माँ की हर बात निराली है-माता भजन
सुनते हैं एक माता भजन सोनू निगम का गाया
हुआ.
भजन के बोल हैं बलबीर निर्दोष के और इसका
संगीत तैयार किया है विद्युत गोस्वामी ने.
भजन के बोल:
पास की सुनती है दूर की सुनती है
गुमनाम के संग संग मशहूर की सुनती है
माँ तो आखिर माँ है माँ के भक्तों
माँ तो हर मजबूर की सुनती है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
बात निराली है कि हर करामात निराली है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
महादाती से सबको मिली सौगात निराली है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
वक्त कि चाल बदले दुःख के जंजाल बदले
इसके चरणों में झुक कर बड़े कंगाल बदले
बड़े कंगाल बदले
यहाँ जो आये सवाली जय हो
कभी वो जाए न खाली जय हो
ये लाती पतझड़ में भी जय हो
हर चमन में हरियाली
हर चमन में हरियाली
हो ओ ओ ओ ओ
काली रातों में लाती प्रभात निराली है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
दया जब इसकी होती तो कंकर बनते मोती
जिसे ये आप जगा दे न फिर किस्मत वो सोती
न फिर किस्मत वो सोती
ग़मों से घिरने वाले जय हो
बड़े इस माँ ने संभाले जय हो
फंसे मझधार में बेड़े जय हो
इसी ने बाहर निकाले
इसी ने बाहर निकाले
हो ओ ओ ओ ओ ओ
इसकी मीठी माता की बरसात निराली है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
दुःख काटती है ये सुख बांटती है
हमें पालती है ये दिन रात ही
जय हो जय हो माँ जय हो जय हो
जय हो जय हो माँ जय हो जय हो
जादू इसका अजीब देखो हो के करीब
ये तो बदले नसीब दिन रात ही
ये तो बदले नसीब दिन रात ही
हो ओ ओ ओ ओ ओ
इसकी रहमत हर निर्दोष के साथ निराली है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
बात निराली है कि हर करामात निराली है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
महादाती से सबको मिली सौगात निराली है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
माँ की हर बात निराली है
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Maa ki har bat nirali hai-Mata Bhajan
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