुन सुन के मर जाऊंगी
किस किस को समझाऊँगी सुन सुन के मर जाऊंगी
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं

चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
खोल के लेती रहती हूँ मैं रातों को दरवाजे
पवन चले ठंडी तो तन में अगन ना कोई जागे
जब हवा का झोंका आये संग अपने धुन ये लाये
जब हवा का झोंका आये संग अपने धुन ये लाये
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं

अब तो तू सजा ले जल्दी मेहँदी इन हाथों में
खो जायेगी तू भी सजी फिर साजन की बाहों में
सैयां जी नींद उड़ा दे तू भी आ गीत ये गा दे
सैयां जी नींद उड़ा दे तू भी आ गीत ये गा दे
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
चू चू चूं चू चू चूं चू चू चूं
...............................................................
Kyun sharmaye kyun ghabraye-Cheetah 1994

Artists: Ashwini Bhave, Jayshri T

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